मरणोपरांत श्रीमती इंदुमती जैन का जिला अस्पताल में किया नेत्रदान
बैतूल। नगर के प्रतिष्ठित मिष्ठान व्यवसाई, महावीर मिष्ठान भंडार कमानी गेट तथा सदर के संचालक, राजू भाई भरत भाई हलवदिया की माता श्रीमती इंदुमती जैन का 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने अपने सदर स्थित निवास पर अंतिम सांस ली। श्रीमती इंदुमती, स्वर्गीय जगदीश चंद्र जैन की धर्मपत्नी थीं।
श्रीमती इंदुमती जैन की अंतिम इच्छा थी कि उनके नेत्रों का दान किया जाए। उनकी इस इच्छा को सम्मान देते हुए, समाजसेवी सतीश पारख और राकेश सुराणा की प्रेरणा से उनके नेत्रदान का कार्य जिला अस्पताल में संपन्न हुआ। नेत्र चिकित्सक डॉक्टर बरडे और डॉक्टर उपाध्याय की उपस्थिति में यह नेत्रदान किया गया।
इस पुनीत कार्य से पूर्व, 10 वर्ष पहले श्रीमती इंदुमती जैन की प्रेरणा से उनकी सुपुत्री का भी नेत्रदान किया गया था। नेत्रदान के इस अवसर पर डॉक्टर अरुण जयसिंहपुरे और मनीष दीक्षित भी उपस्थित थे।
श्रीमती इंदुमती जैन का उठावना सोमवार सुबह 10 बजे स्थानक भवन में आयोजित किया जाएगा। उनके निधन से नगर में शोक की लहर है और उनकी सेवा भावना की सभी सराहना कर रहे हैं। उनकी यादें और उनके नेक कार्य सदा उनके परिवार और समाज के दिलों में जीवित रहेंगे। नेत्रदान से नेत्रहीन को नई रोशनी मिलेगी, जिससे उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा।