इंटेलिजेंस इंजीनियरिंग फिर फेल, पेयजल सप्लाई लड़खड़ाई शुक्रवार कई वार्ड पानी को तरसे, लोगों को निजी ट्यूबवेल का लेना पड़ा सहारा
By, बैतूल वार्ता
इंटेलिजेंस इंजीनियरिंग फिर फेल, पेयजल सप्लाई लड़खड़ाई
शुक्रवार कई वार्ड पानी को तरसे, लोगों को निजी ट्यूबवेल का लेना पड़ा सहारा
बैतूल।। गर्मी के अंतिम चरणों मे शहर वासियों को पेयजल के लिए जूझना पड़ रहा है। शुक्रवार एक बार फिर सुबह लोग नलों के आने का इंतजार करते रहे, लेकिन सप्लाई फिर दगा दे गई। आमजनता को अपनी जरूरत के लिए निजी ट्यूबवेल मालिकों से पानी लेना पड़ा। इधर लाखापुर डेम का पानी खत्म होने के बाद नपा एनीकेट के समीप खोदे गए ट्यूबवेलों में पानी का विकल्प खोज रही है। जानकारी मिली है कि ताप्ती बैराज और ट्यूबवेल से मिलने वाले पानी की सप्लाई शहर में दी जाएगी, लेकिन सप्लाई कब और कैसे दी जाएगी।
इसका कोई भरोसा नहीं है। फिलहाल शहर में जल संकट ने उन नागरिकों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं जो नगर पालिका द्वारा दी जाने वाली पेयजल सप्लाई पर निर्भर हैं। पूर्व में जला शाखा प्रभारी एहतियात कदम नहीं उठाने के बाद एक बार फिर शहर की पेयजल व्यवस्था ठप हो गई है। न तो जनप्रतिनिधि और न ही अधिकारी इंटेलिजेंस इंजीनियरिंग से व्यवस्था फेल होने पर कोई उपाय नहीं कर पा रहे है।
1 हजार फीट के ट्यूबवेल से नपा को लगी आस
कुछ ही दिनों पूर्व नगर पालिका द्वारा लाखापुर डेम से .75 एमसीएम पानी एनीकेट में शिफ्ट कराया गया था। माचना नदी के जरिए एनीकेट तक पानी लाए जाने में ही नपा के पसीने छूट गए थे, लेकिन महज 3 या 4 दिन की सप्लाई में ही पानी खत्म हो जाने के बाद नपा के सामने फिर समस्या खड़ी हो गई है। नपा के जल शाखा प्रभारी नगेन्द्र वागद्रे के मुताबिक अब नगर पालिका एनीकेट के समीप स्थित उन ट्यूबवेलों से पानी निकालने के प्रयास में जुटी है, जो ट्यूबवेल आपात स्थिति से निपटने के लिए खुदवाए गए हैं। श्री वागद्रे ने बताया कि एनीकेट के समीप ही करीब 1 हजार फीट का ट्यूबवेल खुदवाया गया था अब इस ट्यूबवेल सहित अन्य ट्यूबवेलों और ताप्ती बैराज से पानी लेकर नपा शहर में पानी की सप्लाई की व्यवस्था कर रही है।
हेण्डपम्पों की बढ़ी पूछ परख
आमतौर पर नगर पालिका द्वारा प्रत्येक वार्डों में हेण्डपम्प लगवाए गए हैं, लेकिन इन पम्पों पर लोग कम ही निर्भर रह पाते हैं। क्योंकि ठंड और बारिश के दिनों में लोगों को पर्याप्त पानी की सप्लाई मिल जाती है, लेकिन जब से शहर में जलसंकट की आहट शुरू हुई है। तब से हेंडपम्पो की पूछ परख बढ़ गई है। क्योंकि सप्लाई नहीं होने के बाद अब यही हेण्डपम्प लोगों की उम्मीदों का सहारा बने हुए हैं। सुबह से ही हेंडपम्पो पर लोगों की भीड़ लगी देखी गयी तो वहीं कई निजी ट्यूबवेल मालिकों ने भी अपने आस पड़ोस में रहने वाले लोगो की जरूरतों को पूरा किया। अब पूरा दारोमदार आने वाली बारिश पर टिका हुआ है। जल्द बारिश आ गई तब तो ठीक है, लेकिन बारिश की खींच लंबी हुई तो लोगों की मुसीबतें और बढ़ना तय है।
इनका कहना…
ताप्ती बैराज से पानी लेने के अलावा एनीकट के आसपास लगे ट्यूबवेलों को भी शुरू किया जा रहा है। शाम तक सप्लाई दे दी जाएगी।
नगेन्द्र वागद्रे,जल शाखा प्रभारी,नपा,बैतूल