कांग्रेस ने दिखाए दस्तावेज, कहा-पूर्व सीएस ने किया घोटाला:हेमंत कटारे बोले- जिस बिल्डर पर छापा पड़ा, उससे खरीदी जमीन; जरूरी परमिशन दिलवाई
By,वामन पोटे
कांग्रेस ने दिखाए दस्तावेज, कहा-पूर्व सीएस ने किया घोटाला:हेमंत कटारे बोले- जिस बिल्डर पर छापा पड़ा, उससे खरीदी जमीन; जरूरी परमिशन दिलवाई
भोपाल
भोपाल में आयकर विभाग ने हाल ही में तीन बिल्डर्स के ठिकानों पर रेड डाली थी। जिसमें हुए खुलासों के बाद कांग्रेस ने प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को घेरा है।
विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने रविवार को भोपाल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक राजेश शर्मा और इकबाल सिंह बैंस के बीच व्यवसायिक संबंध होने की बात कही।
कटारे ने कई दस्तावेज दिखाते हुए आरोप लगाया कि बैंस ने अपने और परिवार के नाम से कुणाल बिल्डर से सेवनिया गौड़ में जमीन खरीदी है। ये इलाका भोपाल के ग्रीन बेल्ट इलाके में आता है। यहां कुणाल बिल्डर और राजेश शर्मा के जॉइंट वेंचर का सेंट्रल पार्क प्रोजेक्ट चल रहा है। कटारे का आरोप है कि पूर्व सीएस ने पद पर रहते हुए लो डेनसिटी के इस एरिया में ग्रीन बेल्ट के नियमों में छूट देकर निर्माण की परमिशन दिलाई।
उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने बताया कि वे प्रधानमंत्री ऑफिस से लेकर ईडी, सीबीआई और चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को पत्र भेजकर मामले की जांच की मांग करेंगे।
राजेश शर्मा के एग्रीमेंट करते ही मिली परमिशन
कटारे ने आरोप लगाया कि जिस सेवनिया गौड में इकबाल सिंह बैंस की जमीन है। वहां बिल्डर्स को पिछले दस सालों से भोपाल झील का ग्रीन बेल्ट और लो डेनसिटी एरिया होने के चलते निर्माण की अनुमतियां नहीं मिल रहीं थीं। लेकिन, 18 अक्टूबर 2021 को जैसे ही कुणाल बिल्डर्स का सेंट्रल पार्क इन्फ्रा प्रोजेक्ट के राजेश शर्मा के बीच एग्रीमेंट हुआ। उसके महीने भर में ही एनजीटी, ग्राम पंचायत से लेकर तमाम एनओसी जारी हो गईं। सेवनिया गौड में करीब 31.77 एकड़ जमीन इन बिल्डर्स की है।
परिवहन विभाग के पूर्व और मौजूदा मंत्री की जांच हो
कटारे ने आरोप लगाया कि 100 करोड़ रुपए की राशि तो राजेश शर्मा एक छोटी सी मछली से जब्त किए हैं। बड़े-बड़े मगरमच्छ पूर्व सीएस, पूर्व ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर, वर्तमान परिवहन मंत्री और कई अधिकारियों की जांच हो तो यह राशि कम से कम 20 हजार करोड़ रुपए की होगी।
कटारे ने बीजेपी को घेरते हुए कहा- बीजेपी का वादा था काला धन लाने का। काला धन तो नहीं आया। मध्य प्रदेश में पीला धन आ गया, गोल्ड बिस्किट के रूप में।
हेमंत कटारे ने यह नक्शा जारी किया। जिसमें उन्होंने बताया कि सेनविया गौड में नियम खिलाफ कॉलोनी के लिए परमिशन दी गई। यहां पूर्व सीएस और उनके परिवार की जमीनें हैं।
झील से 30 मीटर की दूरी पर कंस्ट्रक्शन हो रहा
हेमंत कटारे ने झील और आसपास के इलाके का नक्शा दिखाते हुए आरोप लगाया कि जहां पूर्व सीएस और उनके परिवार जनों की जमीन है। वहां झील से 30-40 मीटर पर ही कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है। बाकी शहर में झील से 300 मीटर की दूरी पर भी कंस्ट्रक्शन नहीं होता है।
कटारे ने आरोप लगाया कि, इकबाल सिंह बैस के संरक्षण से ये चल रहा है। झील के आसपास सब जगह ग्रीन बेल्ट है, पर ग्राम सेवनिया गौड में झील के पास ग्रीन जोन नहीं है।
10 साल में कई घोटालों के आरोप लगाए
हेमंत कटारे ने पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस पर 10 साल के कार्यकाल के दौरान कई घोटालों का आरोप लगाया। उन्होंने कहा- लो डेंसिटी एरिया में धारा 61 के तहत प्लाटिंग की परमिशन नहीं मिल सकती है। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने ये परमिशन दिलाई। FAR जितना होता है उससे दुगने से ज्यादा की परमिशन दिलाई।
इसके अलावा कटारे ने आरोप लगाए कि राजेश शर्मा के कुणाल बिल्डर्स से जॉइंट वेंचर होने के बाद, जो परमिशन सालों साल नहीं मिल रही थी एक महीने में दिलाई। कटारे ने इन सभी की जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि राजेश शर्मा की संपत्ति की जांच होनी चाहिए कि कही ये इकबाल सिंह के काले कारनामों से अर्जित संपत्ति तो नहीं है।
पूर्व और वर्तमान परिवहन मंत्री की जांच हो
कटारे ने आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा को लेकर कहा कि परिवहन विभाग के एक आरक्षक को आखिर किसका संरक्षण था। परिवहन विभाग के पूर्व मंत्री के साथ ही वर्तमान ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर के सौरभ शर्मा के साथ संबंधों की जांच होनी चाहिए। कटारे ने कहा अभी सिर्फ एक ही सौरभ शर्मा सामने आया है जबकि एक और सौरभ शर्मा इस खेल में शामिल है। जिसका वे जल्द खुलासा करेंगे।