नशा मुक्त भारत अभियान के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु कलेक्टर ने किए नोडल अधिकारी नियुक्त
By,वामन पोटे
नशा मुक्त भारत अभियान के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु कलेक्टर ने किए नोडल अधिकारी नियुक्त
बैतूल अगस्त 2024।।
राष्ट्रीय कार्य योजना नशा मुक्त भारत अभियान के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी ने बैतूल जिले में नोडल अधिकारी नियुक्त किए है। भारत सरकार द्वारा नशीली दवा की मांग में कमी लाने के लिए राष्ट्रीय कार्ययोजना का शुभारंभ 15 अगस्त 2020 से प्रारंभ किया था। इस योजना के पांचवे वर्ष में प्रवेश के पूर्व नशा मुक्त भारत अभियान के जिले में प्रभावी क्रियान्वयन के उद्देश्य से सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण द्वारा जिले में विभागीय नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाने थे।
28 विभाग प्रमुख बने नोडल
नशा मुक्त भारत अभियान के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए पुलिस अधीक्षक, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, मुख्य वन संरक्षक वृत्त बैतूल, वन मंडलाधिकारी वन मंडल (उत्पादन) बैतूल, वन मंडलाधिकारी वन मंडल (सामान्य) बैतूल, प्राचार्य शासकीय जेएच महाविद्यालय, प्राचार्य शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज, जिला शिक्षा अधिकारी, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला श्रम पदाधिकारी, जिला आबकारी अधिकारी, जिला जनसंपर्क अधिकारी, सहायक संचालक पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक बैतूल, परियोजना अधिकारी शहरी विकास अभिकरण बैतूल, जिला परियोजना अधिकारी जिला शिक्षा केन्द्र बैतूल, जिला समन्वयक नेहरू युवा केन्द्र, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग बैतूल, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला परिवहन अधिकारी, अधीक्षक जिला जेल, जिला आपूर्ति अधिकारी, जिला खनिज अधिकारी, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र, जिला रोजगार अधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बैतूल, जिला योजना एवं सांख्यिकी अधिकारी तथा उप संचालक कृषि बैतूल का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
नशा मुक्त भारत अभियान का उद्देश्य
नशा मुक्त भारत अभियान का उद्देश्य न केवल जनमानस को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागृत करना है, बल्कि नशे के खिलाफ जन आंदोलन का रुप देना है ताकि नशे के खिलाफ हर नागरिक जुड़ कर अपना योगदान दे सकें। नशे पर पूर्णतया अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा व्यापक कदम उठाए जा रहे हैं। दुनिया में कोई भी कार्य असंभव नहीं है, नशा भी छोड़ा जा सकता है, इसके लिए दृढ़ संकल्प लेना जरुरी है। व्यक्ति मनोरंजन के तौर पर नशे की शुरुआत करता है, लेकिन बाद में यह आदत में शुमार हो जाता है, जिससे पूरे परिवार की मानसिक स्थिति के साथ-साथ आर्थिक स्थिति भी खराब हो जाती है।
राष्ट्रीय कार्य योजना नशा मुक्त भारत अभियान के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी ने बैतूल जिले में नोडल अधिकारी नियुक्त किए है। भारत सरकार द्वारा नशीली दवा की मांग में कमी लाने के लिए राष्ट्रीय कार्ययोजना का शुभारंभ 15 अगस्त 2020 से प्रारंभ किया था। इस योजना के पांचवे वर्ष में प्रवेश के पूर्व नशा मुक्त भारत अभियान के जिले में प्रभावी क्रियान्वयन के उद्देश्य से सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण द्वारा जिले में विभागीय नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाने थे।
28 विभाग प्रमुख बने नोडल
नशा मुक्त भारत अभियान के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए पुलिस अधीक्षक, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, मुख्य वन संरक्षक वृत्त बैतूल, वन मंडलाधिकारी वन मंडल (उत्पादन) बैतूल, वन मंडलाधिकारी वन मंडल (सामान्य) बैतूल, प्राचार्य शासकीय जेएच महाविद्यालय, प्राचार्य शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज, जिला शिक्षा अधिकारी, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला श्रम पदाधिकारी, जिला आबकारी अधिकारी, जिला जनसंपर्क अधिकारी, सहायक संचालक पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक बैतूल, परियोजना अधिकारी शहरी विकास अभिकरण बैतूल, जिला परियोजना अधिकारी जिला शिक्षा केन्द्र बैतूल, जिला समन्वयक नेहरू युवा केन्द्र, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग बैतूल, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला परिवहन अधिकारी, अधीक्षक जिला जेल, जिला आपूर्ति अधिकारी, जिला खनिज अधिकारी, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र, जिला रोजगार अधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बैतूल, जिला योजना एवं सांख्यिकी अधिकारी तथा उप संचालक कृषि बैतूल का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
नशा मुक्त भारत अभियान का उद्देश्य
नशा मुक्त भारत अभियान का उद्देश्य न केवल जनमानस को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागृत करना है, बल्कि नशे के खिलाफ जन आंदोलन का रुप देना है ताकि नशे के खिलाफ हर नागरिक जुड़ कर अपना योगदान दे सकें। नशे पर पूर्णतया अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा व्यापक कदम उठाए जा रहे हैं। दुनिया में कोई भी कार्य असंभव नहीं है, नशा भी छोड़ा जा सकता है, इसके लिए दृढ़ संकल्प लेना जरुरी है। व्यक्ति मनोरंजन के तौर पर नशे की शुरुआत करता है, लेकिन बाद में यह आदत में शुमार हो जाता है, जिससे पूरे परिवार की मानसिक स्थिति के साथ-साथ आर्थिक स्थिति भी खराब हो जाती है।
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