वरदान की बजाय अभिशाप बनी नल जल योजना ?
2 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन में 100 लीकेज, घटिया पाइप उपयोग का बुरा नतीजा
भैसदेही के धामनगांव में 2 करोड़ कि नलजल योजना का भी सत्यानाश
बैतूल।।बैतूल जिले के लगभग सैकड़ों ग्रामो में नलजल योजना सत्यानाश किस तरह किया गया है। इसका खुलासा परत दर परत हो रहा है। भैसदेही ब्लाक के ग्राम धामनगांव में करीब दो करोड़ रुपए खर्च किया जा चुके हैं। लेकिंन नतीजा अभी भी वही ढाक के तीन पात जैसा ही नजर आ रहा है। हद तो तब हो गयी जब ठेकेदार ने पाइप की क्वालिटी की जांच रिपोर्ट आने के पहले ही दो किलोमीटर लंबी पाईप लाइन बिछा दी अब इस लाइन में पाइप फटने से करीब 100 लीकेज हो चुके हैं। लेकिन अधिकारी और ठेकेदार से अब इसे समेटने में भी नाकाम साबित हो रहे हैं।
बिना जांच रिपोर्ट देखे बिछा दी दो किलो मीटर लंबी पाइप लाइन
भैसदेही ब्लाक की लगभग 2435 आबादी वाली ग्राम पंचायत धामनगांव में पीएचई ने करीब 600 नल कनेक्शन दिए हैं। इस पूरे काम मे अभी तक दो करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च हो चुका है। ग्रामीणों को साफ और स्वच्छ पेय जल उपलब्ध कराने के लिए। बोकरी खापा जोड़ पर दो ट्यूब्वेल कराये थे। इन ट्यूब वेलों से टँकी तक जो पाईप लाइन बिछाई जाने थी उन पाइपो की गुणवत्ता परखने के लिए सिपेड एजेंसी से जांच किये जाने का प्रावधान भी है। पाइपो कि जांच तो की गई लेकिन रिपोर्ट आने के पहले ही ठेकेदार ने पाईप लाइन बिछा दी। जब इसकी रिपोर्ट माइनस आई तो कंपनी ने पाईप वापस मांगे लेकिन ठेकेदार तब तक पाईप लाइन बिछा चुका था। अब यह घटिया किस्म के पाइप करीब 100 जगहों से लीकेज हो चुके हैं। जिन्हें सुधारने के लिए अधिकारियों ने इसमें कपलर लगा कर लीपा पोती किये जाने की कोशिश जरूर की लेकिन अधिकारी और ठेकेदार अपनी करनी को छुपा नहीं पाए।बताया जा रहा है कि इसके बाद ठेकेदार ने आधा किलोमीटर तक नई पाइप लाइन फिर बिछाई उसके बाद भी लीकेज हैं कि रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं।।और ग्रामीण करोडो खर्च होने के बाद भी बुंद बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं।
अधिकारियों और ठेकेदार की करनी , पंचायत बन गई लाखो की कर्जदार
धामनगांव के ग्रामीणों को प्यासा रखने वाले अधिकारियो और ठेकेदार की करनी का परिणाम यह निकल रहा है। कि करोड़ों की इस योजना को पलीता लगाने के चक्कर मे खुद ग्रामपंचायत भी बिजली कम्पनी की कर्जदार बन चुकी है। नलजल योजना के तहत ग्रामीणों के घरों तक पानी पहुंचाने के लिए। 10-10 हॉर्स पावर के 5 कनेक्शन बिजली कम्पनी से लिये गए थे। मेन पाईप लाइन में 8 वाल्व और कनेक्शन पाईप लाइन मे लगभग 36 वाल्व लगाए जाकर पिछले 6 माह से इसकी टेस्टिंग की जा रही है। लेकिन एक के बाद एक पाईप लाइन फटने के चक्कर में पूरा किया धरा मिट्टी पलीत हो रहा है। और टेस्टिंग के चक्कर मे खुद ग्राम पंचायत पर बिजली कम्पनी का करीब 6 लाख रुपए बकाया हो चुका है। वो भी तब जब योजना का पूरी तरह सत्यानाश हो चुका है। अब बिजली बिल का यह बकाया ग्राम पंचायत किस मद से जमा करेगी यह सवाल भी खड़ा हो रहा है ।