अधिक पैदावार के चक्कर में यूरिया के साथ कभी ना करें इस खाद का प्रयोग, कम पैदावार के साथ झेलना पड़ सकता है नुकसान
By, बैतूल वार्ता
अधिक पैदावार के चक्कर में यूरिया के साथ कभी ना करें इस खाद का प्रयोग, कम पैदावार के साथ झेलना पड़ सकता है नुकसान
यूरिया को फसलों में डालने से पैदावार में वृद्धि होती है, लेकिन इसका अत्यधिक उपयोग फसल को जहरीला बना सकता है।
अधिक पैदावार के चक्कर में यूरिया के साथ कभी ना करें इस खाद का प्रयोग, कम पैदावार के साथ झेलना पड़ सकता है नुकसान
किसानों के लिए उर्वरकों का सही चयन करना महत्वपूर्ण है। यूरिया और नैनो यूरिया दोनों ही फसलों की पैदावार में बदलाव लाने के लिए इस्तेमाल होते हैं, लेकिन सही मात्रा में उपयोग करना जरूरी है।
यूरिया का उपयोग
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यूरिया को फसलों में डालने से पैदावार में वृद्धि होती है, लेकिन इसका अत्यधिक उपयोग फसल को जहरीला बना सकता है। किसानों को यूरिया का संतुलित उपयोग करना चाहिए ताकि उन्हें अधिक फायदा हो सके और पैदावार में कमी न हो।
नैनो यूरिया
नैनो यूरिया के इस्तेमाल के बारे में हाल ही में चर्चा हो रही है। पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के एक शोध के अनुसार, नैनो यूरिया के इस्तेमाल से फसल की पैदावार पर नकारात्मक प्रभाव, प्रोटीन सामग्री में उल्लेखनीय गिरावट और खेती के खर्च में समग्र बढ़ोतरी को उजागर किया गया है।
नैनो यूरिया और परिणाम
पैदावार में गिरावट जमीन की ऊपर टिलर बायोमास और जड़ की घनत्वता में कमी
20% तक कमी गेहूं साथ में देखी गई कमी
जमीन की ऊपर टिलर बायोमास में
प्रधानमंत्री की सलाह: यूरिया और नैनो यूरिया का सबसे अच्छा उपयोग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को सलाह दी है कि वे यूरिया और नैनो यूरिया दोनों का उपयोग न करें। उन्होंने कहा कि जब सरकार सबका साथ, सबका विकास की भावना के साथ काम करती है तो योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचता है। इस सलाह का पालन करने से किसानों को अधिक फायदा हो सकता है और उनकी खेती में सुधार हो सकता है।
इस तरह, यूरिया और नैनो यूरिया का सही उपयोग करने से किसान अपनी खेती में बेहतर पैदावार प्राप्त कर सकता है और अधिक लाभ कमा सकता है।