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मंत्री प्रहलाद पटेल के बयान जनता को ‘भिखारी’ कहे जाने पर, विधानसभा अध्यक्ष बोले, अखबार से पता चला मंत्री से चर्चा करूंगा ?

By,वामन पोटे

मंत्री प्रहलाद पटेल के बयान जनता को ‘भिखारी’ कहे जाने पर,
विधानसभा अध्यक्ष बोले,
अखबार से पता चला
मंत्री से चर्चा करूंगा ?

इधर पटेल के बयान से भाजपा के लिए मुश्किलें बढ़ीं !
क्या सरकार के लिए संकट खड़ा कर रहे हैं मंत्री पटेल?

हमलावर विपक्ष :

कांग्रेस का आक्रामक रुख

बैतूल।।विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर बुधवार को बैतूल पहुंचे। वे यहां मुलताई के बाड़े गांव में महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इस मौके पर उन्होंने बैतूल के  सर्किट हाउस में पत्रकारों से चर्चा की।

इस दौरान वह मंत्री प्रहलाद पटेल के बयान का बचाव करते दिखे। उन्होंने कहा कि उनकी इस बारे में प्रहलाद पटेल से चर्चा नहीं हो सकी, उन्होंने इसे सिर्फ अखबार में पढ़ा है। उनके कहने का भाव कुछ और था, वे उनसे चर्चा के बाद ही ज्यादा कुछ कह पाएंगे।
10 मार्च से शुरू होगा विधानसभा सत्र
उन्होंने बताया कि विधानसभा का सत्र 10 मार्च को शुरू होगा और 24 मार्च तक चलेगा। इसमें बजट प्रस्तुत किया जाएगा। विधानसभा चर्चा के लिए है, करोड़ों लोग अपने जनप्रतिनिधियों को चुनकर भेजते है। सरकार और विपक्ष के सदस्यों की जिम्मेदारी है कि वे यहां जनता की अपेक्षा के अनुरूप सकारात्मक चर्चा कर इसे परिणाम तक पहुंचाए।
यहां से वह आज शाम 5.25 बजे ट्रेन से इंदौर के लिए रवाना हो जाएंगे। जहां से रात 10 बजे वह हवाई मार्ग से जोधपुर जाएंगे।

 मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा बजट सत्र से ठीक पहले प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। पंचायत एवं श्रम मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के बयान ने राज्य की सत्ता और विपक्ष के बीच एक नई बहस को जन्म दे दिया है। मंत्री पटेल द्वारा जनता को ‘भिखारी’ कहे जाने पर कांग्रेस हमलावर हो गई है और 5 मार्च से प्रदेशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने जा रही है।

सरकार के लिए संकट खड़ा कर रहे हैं मंत्री पटेल?

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ऐसे संवेदनशील समय में इस प्रकार के बयान सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं। बजट सत्र से पहले यह बयान विपक्ष को बैठे-बिठाए एक बड़ा मुद्दा थमा गया है। कांग्रेस इसे जनता के अपमान से जोड़कर भाजपा पर हमले तेज कर रही है।

पहले से ही हमलावर विपक्ष

सवाल उठता है कि क्या मंत्री पटेल ने जानबूझकर ऐसा बयान दिया या यह उनकी राजनीतिक चूक थी? सरकार के लिए यह बयान उस समय परेशानी का सबब बन गया है, जब विपक्ष पहले से ही किसान, बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों पर हमलावर है।

कांग्रेस का आक्रामक रुख

मंत्री के इस बयान को लेकर कांग्रेस ने तीखा विरोध जताया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि भाजपा को अब जनता की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि यदि जनता सरकार से अपनी समस्याओं के समाधान की मांग करती है तो क्या वह भीख मांग रही है? कांग्रेस ने ऐलान किया है कि 5 मार्च को सभी 55 जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा और पंचायत मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के इस्तीफे की मांग की जाएगी।

भाजपा के लिए मुश्किलें बढ़ीं

भाजपा के लिए यह बयान एक बड़े राजनीतिक संकट का रूप ले सकता है। खासकर तब जब पार्टी आगामी चुनावों के मद्देनजर जनता के बीच अपनी छवि को सुधारने की कोशिश में लगी हुई है। विपक्ष इस बयान के जरिए सरकार को सड़क से लेकर सदन तक घेरने की तैयारी में है।

मंत्री ने सफाई में क्या कहा?

मंत्री पटेल ने हालांकि अपने बयान को सफाई देते हुए कहा कि उनका इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था, बल्कि वे समाज को आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दे रहे थे। लेकिन उनकी इस सफाई से विवाद थमता नहीं दिख रहा है।

बयान का संभावित असर

इस पूरे विवाद का असर निश्चित रूप से विधानसभा सत्र पर पड़ सकता है। कांग्रेस इस मुद्दे को सदन में भी उठाने की तैयारी में है, जिससे भाजपा सरकार को बैकफुट पर जाना पड़ सकता है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह बयान न केवल विपक्ष के लिए हथियार बन सकता है, बल्कि भाजपा के भीतर भी असंतोष को जन्म दे सकता है। भाजपा पहले ही कई विवादों से घिरी हुई है और ऐसे में मंत्री का यह बयान पार्टी की साख पर सवाल खड़ा कर सकता है।

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