विधायक की शह पर बडोरा में अतिक्रमण ,जाम में फसे किसान और व्यापारी कह रहे हैं बडोरा पर लगा जाम, स्कूल बसें,एंबुलेंस और सैकड़ों वाहन फंसे रहे
By, बैतूल वार्ता
जाम में फसे किसान और व्यापारी कह रहे हैं
विधायक की शह पर बडोरा में अतिक्रमण ,
बडोरा पर लगा जाम, स्कूल बसें,एंबुलेंस और सैकड़ों वाहन फंसे रहे
बैतूल।।भाजपा के बैतूल विधायक एवं राजनीति के चतुर खिलाड़ी हेमंत खंडेलवाल भी की सोच भी बैतूल कृषि उपज मंडी में जाने वाले किसानों को सड़क जाम जैसी मामूली समस्या से निजात नही दिला सके ।अब बडोरा में यह समस्या नासूर बन गई है किसान और व्यापारी रोज इस समस्या से जूझ रहे हैं सोमवार को जब आरडी स्कूल की बसे और एंबुलेंस इस जाम में फसे तो हर तरफ हाहाकार मच गया और जाम में फंसे हर कोई वहा विधायक को कोसते नजर आया ।
बैतूल कलेक्टर भले ही जन समस्याओं को हल करने के लिए बेहद संवेदनशीलता से काम कर रहे हैं लेकिन उनका अमला इसे पलीता लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है। बडोरा को जाम से मुक्त करने के लिए कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी ने बुलडोजर चलवा दिया था और सड़क के आसपास के अवैध कब्जे हटवाए थे। कार्रवाई हो गई और जनता ने कलेक्टर को साधुवाद भी दे दिया लेकिन कुछ दिन बाद ही जनता प्रशासन को कोसने लगी है। बडोरा चौक के आसपास फिर से सड़क घेरकर कारोबार होने लगा और जिम्मेदार अधिकारियों ने आंखें बंद कर रखी हैं। इसका ही नतीजा है कि हर दिन कई घंटे सदर के गेंदा चौक से लेकर बडोरा में बैतूलबाजार और आठनेर मार्ग तक जाम लग रहा है। सोमवार को तो दर्जनों स्कूल बसें, एंबुलेंस और अन्य वाहन करीब दो घंटे तक जाम में फंसने के कारण खड़े रहे।जागरूक लोगों ने जब बैतूलबाजार थाना प्रभारी को जाम लगने की जानकारी दी तब वे अपने स्टाफ के साथ पहुंचे और वाहनों की आवाजाही धीरे-धीरे प्रारंभ हो पाई।लाेगों का कहना है कि यातायात पुलिस की जिम्मेदारी है लेकिन उनका अमला या तो हाइवे पर जांच करने के लिए मौजूद रहता है या फिर जिले के अन्य मार्गों पर यातायात सुगम बनाने का काम करता नजर अाता है। सोमवार को भी दो घंटे तक महाजाम लगा रहा लेकिन यातायात पुलिस कहीं पर भी नजर नहीं आई। जब यातायात बहाल होने लगा तब ओवर ब्रिज पर एक यातायात कर्मी रस्म अदायगी करते रहे।
आखिर प्रशासन क्यों नाकाम हो रहा
लोगों का कहना है कि जन समस्या के प्रति बेहद सख्त रवैया अपनाने वाले कलेक्टर जिस मंशा से काम कर रहे हैं उसे उनके ही जिम्मेदार अधिकारी आखिर पलीता क्यों लगा रहे हैं यह खोज का विषय है। सदर के गेंदा चौक को बस चालकों ने अवैध रूप से बस स्टापेज का अड्डा बना दिया है। चौक से प्रारंभ होने वाला जाम ओवर ब्रिज से हाेते हुए बडोरा चौक तक पहुंच जाता है। ओवर ब्रिज से बडोरा चौक, आठनेर मार्ग और बैतूलबाजार मार्ग के दोनों किनारों पर स्थित दुकानों के संचालकों द्वारा सड़क तक सामान, बोर्ड रखकर कारोबार किया जा रहा है। इससे यातायात हमेशा अवरूद्ध होता रहता है।यदि अतिक्रमण हटाने की मुहिम के दौरान दुकान तक की पूरी जगह बुलडोजर से समतल कर सड़क बना दी जाती तो आवागमन सुगम हो जाता । बडोरा चौक पर फिर पुराने दिन लौट आए हैं।
पुलिस सहायता केंद्र के सामने सड़क पर रखा लोहा–
बडोरा में बैतूलबाजार पुलिस का सहायता केंद्र तो है लेकिन यहां पर तैनात पुलिसकर्मी कभी भी यातायात अवरूद्ध हाेने पर सड़क पर नजर नहीं आते हैं। हद तो यह है कि पुलिस सहायता केंद्र के सामने सरकारी जमीन पर लोहा रखकर व्यापारी कारोबार कर रहा है। सरकारी जमीन पर ही तौल कांटा स्थापित कर लिया गया है जिससे अक्सर लोहा नापने के दौरान वाहन खड़े रहते हैं और जाम लगना शुरू हो जाता है। बडोरा क्षेत्र के लोगों ने कलेक्टर से मांग की है कि वे एक बार निरीक्षण कर ठोस व्यवस्था बनाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दें ताकि आम जनता काे परेशानी का सामना न करना पड़े।