Athner Me Pandavkalin Mandir: आठनेर में है मां भवानी का पांडव कालीन मंदिर, सिद्ध पीठ घोषित, काशी न्यास के अधीन देख-रेख
Athner Me Pandavkalin Mandir : Hundred years old Pandava carpet temple is located in Athner, Siddha Peeth declared, will be under Kashi trust
- निखिल सोनी, आठनेर
Athner Me Pandavkalin Mandir: बैतूल जिले के आठनेर ब्लॉक में सैकड़ों वर्ष पुराना पांडव कालीन मंदिर है। जो अब देश के वरिष्ठ संतों द्वारा सिद्ध पीठ भी घोषित किया जा चुका है। मंदिर की देखरेख की जिम्मेदारी भी काशी न्यास को दी गई है। बताया गया कि यह चमत्कारिक और दिव्य मंदिर पांडव काल से यहां पर है। संतों ने इसी वजह से इसे सिद्ध पीठ भी घोषित कर दिया है।
प्रसिद्ध देवी धाम का इतिहास सैकड़ों वर्ष पुराना
आठनेर ब्लॉक के प्रसिद्ध माता भवानी का देवी आस्था धाम हिवरा में तीन दिवसीय भगवती पाटो उत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें देशभर के मंदिरों से संत धार्मिक अनुष्ठानों में शामिल हुए। यहां पर काशी, वाराणसी, चित्रकूट और गुजरात से आए संतों ने मंदिर की महिमा बताते हुए कहा कि मंदिर क्षेत्र सैकड़ों वर्ष पुराना है और पान्डव कालीन है। मंदिर में माता भगवती के अलावा भगवान शिव, हनुमान लला, भैरवनाथ भी विराजमान है। मंदिर की पोरौणिक और धार्मिक स्थिति को देखते हुए सिद्ध पीठ घोषित किया गया है। इस मंदिर का इतिहास सैकड़ों वर्ष पुराना है। संतों ने मंदिर क्षेत्र को सिद्ध पीठ घोषित करके ध्वज पताका फहराई है।
बताया गया कि आठनेर ब्लॉक का यह पहला मंदिर है, जो सिद्ध पीठ घोषित हुआ है। अब मंदिर की देख-रेख की जिम्मेदारी काशी न्यास के अधीन होगी। तीन दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान में स्वामी धीरेंद्र आचार्य जी महाराज चित्रकूट धाम, महंत स्वामी राम भारती काशी पीठाधीश्वर, स्वामी आचार्य प्रहलाद गिरी महाराज जूना अखाड़ा महामंडलेश्वर बापू गुजरात, स्वामी पगलानंद जी महाराज पीठाधीश्वर ग्वारीघाट, यज्ञाचार्य स्वामी राजेश्वरानंद जी महाराज श्रीधाम ने मौजूद रहकर भक्तों को आशीर्वाद प्रदान किया और धार्मिक कार्यक्रमों मे हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में जिलेभर के श्रद्धालु रहे मौजूद
इस तीन दिवसीय भगवती पाटो उत्सव में पहले दिन कलश यात्रा निकाली गई। दूसरे दिन ध्वज पताका फहराकर मंदिर को सिद्ध पीठ घोषित किया गया। तीसरे दिन वरिष्ठ संतों की उपस्थिति में उत्सव का समापन किया गया। कार्यक्रम में पूर्व विधायक चंद्रशेखर देशमुख, पूर्व सांसद प्रत्याशी रामू टेकाम, हेमंत वागद्रे, डॉ.नितिन देशमुख, धनराज गावंडे, सीके वागद्रे, नामदेव बारस्कर, हनवंतराव देशमुख, गुलाबराव देशमुख, भास्कर मगरदे, राज धड़से, कुनबी समाज अध्यक्ष दिनेश महस्की, खुसराज धोटे सहित जिलेभर के आए श्रद्धालु और स्थानीय ग्रामीण मौजूद रहे।