आदिवासी जिले झोलाछाप डॉक्टरो की भरमार ,स्वास्थ्य विभाग मेहरबान
एक महीने बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई
बैतूल।।आदिवासी बाहुल्य बैतूल जिले के आदिवासी विकासखंड भीमपुर ,चिचोली भैसदेही एवं शाहपुर ब्लॉक में झोलाछाप डॉक्टरो की भरमार है। ग्राम धपाड़ा में गत दिनों एक झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक को सील किया था। इस मामले में अभी तक झोलाछाप डॉक्टर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ब्लॉक के बीएमओ और बीपीएम दोनों झोलाछाप डॉक्टर को बचाने में लगे हैं। सीएमएचओ भी कार्रवाई को लेकर गंभीर नहीं है। अधिकारी झोलाछाप डॉक्टरों को शरण दे रहे हैं। बेखौफ झोलाछाप डॉक्टर लोगों की जान के साथ खिलवाड़ करने में लगे है।
जानकारी के मुताबिक शाहपुर ब्लॉक के ग्राम धपाड़ा में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने झोलाछाप डॉक्टर देवआशीष सरकार का क्लीनिक सील किया था। क्लीनिक सील करने के बाद आगे की कार्रवाई ठंडे बस्ते में डाल दी। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने झोलाछाप डॉक्टर से वैध दस्तावेज मांगे थे। दस्तावेजों को एक सप्ताह के भीतर जमा करने के निर्देश दिए थे, लेकिन आज तक कोई दस्तावेज जमा नहीं किए हैं।
दस्तावेजों के जमा नहीं होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वार कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। सूत्रों से यह भी जानकारी मिली हैं कि बीएमओ और बीपीएम द्वारा झोलाछाप डॉक्टर को बचाने के लिए पूरा जोर लगाया जा रहा हैं। झोलाछाप डॉक्टर को कार्रवाई से बचाया नहीं जाता तो अब तक झोलाछाप के ऊपर एफआईआर हो जाती। इस संबंध में जब अधिकारियों से चर्चा की तो अधिकारी कार्रवाई के संबंध में टाला मटोली कर रहे हैं।
बेखौफ होकर झोलाछाप कर रहा उपचार
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक क्लीनिक सील हो जाने के बाद भी झोलाछाप डॉक्टर द्वारा बेखौफ होकर उपचार किया जा है। बताया जा रहा है कि जहां अधिकारियों क्लीनिक सील किया था, उसी क्लीनिक के आस-पास नया क्लीनिक खोल लिया है। इसकी जानकारी अधिकारियों को भी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। अधिकारी अपनी जवाबदारी से बचते जा रही हैं। झोलाछाप डॉक्टर का का क्लीनिक सील हुए एक महीने का समय हो गया है, अभी तक आगे की कार्रवाई नहीं सकी हैं।
इनका कहना..
मेरा स्वास्थ्य खराब था। मै अभी ड्यूटी पर लौटा हूं। झोलाछाप डॉक्टर से दस्तावेज मांगे गए थे, लेकिन दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए। आगे की कार्रवाई के लिए पुलिस को जल्द पत्र लिखूंगा।
डॉ.शिवप्रसाद रघुवंशी
सीबीएमओ, शाहपुर