संघर्ष की कहानी ने जीता सबका दिल
एसडी कॉलेज में बंटी वाड़िवा का सम्मान
केबीसी में 50 लाख जीतकर बनाई पहचान
छात्रों से साझा किया संघर्ष का सफर, कॉलेज में खुलेगा प्रतियोगी परीक्षाओं का कोचिंग सेंटर
बैतूल। कहते हैं, संघर्ष के बाद सफलता जरूर मिलती है, और इस बात को सच कर दिखाया है बैतूल के छोटे से गांव असाड़ी के बंटी वाड़िवा ने, जिन्होंने कौन बनेगा करोड़पति में 50 लाख रुपये जीतकर जिले और गांव का नाम रोशन किया। एसडी कॉलेज देवगांव में हुए उनके सम्मान समारोह में छात्रों से साझा किए अपने संघर्ष भरे सफर ने सभी को प्रेरित किया।
जिले के छोटे से गांव असाड़ी के रहने वाले बंटी वाड़िवा ने कौन बनेगा करोड़पति में 50 लाख रुपये की शानदार जीत हासिल कर जिले और गांव का नाम रोशन किया। एसडी कॉलेज, देवगांव में सोमवार, 9 सितंबर को उनका भव्य सम्मान किया गया। इस अवसर पर कॉलेज के अध्यक्ष डॉ. ललित सरले और डायरेक्टर डॉ. आशीष महाजन ने उन्हें शाल और श्रीफल देकर सम्मानित किया।
बंटी वाड़िवा ने अपनी सफलता के पीछे के संघर्षों को छात्रों के साथ साझा किया और बताया कि कैसे उन्होंने छोटे गांव से निकलकर कौन बनेगा करोड़पति की हॉट सीट तक का सफर तय किया। उनके अनुभवों ने छात्रों को प्रेरणा दी।
बंटी ने साझा किया केबीसी का सफर
कार्यक्रम के दौरान बंटी वाड़िवा ने बताया कि उनकी यह जीत उनके जीवन को पूरी तरह बदल चुकी है। पहले जीवन में कई कठिनाइयां थीं, लेकिन अब गांव और उनके परिवार में खुशी का माहौल है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा, संघर्ष और कड़ी मेहनत से कुछ भी हासिल किया जा सकता है। सफलता उन लोगों को ही मिलती है जो हार नहीं मानते।
कॉलेज के अध्यक्ष डॉ. ललित सरले ने अपने संबोधन में कहा, बंटी की सफलता यह साबित करती है कि बड़ी उपलब्धियां हमेशा मेहनत और धैर्य से मिलती हैं। उनका यह संघर्ष जिले के अन्य बच्चों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनेगा।उन्होंने छात्रों को सफलता की कुंजी के रूप में मेहनत और संघर्ष को अपनाने की सीख दी।
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए शुरू होगा कोचिंग सेंटर
इस मौके पर कॉलेज के डायरेक्टर डॉ. आशीष महाजन ने ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों के लिए एक बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि कॉलेज जल्द ही अत्यंत कम शुल्क पर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग सेंटर शुरू करेगा, जिससे ग्रामीण इलाकों के छात्रों को भी बेहतर अवसर मिलेंगे। सम्मान समारोह में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं और शिक्षक उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में ग्रुप कोऑर्डिनेटर राकेश रावत ने आभार प्रकट किया। समारोह के बाद बंटी वाड़िवा ने कहा कि उनकी यह जीत गांव और जिले के लिए गर्व का क्षण है।
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