दो गुटों में हुए विवाद के बाद चलने लगे थे पत्थर
बैतूल – नगर के रेलवे स्टेशन पर बीती रात्रि में जमकर हंगामा हुआ और इसके बाद पत्थर चलने लगे। इससे प्लेटफार्म पर मौजूद यात्रियों में जहां हडक़म्प मच गया था। वहीं पत्थरबाजों का एक पत्थर लगने से जिले के वरिष्ठ पत्रकार रिशु कुमार नायडू के पिता रविशंकर नायडू भी घायल हो गए हैं। उन्हें तत्काल कार से अस्पताल ले जाया गया जहां उनका उपचार किया जा रहा है।
एक नजर में पूरा घटनाक्रम
पत्रकार रिशु नायडू ने बताया कि उनके पिता रविशंकर नायडू बैतूल से जबलपुर जाने के लिए नागपुर-जबलपुर एक्सप्रेस से आरक्षण करवाया था। आरक्षण एस -9 बोगी की बर्थ नं. 73 का था। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नं. 2 पर पिता के साथ ट्रेन आने का बीती रात्रि में इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान प्लेटफार्म नं. 2 पर एक महिला और तीन पुरूषों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। यह लोग आपस में गाली गलौच कर रहे थे। इसी दौरान दो लोग और आए गए और विवाद बढ़ गया। इसके बाद विवाद करने वाले दो लोग प्लेटफार्म नं. 2 और 3 के बीच चले गए और पत्थर चलाने लगे जिससे प्लेटफार्म नं. 2 पर ट्रेन का इंतजार कर रहे यात्रियों में हडक़म्प मच गया था।
माथे पर पत्थर लगने से हुए बेहोश
रिशु नायडू ने बताया कि एक पक्ष द्वारा दूसरे पर चलाए जा रहे पत्थरों में से एक पत्थर उनके पिता रविशंकर नायडू के माथे पर आकर लग गया जिससे उनके पिता का खून निकलने लगा और वह बेहोश गए। उन्होंने तत्काल एम्बुलेंस को फोन किया लेकिन एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं होने पर वह कार से घायल पिता को अस्पताल लेकर पहुंचे और उपचार कराया। श्री नायडू ने पूरे मामले की शिकायत जीआरपी पुलिस थाने में दर्ज कराई है जिस पर पुलिस ने धारा 336 के तहत अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया है।
यात्रियों की सुरक्षा जरूरी
स मामले में वरिष्ठ पत्रकार रिशू नायडू सहित गणमान्य नागरिकों ने घटना के बाद कहा है कि रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे को पुख्ता इंतजाम करना चाहिए, लेकिन अक्सर देखने में आता है कि रेलवे की इस विफलता का रेल यात्रियों को खामियाजा भुगतने मजबूर होना पड़ता है। उन्होंने कहा कि कई बार अवैध वेंडर तो कई बार असामाजिक तत्वों द्वारा किए जाने वाले उत्पात से रेल यात्रियों की सुरक्षा खतरे में पड़ जाती है जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए