मोदी की गारंटी फेल,सरकारी महकमा और ठेकेदार पास ? जल जीवन मिशन के तहत 3 साल में भी योजना अपूर्ण
By, बैतूल वार्ता
मोदी की गारंटी फेल,सरकारी महकमा और ठेकेदार पास ?
जल जीवन मिशन के तहत 3 साल में भी योजना अपूर्ण
बैतूल जिले के आदिवासी बाहुल्य भीमपुर ब्लाक में जल जीवन मिशन के तहत गांवो में काम पूरा नहीं हो पाया है. 15 अगस्त 2019 में जल जीवन मिशन की शुरुआत की थी. इस मिशन का काम साल 2024 में पूर्ण किया जाना निर्धारित है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हर घर जल मुहिम पर एमपी के अफसर पानी फेर रहे हैं.भीमपुर ब्लाक में जल जीवन मिशन कार्य कछुआ गति से चल रहा है. सिस्टम की लापरवाही से गांवो में अभी भी मासूम कुओं से सिर पर पानी ढोने मजबूर हैं।भीमपुर ब्लाक के गांवो में मिशन के हालत खराब हैं. आलम यह है कि गांवों में योजना के तहत सही प्लान तक नहीं बना है.
2019 में शुरू हुआ था मिशन
प्रधानमंत्री की मुहिम के अनुरूप केंद्र सरकार ने गांव-गांव-घर-घर में स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने के लिए 15 अगस्त 2019 में जल जीवन मिशन की शुरुआत की थी. हर घर प्रतिदिन, प्रति व्यक्ति 55 लीटर स्वच्छ जल उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इस मिशन का काम साल 2024 में पूर्ण किया जाना निर्धारित है, लेकिन योजना के तीन साल बीत जाने के बाद भी हाल खराब है. अभी भी काम अपूर्ण है.
ब्लाक के चूनालोमा ग्राम पंचायत
धावडाखार गांव के पीपलढाना में घरों के सामने दो बरस पहले पाइप डाल दिए है परंतु आज तक पानी नही पहुंच रहा है।आज भी गांव की मासूम बालिका कुएं से पानी लाने की जद्दोजहद कर रही है । पांचवी कक्षा में पढ़ने वाली रधिया ने बताया कि रोज सुबह उठने के बाद कुऐ से 10 गुंडी पानी लाना ही है फिर चाहे स्कूल क्यों ना छूट जाए ।
पीएचई विभाग ने गांव में नलकूप खनन किया बिजली के ट्रांसफॉर्मर लगाया
समवेल बनाया वह भी लीकेज हो गया गांव वाले आज भी प्यासे ही हैं।
चुनालोमा ग्राम पंचायत में 22 ढाने है सभी के हालात एक जैसे ही नजर आते है । इस मामले में विभाग का पक्ष जानने के लिए चिचोली पीएचई से दूरभाष पर संपर्क करने की कोशिश की परंतु हर बार फोन आउट आफ कवरेज ही मिला ।