कलेक्टर का दफ्तरों में आकस्मिक निरीक्षण रिकार्ड 103 कर्मचारी अनुपस्थित मिले, सभी का एक दिन का वेतन कटेगा
By,वामन पोटे ,बैतूल वार्ता
कलेक्टर का दफ्तरों में आकस्मिक निरीक्षण
रिकार्ड 103 कर्मचारी अनुपस्थित मिले, सभी का एक दिन का वेतन कटेगा
बैतूल। एकीकृत कलेक्ट्रेट में अधिकांश दफ्तर एकसाथ लेने के बावजूद कर्मचारी लेटलतीफी के आदी हो गए। कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी खुद समय के पाबंद है, लेकिन कर्मचारियों की लेटलतीफी के कारण शुक्रवार उन्होंने सुबह 10 बजे ताबड़तोड़ आधा दर्जन से अधिक दफ्तरों का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान 103 अधिकारी और कर्मचारी कार्यालय में उपस्थित नहीं थे। इससे नाराज कलेक्टर ने सभी का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए।
बताया जाता है कि कलेक्टर सूर्यवंशी ने सुबह 7.30 बजे सभी विभाग प्रमुखों को एक ग्रुप पर मैसेज कर समय पर दफ्तर पहुंचने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद कई अधिकारी ऐसे थे जो अपना वाट्सएप खोलकर मैसेज ही नहीं पढ़ पाए। नतीजा यह हुआ कि नाराज कलेक्टर सूर्यवंशी ने सुबह 10 बजे दफ्तर पहुंचते ही सबसे पहले एकीकृत कलेक्ट्रेट का निरीक्षण करना शुरू किया तो यहां पर हड़कंप मच गया। एक के बाद एक दफ्तरों में पहुंचे कलेक्टर ने सभी के हाजरी रजिस्टर जब्त करवा लिए। इसके बाद वे जिला पंचायत कार्यालय पहुंच गए। यहां पर भी इक्का-दूक्का कर्मचारी ही मौजूद थे। इस पर भी उन्होंने नाराजगी जताते हुए सभी का एक दिन का वेतन काटने का फरमान जारी कर दिया।
कलेक्टर यहां से निकलकर आदिवासी विकास, पेंशन कार्यालय, रजिस्टार कार्यालय पहुंचकर निरीक्षण किया। यहां पर भी अधिकांश कर्मचारी के नदारद मिलने पर उन्होंने जमकर नाराजगी जताई और सबका एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए। एक ही दिन में 103 कर्मचारियों का वेतन काटने का यह पहला मौका है।
कलेक्टर सूर्यवंशी ने बताया कि कार्यालीयन समय सुबह 10 से 6 बजे तक है, लेकिन कर्मचारी लगातार देरी से कार्यालय पहुंचे हैं, इसलिए आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि आकस्मिक निरीक्षण लगातार जारी रहेगा।