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121 लीटर दूध से किया अभिषेक ताप्ती का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया

Waman Pote

121 लीटर दूध से किया अभिषेक

ताप्ती का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया

बैतूल/मुलताई ।। अषाढ़ सप्तमी बुधवार मां ताप्ती जन्मोत्सव पर वर्षा के बावजूद हजारों श्रद्धालु पवित्र नगरी पहुंचे। सुबह पांच बजे से ताप्ती तट पर श्रद्धालुओं का दर्शन एवं पूजन के लिए तांता लगने लगा। सुबह मौसम साफ था लेकिन जैसे जैसे नगर में भीड़ बढ़ने लगी वर्षा भी झमाझम होने लगी जिसमें ताप्ती भक्तों ने वर्षा में भीगकर मां ताप्ती के दर्शन कर पुण्य लाभ कमाया। मां ताप्ती मंदिर में प्रतिमा के समक्ष 56 प्रकार के पकवानों का भोग लगाया गया तथा सुबह की आरती संपन्ना हुई। इसके बाद दोपहर 12 बजे मां ताप्ती का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान मां ताप्ती की विधि विधान से पूजा अर्चना कर 12 बजते ही मां ताप्ती की आरती की गई जिसमें ताप्ती ट्रस्ट के सदस्यों सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। मंदिर सहित प्रदक्षिणा मार्ग पर पूरे क्षेत्र से पहुंचे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही तथा मां ताप्ती के जयकारों से ताप्ती तट सहित पूरा नगर गुंजायमान होता रहा। दर्शन एवं पूजन का सिलसिला पूरे दिन चलता रहा वहीं शाम को प्रदक्षिणा मार्ग की शोभा देखते ही बनी। शाम को ताप्ती तट जगमगा उठा तथा रंग बिरंगी रोशनी में मां ताप्ती का मंदिर भी मुख्य आकर्षण रहा। देर रात तक श्रद्धालुओं की प्रदक्षिणा मार्ग पर भीड़ लगी रही।

 

?121 लीटर दूध से किया अभिषेक//

 

क्षेत्र के संत अशोकानंद महाराज द्वारा प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी ताप्ती सरोवर में दूध, दहीं, घी, तथा शहद से अभिषेक किया गया। इस दौरान उनके साथ राजा पंवार, अजयसिंह चौहान, अजय यादव, चिंटू खन्नाा, नरेन्द्रगिरी गोस्वामी सहित बड़ी संख्या में नगर एवं क्षेत्र के लोग उपस्थित थे। 121 लीटर दूध से अभिषेक के साथ ही मां ताप्ती का पूजन कर लाल चुनरी चढ़ाई गई।

 

?1101 फीट लंबी चुनरी चढ़ाई//

 

मां ताप्ती जन्मोत्सव पर श्रद्धालुओं द्वारा मां ताप्ती को 1101 फीट की चुनरी अर्पित की गई। इस दौरान ताप्ती तट पर पूजन उपरांत चुनरी यात्रा निकाली गई जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। चुनरी यात्रा प्रदक्षिणा मार्ग से होकर गुजरी तथा मां ताप्ती के जयकारों के साथ सरोवर में चुनरी अर्पित की गई।

 

 

?श्रद्धालुओं ने की कठिन

दंडवत परिक्रमा//

 

सुबह मां ताप्ती मंदिर में पूजा अर्चना के बाद श्रद्धालुओं द्वारा प्रदक्षिणा मार्ग पर कठिन दंडवत परिक्रमा की गई। बड़ी संख्या में युवाओं ने मां ताप्ती का पूजन किया जिसके बाद वे हाथों में नारियल लेकर दंडवत परिक्रमा के लिए निकल पड़े। युवा श्रद्धालु नारियल आगे की ओर रखकर फिर साष्टांग प्रणाम की मुद्रा में परिक्रमा करते रहे।

 

?सुबह से ही प्रारंभ हुए भंडारे//

 

मां ताप्ती जन्मोत्सव पर जगह-जगह भंडारा प्रसादी का आयोजन किया गया जिसमें सुबह सात बजे से ही भंडारे प्रारंभ हो गए। ताप्ती प्रदक्षिणा मार्ग पर स्टेशन मार्ग , जय स्तंभ चौक, सूरजमल स्मृति तिराहा सहित बसस्टेंड पर पूरे दिन भंडारा प्रसादी का आयोजन चलता रहा। बसस्टेंड पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। भंडारा समिति के बब्बल सेवतकर ने बताया कि इस वर्ष हजारों श्रद्धालुओं ने भंडारा प्रसादी ग्रहण की तथा शाम तक सतत भंडारा चलता रहा।

 

?बसस्टेंड पर ताप्ती भजनों ने बांधा संमा//

 

मां ताप्ती जन्मोत्सव पर टैक्सी यूनियन के द्वारा मां ताप्ती के भजनों का आयोजन किया गया। पूरे दिन मां ताप्ती सहित देवी भजनों ने एैसा समां बांधा की आने जाने वाले श्रद्धालु घंटों मार्ग पर खड़े होकर भजनों का आनंद लेते नजर आए। कलाकारों द्वारा मां ताप्ती सहित अन्य भजनों की सुमधुर प्रस्तुति दी गई जिससे उपस्थित श्रद्धालु झूमने एवं नाचने पर मजबूर हो गया। इस दौरान बड़ी संख्या में युवा मोबाईल से भजनों की रिकार्डिंग भी करते रहे।

 

?झांकियों के साथ निकली शोभायात्रा//

 

शाम चार बजे एक से बढ़कर एक झांकियों के साथ ताप्ती तट से मां ताप्ती की विशाल शोभायात्रा प्रारंभ हुई। मां ताप्ती के रथ के साथ श्रद्धालु गाजे बाजे के साथ जयकारे लगाते चल रहे थे। इस दौरान मुख्य मार्ग पर श्रद्धालुओं की बेतहाशा भीड़ बढ़ी तथा शोभायात्रा में तिल रखने की भी जगह नजर नही आई। गाजे बाजे एवं डीजे के साथ मां ताप्ती की शोभायात्रा ताप्ती तट से आगे बढ़ी तथा अंबेडकर चौक पहुंची। शोभायात्रा का जगह-जगह स्वागत सत्कार किया गया। शोभायात्रा में देवी देवताओं का स्वरूप लिए कलाकार जगह -जगह प्रदर्शन भी करते रहे जो शोभयात्रा का प्रमुख आकर्षण रहा।

 

?शाम को बंद हुई वर्षा, खुला मौसम//

 

दोपहर में पवित्र नगरी में जहां जमकर वर्षा हुई जिससे पूरा नगर तरबतर हो गया वहीं शाम को मौसम खुल गया। शाम पांच बजे के बाद मौसम सुहाना हो गया जिससे भीड़ और बढ़ गई। मुख्य मार्ग सहित प्रदक्षिणा मार्ग पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ एवं जयकारों की आवाज से पूरा माहौल मां ताप्तीमय हो गया। इधर शाम के बाद नगरवासी भी प्रदक्षिणा मार्ग पर दर्शन के लिए बड़ी संख्या में पहुंचे जिससे देर रात तक प्रदक्षिणा मार्ग पर भीड़ बनी रही।

 

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