साहब! हमारे पति बोल रहे हैं घर में रहना है तो बेटियां पैदा करो, हम मां नहीं बन सकते- शिकायत लेकर थाने पहुंची दो बहनें
By, बैतूल वार्ता
साहब! हमारे पति बोल रहे हैं घर में रहना है तो बेटियां पैदा करो, हम मां नहीं बन सकते- शिकायत लेकर थाने पहुंची दो बहनें
आगरा : अभी तक बेटे पैदा न होने पर पत्नियों को घर से निकाले जाने के मामले पुलिस तक पहुंचते रहे हैं। रविवार को परिवार परामर्श केंद्र में अजब-गजब मामला पहुंचा। पतियों ने पत्नियों के सामने शर्त रखी की घर में रहना है तो बेटियां पैदा करनी होंगी।
एक के दो और दूसरी के तीन बेटे पहले से होने के कारण पत्नियों ने दोबारा मां बनने से इंकार कर दिया।
इस पर पतियों ने भी साथ रखने से मना कर दिया। काउंसलिंग में मामला नहीं सुलझने पर पतियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की संस्तुति की गई है। शाहगंज क्षेत्र की रहने वाली दो बहनों की शादी आठ वर्ष पहले एक ही परिवार में सगे भाइयों से हुई। पति तीन भाई हैं, उनके कोई बहन नहीं है।
दोनों भाइयों की नहीं है कोई बेटी
भाइयों को बचपन से परिवार में बेटी की चाहत थी। संयोग से दोनों भाइयों के भी कोई बेटी नहीं हुई। एक के दो बेटे और दूसरे के तीन बेटे हुए। घर में बेटी को लेकर तकरार होने लगी। दोनों बहनों को ताना दिया जाने लगा। पति उन पर दोबारा मां बनने का दबाव बनाने लगे।
विवाद होने पर दोनों बहने मायके आ गईं। पतियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत कर दी। इसे परिवार परामर्श केंद्र भेजा गया था। रविवार को काउंसलिंग को पहुंची बहनों ने बताया, परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए वह और बच्चे नहीं चाहती हैं। पति इसके लिए तैयार नहीं है, वह उन्हें समझाकर हार चुकी हैं। कांउसलर ने पतियों से बात की तो उनका कहना था कि वह उनके परिवार में कोई लड़की नहीं है, इसलिए वह बेटी चाहते हैं।