मां ताप्ती बोरगांव तट पर तीन दिवसीय जीवित समाधि लेंगे गिरी महाराज
बैतूल। सिवनी के ब्रम्हज्ञानी संत, सनातन संस्कृति आध्यात्मिक महाविद्या के संचालक डॉ. सत्यनारायण गिरी महाराज मुलताई तहसील के ग्राम बोरगांव में मां ताप्ती तट स्थित सदगुरुदेव गुणवंत बाबा आश्रम में तीन दिवसीय जीवित समाधि लेंगे। उल्लेखनीय है कि गुणवंत बाबा आश्रम बोरगांव के रामदयाल महाराज के आग्रह पर संत गिरि महाराज बोरगांव पहुंच रहे हैं। संत गिरी महाराज से रामदयाल महाराज ने आग्रह किया था कि वे मां ताप्ती की पुण्य भूमि के किनारे स्थित सदगुरुदेव गुणवंत बाबा आश्रम में मानव कल्याण के लिए अखंड ब्रह्मध्यानालिं समाधि लेकर पुण्य भूमि को पावन पवित्र बनाए। ताकि यज्ञ, हवन, पूजन, प्रवचन से क्षेत्रवासियों के मन मंदिरो में फैला अंधकार दूर हों सके। रामदयाल महाराज की विनती और प्रार्थना सुनकर संत शिरोमणि महान तपस्वी सत्यनारायण गिरी महाराज ने तीन दिवसीय समाधि लेने की घोषणा कर दी है।
डॉ .सत्यनारायण गिरी गोस्वामी महाराज ने कहा कि ताप्ती तट वासियों के कल्याण और उत्थान के लिए मां ताप्ती तट के किनारे वह तीन दिवसीय अखंड ब्रह्मध्यानालिं समाधि अवश्य लेंगे। इस महायज्ञ प्रवचन और समाधि से प्रसन्न होकर देवी देवता ताप्ती तट वासियों को अनेक शुभ फल प्रदान करेंगे। इस दौरान सदगुरुदेव गुणवंत बाबा आश्रम बोरगांव के रामदयाल महाराज भक्त गुड्डु झपाटे एवं माँ सूर्यपुत्री ताप्ती जागृति समिति के मीडिया प्रभारी रविन्द्र मानकर द्वारा सदगुरुदेव का दिव्य पूजन अर्चन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
–12 जीवित पृथ्वी समाधि ले चुके है संत– भगवान शिव के दिव्य अवतार माने जाने वाले संत सत्यनारायण गिरी महाराज ने मानव कल्याण और विश्व कल्याण के लिए अब तक 12 समाधि ली है।
पहली ग्राम बजरवाडा जिला सिवनी में 3 माह 13 दिन, दूसरी जल समाधि कोठीघाट माँ गंगा तट जिला सिवनी, तीसरी नैनपुर सतचंडी महायज्ञ एवं 9 दिवसीय पृथ्वी के गर्भ में अखण्ड ब्रम्ह ध्यानालीन समाधि जिला मण्डला, चौथी ग्राम सर्रा तहसील नैनपुर जिला मण्डला 7 दिन पृथ्वी के गर्भ मे अखण्ड ब्रम्हध्यानलीन समाधि, पांचवीं सहस्त्र धारा जिला मण्डला मे 7 दिवसीय पृथ्वी के गर्भ मे अखण्ड ब्रम्हध्यानलीन समाधि, छटवी जिलहरीघाट कुलबहरा नदी के किनारे जिला सिवनी, सातवी श्रीमहाकालेश्वर धाम बोरदई टेकरी जिला सिवनी,
आठवी हिंगलाज मंदिर टेकरी जिला छिंदवाड़ा, नवमी चांदसाबली पहाड़ समाधि जिला छिंदवाड़ा सहित अन्य जगह प्रशासन और शासन के समक्ष समाधि ली है।
–समाधि में जगदम्बा के दस रूपों की आराधना करेंगे गिरी महाराज–
संत सत्यनारायण गिरी महाराज ब्रम्हध्यानालीन समाधि के दौरान दस रूपों वाली देवी की आराधना करते है। माँ काली, माँ तारा, माँ षोडशी, माँ भुवनेश्वरी, माँ त्रिपुर भैरवी, माँ छिन्नमस्तका, माँ धूमावती, माँ बगलामुखी, माँ मातंगी, माँ कमला की आराधना में तीन दिन समाधि में रहेंगे।
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