गढ़ा डैम का निर्माण शुरू, जुलाई 2023 में डैम का काम होगा पूरा
डैम से 6500 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो सकेगी। इस डैम में 39 एमसीएम पानी स्टोर होगा
- 10 साल बाद शुरु हुआ गढ़ा डैम का निर्माण, नहीं बढ़ेगी लागत, जुलाई 2023 में डैम का काम होगा पूरा।
- 10 गांवों के किसानों की 850 हेक्टेयर जमीन जा रही डूब में, मुआवजा अधिक देने की मांग कर रहे हैं किसान
बैतूल(वामन पोटे) करीब दस साल से अटका गढ़ा डैम का काम अब शुरु हो गया है। 2012 से डैम बनाए जाने की कवायद चल रही थी। किसानों के विरोध के कारण काम शुरु नहीं हो पाता था। करीब 15 दिन पहले से ठेकेदार ने माचना नदी में डैम बनाने के लिए खुदाई शुुरु कर दी है। डैम के लिए 307 करोड़ की राशि स्वीकृत हुई है । इसकी लागत नहीं बढ़ाई जाएगी। डैम का काम एक साल में ही पूरा हो जाएगा। आगामी जुलाई 2023 को डैम का काम कंपलीट करने का टारगेट रखा गया है। डैम से 6500 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो सकेगी। इस डैम में 39 एमसीएम पानी स्टोर होगा।
गढ़ा गांव की माचना नदी में 2012 में गढ़ा डैम को लेकर सर्वे किया गया था। इसके बाद से गढ़ा डैम का कुछ गांवों के किसानों द्वारा विरोध किया जा रहा था। इसके कारण डैम का काम शुरु नहीं हो सका। डैम निर्माण कंपनी ने फरवरी 2021 को डैम का शुरु करने का प्रयास किया था, लेकिन किसानों के विरोध के बाद शुरु नहीं हो सका। करीब 15 दिन पहले कंपनी ने डैम निर्माण काम शुरु कर दिया है। कंपनी के अधिकारी यहां पर डेरा डालकर काम करने में जुटे है। डैम बनाने के लिए पांच मीटर तक खुदाई की जा रही है। डैम को पांच मीटर तक नीचे खोदा जाएगा। डैम का काम दिन और रात किया जा रहा है।
जुलाई 2023 में डैम बनाने का टारगेट है। इसके लिए जल्द से जल्द काम करने के प्रयास किए जा रहे है। प्रशासन द्वारा जहां पर डैम बनाया जा रहा है, वहां के किसानों को मुआवजा वितरित कर दिया है।
17 मीटर ऊंचा बनेगा डैम, 6500 हेक्टेयर में होगी सिंचाई
डेम निर्माण कंपनी के शैलेंद्र पटेल ने बताया माचना नदी पर बनने वाले गढ़ा डैम की ऊंचाई करीब 17 मीटर रहेगी। इसमें पांच मीटर तक नीचे खोदकर बेस तैयार किया जाएगा। इसके बाद 17 मीटर ऊंचाई का डैम बनाया जाएगा। इस डैम में 39 एमसीएम पानी स्टोर होगा। 2023 में डैम का काम पूरा करने का टारगेट रखा गया है। ऐसा हुआ तो 2023 के रबी सीजन में किसानों को सिंचाई के लिए डैम से पानी मिल सकेगा। पाइप लाइन नहर से खेतों में पानी दिया जाएगा। इसमें पीने के लिए पानी भी आरक्षित रहेगा।
10 गांव के किसानों की जमीन डूब में
गढ़ा डैम में कोदारोटी, हिवरखेड़ी, गढ़ा, अखतवाड़ा, डोक्या पाढर सहित 10 गांव के किसानों की जमीन में डूब में जा रही है। किसानों को करीब 125 करोड़ का मुआवजा वितरण होना है। इसके लिए विभागीय प्रक्रिया चल रही है। 2 गांवों के किसानों को मुआवजा देना शुरू भी कर दिया है, जबकि 8 गांवों के किसानों के मुआवजें की प्रक्रिया जारी है। जल्द ही इन किसानों को भी मुआवजा दिया जाएगा। इन गांवों के किसानों के 850 हेक्टेयर जमीन डूब में जा रही है। इन किसानों द्वारा चार गुना मुआवजा देने की मांग की जा रही थी।
इस तरह डैम से मिलेगा किसानों को लाभ
- 6500 हेक्टेयर जमीन में होगी सिंचाई
- सिंचाई के साथ-साथ पेयजल के लिए भी आरक्षित रहेगा पानी।
- पाइप लाइन नहर से किसानों के खेतों में पहुंचाया जाएगा पानी।
- डैम में स्टोर होगा 39 एमसीएम पानी।
- 28 गांवों की 6500 हेक्टेयर जमीन सिंचित होगी। इससे 5400 किसानों को लाभ मिलेगा।