डॉक्टर को रिश्वत के पैसे देने के लिए युवक ने अस्पताल में मांगी भीख
रिश्वतखोरी के खिलाफ आवाज उठाने पर भी कार्रवाई नहीं, पीड़ित ने मांगी लोगों से मदद
बैतूल। जिला चिकित्सालय बैतूल में पदस्थ डॉक्टर प्रदीप धाकड़ की रिश्वतखोरी के मामले ने एक नया मोड़ ले लिया है। पीड़ित युवक अर्जुन देवरे ने मंगलवार को जिला अस्पताल में लोगों से एक-एक रुपए की भीख मांगकर रिश्वत की बकाया राशि जुटाने का प्रयास किया। इस घटना ने जिला चिकित्सालय की छवि पर भी प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया है और अस्पताल में आने वाले मरीजों और उनके परिजनों में असंतोष फैल गया है।
पीड़ित युवक अर्जुन देवरे ने बताया डॉक्टर प्रदीप धाकड़ ने दो महीने पहले उनके परिजन से ऑपरेशन के बदले 5 हजार की रिश्वत मांगी थी। परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण यह सौदा 2 हजार में तय हुआ। ऑपरेशन से पहले अर्जुन ने डॉक्टर को 1700 दे दिए थे और रिश्वत देने का वीडियो बना लिया था। यह वीडियो कलेक्टर और उच्च अधिकारियों को सौंपा गया और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
लेकिन, वीडियो वायरल होने और शिकायत दर्ज कराने के बावजूद अब तक डॉक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अर्जुन की नाराजगी और मजबूरी इतनी बढ़ गई कि उसने अस्पताल में भीख मांगकर बचे हुए 300 रू जुटाने का फैसला किया।
अर्जुन देवरे का कहना है कि उसकी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वह बचे हुए पैसे दे सके, इसलिए लोगों से भीख मांगकर पैसे जुटा रहा है। जब पैसे पूरे हो जाएंगे तो वह बचे हुए 300 रूपए डॉक्टर प्रदीप धाकड़ को दे देगा। इस बीच, सीएमएचओ ने अर्जुन से बात की और आश्वासन दिया कि कार्रवाई जारी है। हालांकि, पीड़ित युवक का आरोप है कि डॉक्टर प्रदीप धाकड़ उन्हें धमकाने का प्रयास कर रहा है। अर्जुन ने इस धमकी की शिकायत कलेक्टर और एसपी से भी की है। अर्जुन देवरे का कहना है कि अगर जल्द ही इस मामले में ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो चिकित्सा व्यवस्था पर से उनका विश्वास उठ जाएगा। बैतूल जिले में निष्पक्ष कार्रवाई के लिए जाने जाने वाले कलेक्टर से अब उम्मीद है कि वह इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करेंगे।
यह भी पढ़ें