घोड़ाडोंगरी के सीएमओ ने विवादित एवं फर्जी एनओसी से कराई रजिस्ट्री परियोजना अधिकारी ने एफआईआर करने के लिए दिए थे आदेश
By, बैतूल वार्ता
घोड़ाडोंगरी के सीएमओ ने विवादित एवं फर्जी एनओसी से कराई रजिस्ट्री
परियोजना अधिकारी ने एफआईआर करने के लिए दिए थे आदेश
सीएमओ ने नियमों को ताक पर रखकर नामांतरण करने जारी की विज्ञप्ति
बैतूल। नगर परिषद घोड़ाडोंगरी के सीएमओ ने विवादित एवं फर्जी एनओसी से कराई गई रजिस्ट्री के नामांकन प्रक्रिया शुरू कर दी है। इतना ही नहीं इस नामांतरण में किसी प्रकार की कोई आपत्ति ना आए इसलिए नगर परिषद के फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर आबादी भूमि की रजिस्ट्री नामांतरण की विज्ञप्ति भोपाल के समाचार पत्र में छपाई गई, जिससे स्थानीय लोगों को इस नामांतरण की जानकारी न लग सके एवं कोई आपत्ति भी दर्ज न कर पाए। जिले के समाचार पत्रों में नामांतरण की विज्ञप्ति जारी न करते हुए भोपाल के ऐसे समाचार पत्र में प्रकाशित करवाई जो घोड़ाडोंगरी सहित पूरे जिले में कहीं भी वितरित नहीं होता।
गौरतलब है कि घोड़ाडोंगरी नगर परिषद क्षेत्र में एक साल पूर्व नगर परिषद का फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर रजिस्ट्री करने का मामला सामने आया था, जिसकी जांच तत्कालीन जिला शहरी विकास अभिकरण बैतूल के परियोजना अधिकारी के द्वारा करवाने के बाद परियोजना अधिकारी द्वारा तत्कालीन सीएमओ को आदेश जारी किये गए थे, जिसमें लिखा गया था कि अमरजीत कौर पति परमजीत सिंह सलूजा द्वारा अवैधानिक रूप से नगर परिषद का प्रमाण पत्र तैयार किया गया। इस संबंध में संबंधित के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराकर वस्तु स्थिति का प्रतिवेदन प्रस्तुत कर संबंधित के विरुद्ध आवश्यक विधि सम्मत कार्रवाई कर प्रतिवेदन से अवगत कराने के लिए पत्र लिखा गया था, जिसके कुछ समय बाद तत्कालीन परियोजना अधिकारी अक्षत बुंदेला एवं घोड़ाडोंगरी नगर परिषद सीएमओ ब्रजकिशोर शर्मा का स्थानांतरण हो जाने के कारण मामला ठंडे में पड़ गया था, जिसका फायदा उठाकर वर्तमान घोड़ाडोंगरी नगर परिषद सीएमओ ऋषिकांत यादव द्वारा आदेश को दरकिनार करते हुए उसी भूमि का नामांतरण करने के लिए विज्ञप्ति जारी की गई है। जिससे प्रतीत हो रहा इस प्रकार की अनियमितताएं नगर परिषद सीएमओ द्वारा जानबूझकर की जा रही है क्योंकि इस प्रकार की अनियमितताएं लगातार नगर परिषद सीएमओ द्वारा पूर्व में भी बाजार नीलामी की विज्ञप्ति के समय भी की गई थी, जिसको लेकर कलेक्टर बैतूल एवं जिला शहरी विकास अभिकरण बैतूल के परियोजना अधिकारी को शिकायत करने के बाद भी नगर परिषद सीएमओ ऋषिकांत यादव पर कार्रवाई नहीं करने के कारण इनके हौसले बुलंद है, जिससे इस प्रकार की अनियमितताएं अब बार-बार सामने आने लगी है।
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