आठनेर की माडू नदी उफान पर , गांव और घरों में घुसा पानी, सामान बहा, मकानों में हुआ कीचड़, बैठने-सोने को भी जगह नहीं
Waman Pote
आठनेर की माडू नदी उफान पर , गांव और घरों में घुसा पानी, सामान बहा, मकानों में हुआ कीचड़, बैठने-सोने को भी जगह नहीं
बैतूल//आठनेर
बैतूल जिले में रात से हो रही मूसलाधार बारिश ने आठनेर क्षेत्र में भारी नुकसान पहुंचाया है। ब्लॉक के आष्टी गांव में भारी बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। यहां माडू नदी उफान पर चल रही है। इसके चलते गांव की निचली बस्ती में पानी भर गया। कई घरों में पानी घुसने से लोगों को नुकसान उठाना पड़ा है। ग्रामीणों के घर कीचड़ से सराबोर हो चुके हैं। उनके घरों में उठने-बैठने और सोने तक को जगह नहीं बची है।
रात से हो रही भारी बारिश से माडू नदी उफान पर चल रही थी। सुबह हाल यह थे कि नदी किनारे स्थित गांव की निचली बस्ती जलमग्र जैसी हो गई थी। गांव में सड़क और गलियों पर घुटनों तक पानी जमा हो गया था। यह पानी लोगों के घरों में भी घुस गया। इसके चलते लोगों के घर में रखा खाने-पीने का सामान, ओढ़ने-बिछाने के कपड़े सहित अन्य जरुरी सामान खराब हो गया। यही नहीं खेती के लिए रखा खाद-बीज भी खराब हो गया।
लगातार पानी बढ़ता देख ग्रामीण सब कुछ छोड़ घरों से बाहर निकलने को मजबूर हो गए। वहीं कुछ ने गांव के कुछ पक्के मकानों की छत पर डेरा जमाया। नदी में पानी का स्तर कुछ कम हुआ तो ग्रामीणों ने भी अपने घरों में भरा पानी खाली किया। हालांकि घरों में अब कीचड़ जमा है। एक बिजली का पोल तिरछा हो गया था। उसके गिरने के आसार नजर आ रहे थे। करंट न फैल जाए यह सोचकर ग्रामीणों ने उसे तार और रस्से से बांध कर सुरक्षित रखा ताकि करंट न फैले।
इस बारे में सूचना मिलने पर आठनेर तहसीलदार लावीणा घाघरे और टीआई अजय सोनी ने भी मौके पर पहुंचे। उनके द्वारा नुकसान का जायजा लेने के साथ ही कर्मचारियों को राहत कार्य में जुटाया गया है। पूर्व जनपद अध्यक्ष रामचरण ईरपाचे भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने भी स्थिति का जायजा लिया और ग्रामीणों से चर्चा की। उन्होंने बताया कि भारी बारिश की वजह से घरों में लगातार जलभराव की स्थिति है। इसलिए ग्रामीण अपना घर छोड़कर बाहर निकल रहे हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।