राजनीति के चतुर खिलाड़ी हेमन्त की नीति कोरे आदर्शवाद पर नहीं, बल्कि व्यावहारिक ज्ञान पर टिकी
By Betul Varta वामन पोटे
राजनीति के चतुर खिलाड़ी
हेमन्त की नीति कोरे आदर्शवाद पर नहीं, बल्कि व्यावहारिक ज्ञान पर टिकी
बैतूल28 जुलाई।।चाणक्य राजनीति के चतुर खिलाड़ी थे और इसी कारण उनकी नीति कोरे आदर्शवाद पर नहीं, बल्कि व्यावहारिक ज्ञान पर टिकी है।
बैतूल में जिला पंचायत के अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा के दिग्गज नेता हेमन्त खंडेलवाल ने राजनीति के चतुर खिलाड़ी होने की धाक जमा ली है।अध्यक्ष पद पर ओबीसी कार्ड और उपाध्यक्ष के पद पर आदिवासी कार्ड खेल कर अपने धुर विरोधियों को पटखनी दे दी है।भले ही गुरुवार रात 3बजे तक होटल राम कृष्ण में राय शुमारी हुई हो परन्तु जिला पंचायत चुनाव में आये पर्यवेक्षक शिव चौबे ने जब मुख्यमंत्री की मंशा राजा पवार को अध्यक्ष बनने की जाहिर कर दी तो जिला अध्यक्ष के दावेदार मायूस हो गए और राय शुमारी में खूब कहा सुनी भी हुई ।परन्तु इसके बाद भाजपा ने तय कर दिया है भैसदेही नगर पंचायत में अध्यक्ष पद पर कुसुम किलेदार होगी वही आदिवासी नेता पूर्व विधायक मंगलसिंह 2023 में घोड़ाडोंगरी विधान सभा से भाजपा के प्रत्याशी होंगे।इधर भाजपा के दूसरे गुट के राजनैतिक पंडितों को सांप सूंघ गया है।भाजपा में राजनीतिक के चाणक्य कहे जाने वाले हेमन्त खंडेलवाल एक बार फिर राजनीति के चतुर खिलाड़ी बन गए विधान सभा चुनाव में करारी हार के बाद इस दिग्गज नेता ने चार कदम आगे चलकर दो पीछे कदम लौटने के अपने फैसले से अब तौबा कर ली और पांचवा कदम भी आगे ही रखकर बता दिया कि दूध का जला अब छाछ भी फूंक कर पीने का आदि हो गया है जिला पंचायत में सामाजिक समीकरण के चलते संघ के सहारे खंडेलवाल ने अपनी नई चाल चलकर अपने धुर विरोधियों को चारों खाने चित कर दिया।सत्ता और संघ को मिशन 2023 का पूरा प्लान बताकर अपनी मंशा भी जाहिर कर दी थी।भले ही राय शुमारी के बाद अध्यक्ष पद के दावेदार का नाम भोपाल से साढ़े दस बजे आया हो पर इस पद के दावेदार राजा को रात 2 बजे ही पता चल गया था की कौन प्रत्याशी होगा तब तो राजा पूरे लाव लश्कर के साथ बैतूल आया ।