भाजपा के चतुर खिलाड़ी के दरबार में अवैध कालोनी बेचने वालो का लगा मेला
अवैध कालोनी का जिन्न बाहर आया तो कालोनाइजरों को साप सूंघा
अधिकारियों- नेताओं की शरण में
बैतूल।। अवैध कालोनियां बनाकर रातोंरात अमीर बनने का सपना देखने वाले कालोनाइजरों को बीती रात नींद नहीं आई। राजस्व विभाग द्वारा कलेक्टर के निर्देश पर कार्रवाई के लिए भेजे गए , जिन 22 कालोनाइजरों के नाम सामने आए थे, यह प्रकाशित होने पर हड़कंप मचा हुआ है। अपना नाम अवैध कालोनियों की कार्रवाई की सूची में होने के बाद शुक्रवार शाम से देर रात और शनिवार सुबह तक तथाकथित कालोनाइजर अधिकारियों और नेताओं से संपर्क करते रहे। खबर तो यह भी है कि अधिकारियों पर दबाव बनाने की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं।
बैतूल शहर और आसपास में सर्वाधिक 100 से अधिक अवैध कालोनियों का निर्माण नियम-कायदों को ताक पर किया जा चुका है। कई कालोनियां ऐसी हैं, जिनमें प्लाट बेचने की प्रक्रिया शुरू है, लेकिन यहां पर भी कई नियमों का पेंच आड़े आ गया। यही वजह है कि भूमाफियाओं के खिलाफ सख्त रूख अपनाने वाले कलेक्टर ने अधीनस्थ एसडीएम और तहसीलदारों को दो टूक शब्दों में कहा है कि एक भी नियमों का पालन न करने वाली कालोनी पर कार्रवाई तय कर रिपोर्ट सौंपी जाए। बैतूल शहर तहसीलदार ने आरआई की रिपोर्ट पर सबसे पहले लगभग 22 अवैध कालोनियों की रिपोर्ट सौंपी तो भूमाफियाओं में हड़कंप मच गया है।
दरअसल इन भूमाफियाओं ने अपनी विकसित की गई कालोनियों में बिना रेरा और एनटीसीपी के अलावा नगरपालिका की अनुमति का भी बड़ा खेल किया है। बिना नियमों का पालन किए सैकड़ों प्लाट बेच दिए गए। बैतूल के राजस्व निरीक्षक 22 कालोनाइजरों को नियम विरूद्ध प्लाट बेचने पर दोषी मानते हुए तहसीलदार को रिपोर्ट सौंप दी है। तहसीलदार की यह रिपोर्ट जब कलेक्टर के पास गई है तो कार्रवाई तय मानी जा रही है। कहा जा रहा है कि सभी के खिलाफ किसी भी समय थाने में एफआईआर हो सकती है।
अधिकारी और जनप्रतिनिधियों के पास पहुंचे कालोनाइजर
जानकार सूत्र बताते हैं कि कालोनाइजर खेमे में जबरदस्त हड़कंप मचा है। शुक्रवार की शाम से कई सत्तारूढ़ और विपक्ष से जुड़े कालोनाइजर सूची में अपना देख घबरा गए। इसके बाद सबसे पहले अपने स्तर पर अधिकारियों से चर्चा की गई, लेकिन उनके द्वारा मामला कलेक्टर के पाले में डालने के बाद कई कालोनाइजरों का मुंह लटका हुआ है।
यदि इनकी कालोनियां अवैध हुई तो करोड़ों का फटका लगना तय माना जा रहा है। इसी वजह कार्रवाई रोकने के लिए अधिकारियों के बाद सत्तापक्ष और विपक्ष के नेताओं के पास भूमाफियाओं की एक लॉबी शुक्रवार शाम और शनिवार सुबह जाकर मिली है।
हालांकि नेताओं से भूमाफिया लाबी की क्या चर्चा हुई? इसकी जानकारी नहीं मिली है, अवैध कालोनियां बनाने वाले कालोनाइजरों के चेहरे की रंगत गायब कर दी है। सूत्र बताते हैं कि बैतूल ग्रामीण की सूची भी एक दो दिनों में कलेक्टर के पास पहुंच जाएगी। इस सूची में भी कहा जा रहा है कि कई दिग्गजों के नाम सामने आएंगे, जिन्होंने अवैध कालोनी बनाकर प्रशासन की आंखों में धूल झोंक दी है।