शादी समारोह में पुरानी रंजिश के चलते युवक की हत्या मृतक के परिवार ने एसपी से की अन्य दोषियों की गिरफ्तारी की मांग
By, बैतूल वार्ता
शादी समारोह में पुरानी रंजिश के चलते युवक की हत्या
मृतक के परिवार ने एसपी से की अन्य दोषियों की गिरफ्तारी की मांग
बैतूल।। शादी समारोह में पुरानी रंजिश के चलते हुए विवाद ने एक युवक की जान ले ली। इस मामले में मृतक के परिवार ने अन्य दोषियों की गिरफ्तारी के लिए एसपी से गुहार लगाई है।
मृतक युवक के पिता रामसू धुर्वे (55) निवासी गोरखीढाना ग्राम पंचायत उती थाना झल्लार ने एसपी को दी गई शिकायत में बताया कि उनके पुत्र आकाश धुर्वे (28) की हत्या 05 मई 2024 की रात ग्राम गोरखीढाना में समल मर्सकोले के घर शादी के कार्यक्रम के दौरान हुई थी। रामसू धुर्वे के अनुसार, आकाश की हत्या में संदीप उइके (30), हेमराज धुर्वे (24), और नंदराम उइके शामिल थे। शिकायत में बताया गया कि आरोपी संदीप ने आकाश पर पुरानी रंजिश के चलते चाकू और लकड़ी से हमला किया। संदीप के साथ हेमराज और नंदराम ने भी आकाश पर लकड़ी से प्रहार किए। रामसू ने बताया कि घटना के समय संदीप और हेमराज शराब के नशे में थे और आकाश को मारने की फिराक में थे। संदीप ने आकाश के सीने पर चाकू से वार किया, जबकि हेमराज और नंदराम ने लकड़ी से हमला किया। मौके पर मौजूद सजन ने संदीप के हाथ से लकड़ी छीन ली, जिसके बाद सभी आरोपी फरार हो गए। घायल आकाश को तत्काल गांव के मनोहर की जीप से सरकारी अस्पताल बैतूल ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने उसे भोपाल रेफर कर दिया। तीन दिन तक चले इलाज के दौरान 8 मई 2024 को आकाश की मृत्यु हो गई।
— पुलिस कार्रवाई पर उठाए सवाल–
रामसू धुर्वे ने बताया कि उनके बेटे प्रकाश ने 08 मई 2024 को थाना झल्लार में रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने 12 मई 2024 को संदीप के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की और धारा 302 के तहत उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। अन्य आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है और वे अभी भी स्वतंत्र घूम रहे हैं।
— एसपी से कार्रवाई की मांग–
पीड़ित परिवार ने एसपी से आग्रह किया है कि अन्य आरोपियों के खिलाफ भी मामला पंजीबद्ध कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए, ताकि न्याय मिल सके। परिजनों का कहना है कि गिरफ्तारी नहीं होने पर वे न्याय के लिए उच्च अधिकारियों और न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे। शादी समारोह में हुई इस घटना ने एक बार फिर सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।