गरीब का सरकारीअस्पताल
नोट उगलने वाला एटीएम बन गया ,जनता के प्रतिनिधि भी अछूते नही ?
बैतूल।।।आदिवासी बाहुल्य बैतूल जिले का जिला अस्पताल पैसे उगाही का एटीएम बन गया है यहाँ भर्ती मरीजों से जमकर उगाही की जा रही है रोज नए मामले सामने आ रहे है ।पैसे दो तो इलाज ऑपरेशन सब चंद घण्टो में हो जाता है पैसे नही दिए तो फिर रेफर कर बला टाल देते है ।महिला डॉक्टर वंदना धाकड़ के निलंबन के बाद भी जिला अस्पताल की हालत नही सुधरी है ।भगवान का दूसरा रूप कहे जाने वाले डॉक्टर भी बिना चढ़ोत्तरी के इलाज नही करते है ।जनता के प्रतिनिधि भी इस पेशे में है परंतु वे भी चढ़ौत्री देकर अपने धंधे को चमकाने में लगे है ।
ताजा मामला शनिवार को फिर सामने आया है जिसमे रोढ़ा गांव की एक महिला ने डॉक्टर और नर्स पर ऑपरेशन के लिए पैसे मांगने का आरोप लगाया है ।
यह तो जिला अस्पताल में बरसों से चल रहा है परंतु जागरूकता के दौर में अब शिकायते होने लगी है।अस्पताल ही नही हर तरफ नगद नारायण चाहिए तो काम तुरन्त हो जाता है नही तो फिर पैर घिसते चलते रहो धक्के खाते रहो।
बैतूल जिला अस्पताल में एक महिला डॉक्टर को ऑपरेशन के लिए भर्ती किए गए पेशेंट से पैसे मांगने और प्रसूता की मौत के मामले में निलंबन की सुर्खियां अभी खत्म भी नहीं हुई थीं कि एक और मामला सामने आया है. यहां एक महिला ने जिला अस्पताल में पदस्थ सर्जन डॉ. प्रदीप धाकड़ पर ऑपरेशन के लिए पांच हजार रुपये सिस्टर के माध्यम से मांगने के आरोप लगाए हैं.
पैसे नहीं दिए तो भोपाल रेफर कर दियाः
ग्राम रोंढा निवासी मनीषा काकोड़िया ने बताया कि वह पेट का ऑपरेशन के लिए जिला अस्पताल में 22 सितंबर को भर्ती हुई थी. 23 सितंबर को एक सिस्टर उसे ब्लड जांच के लिए लेकर गई. नर्स ने कहा कि ऑपेरशन कराना है तो डॉक्टर प्रदीप धाकड़ को पांच हजार रुपए देना पड़ेगा. मनीषा ने कहा कि उसके पास इतना पैसा नहीं है. वह 3 हजार रुपए दे सकती है. इसके बाद उसे वापस वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया. मनीषा का शनिवार को ऑपरेशन होना था.शनिवार सुबह फिर डॉक्टर प्रदीप धाकड़ आए और उन्होंने कहा कि तुम्हारा ऑपरेशन नहीं होगा, तुम भोपाल चली जाओ. मनीषा ने इसकी शिकायत अस्पताल में लगे टास्क फोर्स टीम के नंबर पर कर दी. एसडीएम रीता डेहरिया, नायब तहसीलदार श्रृष्टि डेहरिया ने अस्पताल पहुंचकर पीड़िता के बयान लिए हैं. बयान के आधार पर अधिकारी कार्रवाई करेंगे.
उसे पेट के पास एक गांठ थी। उसे जिला अस्पताल में पदस्थ डॉ. प्रदीप धाकड़ द्वारा देखकर 24 सितंबर को आपरेशन करने के लिए कहा था। महिला के अनुसार इसके बाद अस्पताल की आया उसके पास आई और डॉक्टर के नाम पर 5 हजार रुपए मांगने की बात कहने लगी। महिला मनीषा ने इसके लिए तीन हजार रुपए देने की बात कहीं, लेकिन आया ने लेने से इंकार कर दिया। इसके बाद महिला का आपरेशन नहीं हुआ। इसके बाद महिला ने एसडीएम रीता डेहरिया, सिविल सर्जन डॉ.अशोक बारंगा को शिकायत की।
शिकायत के बाद एसडीएम ने महिला के बयान लिए। सिविल सर्जन डॉ. अशोक बारंगा ने अस्पताल के आरएमओ डॉ. रानू वर्मा को मामले की जांच सौंपी है। आरएमओ डॉ. वर्मा ने बताया इस मामले में जांच शुरु कर दी है। सोमवार को जांच रिपोर्ट सिविल सर्जन को सौंपी जाएगी। इधर पूरे मामले में डॉ. प्रदीप धाकड़ ने पल्ला झाड़ते हुए कहा महिला से आया ने रुपए मांगे है। मैंने कोई रुपए की मांग नहीं है।
इधर सूत्र बताते है कि जिला अस्पताल के आसपास बड़े पैमाने पर दलाल भी सक्रिय है जो जिला अस्पताल के आसपास 24 घण्टे मंडराते रहते है ।अच्छा इलाज कराने के लिए निजी अस्पताल में जाने की सलाह भी देते है ।