वॉक पर निकले सैन्य अधिकारियों को बंधक बनाकर महिला मित्र के साथ गैंगरेप, दो आरोपी गिरफ्तार
By, बैतूल वार्ता
वॉक पर निकले सैन्य अधिकारियों को बंधक बनाकर महिला मित्र के साथ गैंगरेप, दो आरोपी गिरफ्तार
डीआईजी निमिष अग्रवाल ने बताया कि महू छावनी कस्बे के दो अधिकारी वॉक पर निकले थे और अपने दोस्तों के साथ कार में बैठे थे, तभी छह लोग वहां पहुंचे और उन्हें घेर लिया तथा उन पर हमला कर दिया।
भोपाल
September 12, 2024
इंदौर : मध्य प्रदेश से एक हैरान करने वाली वारदात सामने आई है। यहां के महू-मंडलेश्वर रोड पर जाम गेट के पास बुधवार तड़के छह लोगों के एक ग्रुप ने दो युवा सैन्य अधिकारियों पर हमला किया। साथ ही उनकी दो महिला मित्रों में से एक के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया। पुलिस ने बताया कि छह हमलावरों में से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा अन्य की तलाश जारी है।
डीआईजी निमिष अग्रवाल ने बताया कि महू छावनी कस्बे के दो अधिकारी वॉक पर निकले थे और अपने दोस्तों के साथ कार में बैठे थे, तभी छह लोग वहां पहुंचे और उन्हें घेर लिया तथा उन पर हमला कर दिया। उन्होंने कहा कि एक अधिकारी और एक महिला को उन लोगों को अपनी कस्टडी में लिया तथा अन्य दो को 10 लाख रुपये लाने को कहा गया।
उन्होंने कहा कि अधिकारी को पैसा लाने के लिए कहा था, लेकिन उसने होशियारी दिखाते हुए मोबाइल फोन नेटवर्क रेंज में एक जगह पर पहुंचकर अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया। जब तक उसके सहकर्मी पहुंचे, हमलावर भाग चुके थे। पुलिस ने बताया कि चारों पीड़ितों को सुबह करीब साढ़े छह बजे मेडिकल जांच के लिए महू सिविल अस्पताल लाया गया।
इंदौर ग्रामीण एसपी हितिका वासल ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया , ‘रात करीब 2.30 बजे अधिकारी सेना की फायरिंग रेंज के पास एक सुनसान जगह पर थे, तभी आरोपियों ने उन पर हमला कर दिया।’ उन्होंने बताया कि लूट, डकैती, बलात्कार और शस्त्र अधिनियम से संबंधित बीएनएस धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
एसपी हितिका वासल ने बताया, ‘हमने दो हमलावरों को गिरफ़्तार किया है। उनमें से एक के खिलाफ़ 2016 में लूट का मामला दर्ज है। यह कोई संगठित गिरोह नहीं था। उन्होंने इन युवाओं को देखा जो रात में एक जगह इकट्ठा हुए थे और उन पर हमला करने का फ़ैसला किया। एक व्यक्ति के पास पिस्तौल भी थी।’ उन्होंने कहा कि इन लोगों ने एक अधिकारी और एक महिला से पैसे लाने को कहा और जब वे चले गए तो कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार की घटना को अंजाम दिया।
वासल ने बताया, ‘अधिकारी ने अपने कमांडिंग ऑफिसर से संपर्क किया और स्थानीय पुलिस स्टेशन को सूचित किया। हम 10 मिनट के भीतर घटनास्थल पर पहुंच गए। पुलिस की गाड़ी देखकर आरोपी भाग गए।’ उन्होंने कहा कि कम से कम 10 स्टेशन हाउस अधिकारी कई पुलिस टीमों का हिस्सा हैं जो अन्य आरोपियों की पहचान और ठिकाने का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।