औरंगाबाद की युवती को बेचने का प्रयास करने वाले पांच आरोपियो को पुलिस ने गिरफ्तार किया
बैतूल ।। महाराष्ट्र के औरंगाबाद की एक युवती को बेचने का प्रयास करने वाले पांच आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। युवती को बैतूल में लाकर सौदेबाजी की जा रही थी इसी दौरान मकान मालिक रिश्तेदार ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस के पहुंचने से पहले आरोपित फरार हो गए थे जिन्हें पुलिस ने उन्हें पीछा कर दबोच लिया। पुलिस ने देवास से युवती को खरीदने वालों को भी गिरफ्तार किया है।
एसपी सिमाला प्रसाद ने पत्रकार वार्ता में बताया कि नौ जुलाई 2022 को अशोक मालवीय निवासी लिंक रोड बैतूल ने रिपोर्ट की कि मेरी मौसी सरिता पत्नी सुरेश पाटीदार उम्र 35 साल निवासी ग्राम बडिया मान्डू थाना हाट पिपलिया में रहती है। वह मेरे परिवार से मिलने आती जाती रहती है। एक सप्ताह पहले मौसी यहां आई थी और उसके साथ एक 25 साल की युवती भी थी। उसने बताया था कि युवती मेरे घर पर काम करती है। सास की तबीयत ठीक नहीं है जिसका मुझे इलाज कराने जाना है। इस कारण दो-चार दिन के लिये इसे छोड़ कर जा रही हूं। छह जुलाई को सरिता अपने साथ एक व्यक्ति को लेकर आई और तीनों दो दिन तक मेरे घर पर रहे। इस दौरान मौसी और उसके साथ आए व्यक्ति (जिसे मौसी ने राजेश शर्मा बताया) द्वारा उक्त युवती को देवास के निवासी को साठ से सत्तर हजार रुपये में बेचने की बात मोबाइल पर करते हुए सुना। मुझे ऐसा लगा कि ये दोनों लड़की को बेचने की बात कर रहे हैं। इसके बाद मैंने अपने घर में रह रही लड़की से उसके नाम-पते की जानकारी ली। लड़की ने अपना पता औरंगाबाद बताया। रिपोर्ट पर थाना कोतवाली बैतूल में धारा 370 का अपराध दर्ज किया गया।पुलिस की टीम के पहुंचने से पहले ही बबलेश यादव, राजेश शर्मा, सरिता पाटिल एवं उक्त युवती फरार हो गए। पुलिस ने पीछा कर झारकुंड के पास से उन्हें पकड़ा। पुलिस अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई। आरोपितों ने स्वीकार किया कि वे लड़की को देवास बेचने जा रहे हैं। यह जानकारी मिलने पर एक टीम देवास पहुंची जहां युवती को खरीदने वाले गजराज विश्वकर्मा एवं पप्पू विश्वकर्मा को गिरफ्तार किया गया।