ग्राम स्तर पर 10वीं और 12वीं के सफल विद्यार्थियों का सम्मान समारोह आयोजित
By, बैतूल वार्ता
शिक्षा के प्रति युवाओं को प्रोत्साहित करने उपसरपंच ने किया अभिनव प्रयास
ग्राम स्तर पर 10वीं और 12वीं के सफल विद्यार्थियों का सम्मान समारोह आयोजित
बैतूल। बाजपुर ग्राम पंचायत के उपसरपंच राकेश घंगारे ने शिक्षा के प्रति युवाओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से 10वीं और 12वीं कक्षा के सफल विद्यार्थियों का प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित किया। इस कार्यक्रम में ग्राम के बुजुर्ग, युवा साथी, महिलाएँ और छोटे बच्चे बड़ी संख्या में शामिल हुए।
राकेश घंगारे ने ग्राम स्तर पर आयोजित इस सम्मान समारोह में 10वीं कक्षा में उत्तीर्ण 9 और 12वीं कक्षा में उत्तीर्ण 10 विद्यार्थियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर गांव के विभिन्न वर्गों के लोग उपस्थित थे, जिन्होंने बच्चों के उत्साहवर्धन के लिए घंगारे के इस प्रयास की सराहना की।
— शिक्षा के प्रति जागरूकता का उद्देश्य–
उपसरपंच राकेश घंगारे ने कहा कि इस समारोह का उद्देश्य बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरूक और प्रेरित करना है। उन्होंने कहा, हमारे गांव के बच्चे भी अगर सही मार्गदर्शन और प्रोत्साहन पाएंगे तो वे भी उच्च शिक्षा प्राप्त कर समाज में अपना और गांव का नाम रोशन कर सकते हैं। घंगारे ने आगे बताया कि इस तरह के आयोजनों से बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ती है और वे उच्च लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित होते हैं। कार्यक्रम में उपस्थित बुजुर्गों, युवाओं और महिलाओं ने इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा, यह हमारे बच्चों के भविष्य के लिए एक अच्छा कदम है। हमें गर्व है कि हमारे गांव के बच्चे भी शिक्षा में आगे बढ़ रहे हैं। युवाओं ने भी घंगारे के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि इससे उन्हें और भी मेहनत करने की प्रेरणा मिली है।
— ग्रामवासियों से की अपील–
राकेश घंगारे ने बताया कि वे भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करते रहेंगे ताकि शिक्षा के प्रति जागरूकता और उत्साह को बनाए रखा जा सके। उन्होंने ग्रामवासियों से अपील की कि वे अपने बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करें और उन्हें शिक्षा का महत्व समझाएं। इस समारोह ने बाजपुर में एक सकारात्मक माहौल पैदा किया और बच्चों में पढ़ाई के प्रति उत्साह और जोश भर दिया। राकेश घंगारे के इस कदम से शिक्षा के प्रति जागरूकता और प्रोत्साहन का जो संदेश दिया गया है, वह निश्चित ही अनुकरणीय है और अन्य गांवों के लिए भी प्रेरणादायक हो सकता है।
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