एकलव्य के भ्रष्टाचार पर सख्त कलेक्टर, विभागीय अधिकारियों से जांच कराए जाने पर सवाल
भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा, कागजों पर करवा दिए 3 लाख 42 हजार के मरम्मत कार्य…
बैतूल।। जिले में सत्ता संगठन और संघ के सानिध्य में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय शाहपुर में किए जा रहे लाखों के भ्रष्टाचार को लेकर कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने सूक्ष्मता से जांच किए जाने का भरोसा तो दिया है, लेकिन जांच की जिम्मेदारी जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त उन शिल्पा जैन को सौंप दी, जिनकी नाक के नीचे भ्रष्टाचार चलता रहा और वे सब कुछ होता देखती रहीं। कहावत के मुताबिक यह कदम चोर के हाथ मे ही तिजोरी की चाबी देना जैसा साबित हो रहा है और निश्चित रूप से जांच प्रभावित होने के साथ साथ कलेक्टर को भी गुमराह करने की कोशिश की जाएगी।
कागजों पर ही कर दी 3 लाख 42 हजार की मरम्मत
आवासीय विद्यालय में अब एक और नया करनामा सामने आया है। इसमें 3 लाख 42 हजार 105 रुपए विद्यालय प्रबंधन ने बालक,बालिका छात्रावास की मरम्मत के नाम पर कागजों में ही खर्च कर दिए है। ऐसा इसलिए भी कह सकते कि मरम्मत के काम में तीन लाख से ज्यादा राशि खर्च की है परंतु यहां भी नियमों का पालन नही किया गया है, जो राशि मरम्मत के लिए आई थी उसका न तो विभाग के तकनीकी अमले से प्राकल्न (स्टीमेट) बनवाया और न ही इसकी विद्यालय प्रबन्धन ने जरूरत समझी। जिसके चलते बिना एम बी में मूल्याकन किए ही यह राशि भी कागजों में ही ठिकाने लगा दी गयी और बाउचर नंबर 91,92,93,95,96,97,98,99,100,101,102 के माध्यम से टुकड़ों में इसका भुगतान भी कर दिया गया।
क्या कहता है नियम
इधर विभाग के तकनीकी सूत्रों ने बताया कि नियम के तहत मरम्मत के कार्यों के लिए विभाग से प्राक्कलन बनाकर टीएस और फिर उसकी एएस जारी होती है उसके बाद ही कार्य किया जा सकता है, परंतु प्रबंधन ने अपनी मनमर्जी से मरम्मत कार्य कराकर लाखों रुपए के बिल लगाकर भुगतान कर दिया जबकि नियम से इस कार्य में भी टेंडर प्रक्रिया का पालन होना था लेकिन एक साथ 11 बाउचर बनाकर भुगतान भी कर दिया।
जांच प्रभावित करने की पूरी तैयारी
शिकायतकर्ता मुन्नालाल वाड़िवा ने बताया कि कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी एवं एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के जिला स्तरीय समिति के अध्यक्ष ने प्राचार्य एस के डोनीवाल एवं ठेकेदार के खिलाफ जांच करने के लिए एसडीएम शाहपुर जो की विद्यालय के अध्यक्ष है एवं शिल्पा जैन सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग बैतूल जो कि एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय की जिला स्तरीय समिति की सचिव भी है, 9 फरवरी को जांच कराई है। यह जांच नियमों के विपरीत है। शिकायतकर्ता ने अपने शिकायती आवेदन में स्पष्ट उल्लेख किया है कि विद्यालय से जुड़े अधिकारियों से जांच नहीं कराई जाए। श्री वाड़िवा ने कहा है की उक्त अधिकारियों से जांच कराए जाने से विद्यालय के भ्रष्टाचार के मामले में लीपापोती ही होगी। शिकायती आवेदन पत्र में उल्लेखित अधिकारियों से जब तक जांच नहीं कराई जाती तब तक उक्त जांच दूषित मानी जाएगी। आदिवासी विकास परिषद के जिला अध्यक्ष मुन्नालाल वाडिवा ने कहा कि मामले को लेकर वे जल्द ही मुख्यमंत्री मोहन यादव से मिलकर मामले में किस तरह जिला प्रशासन लीपापोती कर रहा है, उसकी शिकायत की जाएगी।
इनका कहना.
गंभीर मामले में जांच टीम बनाई जा रही है, जो भी रिपोर्ट आएगी उसके आधार पर कार्रवाई तय की जाएगी।
नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, कलेक्टर बैतूल।