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बैतूल भाजपा और कांग्रेस में सिर-फुटौवल:लड़ाई में कहीं डूब न जाए विधान सभा  चुनाव में लुटिया

By Betul Varta वामन पोटे 9425002492

बैतूल भाजपा और कांग्रेस में सिर-फुटौवल:लड़ाई में कहीं डूब न जाए विधान सभा  चुनाव में लुटिया

भाजपा में भितरघात मुलताई और घोड़ाडोंगरी में जमकर विवाद शुरू ?
कांग्रेस में भी सिर फुटौवल

बैतूल।।चाल चरित्र और चेहरे की बात करने वाली बैतूल जिले की भाजपा गांव की सरकार और नगर की सरकार की खुशी भी नही मना पा रही है और भितरघात के आरोप प्रत्यारोप की चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है ।ये आरोप सत्ता संगठन में बैठे दिग्गज नेता ही लगा रहे है ।
संघ के भरोसेमंद सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बैतूल जिले में भाजपा समर्पित चुनाव जीते उम्मीदवार को कम वोट मिलने और कई दिग्गजों के हारने के बाद शुरू हुए ये विवाद अब थम नही रहा है।जिले की 10 जनपद क्षेत्र में जीत हार का अंतर बहुत ही कम है जिससे चुनावी गणितज्ञ का मानना है कि ये जीत भाजपा के मिशन 2023 में ज्यादा उत्साह नही भर सकती कारण चुनाव मैदान में कांग्रेस के ज्यादातर निर्दलीय के वोट का आंकड़ा भाजपा के जीत के बाद भी उसे हैरान परेशान करने वाला ही है ।
विधानसभा चुनाव तथा नगर पालिका चुनाव में भाजपा में ही भितरघात करने वालों का मुद्दा गरमा गया है। पूर्व में भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष ने मुलताई नगर पालिका में पार्टी के ही कुछ लोगों पर भितरघात करने का आरोप लगाया था वहीं अब नव निर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष ने मंच से विधानसभा में पार्टी के ही कुछ लोगों द्वारा भितरघात कर भाजपा को क्षति पहुंचाने का आरोप खुलेआम लगाया गया है।
पूरे मामले में दो चुनावों में लगातार भीतरघात करने के बावजूद ऐसे लोगों पर पार्टी के आलाकमान द्वारा कोई भी कार्रवाई नहीं करने से यह सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है। पहले जहां दबे स्वरों में पार्टी में भितरघात करने की बात हो रही थी वहीं अब खुलेआम पार्टी में रहकर भितरघात करने वालों की चर्चा हो रही है। यह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के भी संज्ञान में है क्योंकि एक दिन पूर्व ही जिला पंचायत अध्यक्ष राजा पंवार ने सांसद एवं पूर्व सांसद की उपस्थिति में आरोप लगाए हैं जिससे मुलताई भाजपा में हड़कंप मच गया है। भाजपा के लोगों ने बताया कि भितरघात करने वालों पर कार्रवाई नहीं होने से भाजपा में आंतरिक असंतोष बढ़ता जा रहा है। यदि भितरघातियों पर कार्रवाई नहीं होती है तो आगे चुनाव में ऐसे लोग और मुखर हो कर पार्टी में भितरघात करके क्षति पहुंचा सकते हैं। बताया जा रहा है कि भाजपा के कुछ लोगों द्वारा नगर पालिका चुनाव में पार्टी के टिकट से ही चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों का विरोध किया। कुछ नेताओं ने तो बकायदा भाजपा प्रत्याशियों को हराने के लिए निर्दलीय प्रत्याशियों को चुनाव लड़ाया। राजा पंवार के अध्यक्ष बनने के बाद विधानसभा में हुए भितरघात का दर्द उनके भाषण में साफ नजर आया। उन्होंने तो यहां तक कहा कि ऐसे भितरघातियों को वे पार्टी से निकाल कर रहेंगे जिससे साफ है कि अब ऐसे भितरघातियों पर कार्रवाई का समय आ गया है।
गिने-चुने लोगों के कारण पार्टी में बढ़ रही अंर्तकलहः
भाजपा में गिने चुने ही लोग हैं जिन्होने विधान सभा तथा नगर पालिका चुनाव में भितरघात करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। ऐसे लोगों पर कार्रवाई नहीं होने से पार्टी के प्रति समर्पित लोगों का मनोबल कम हो रहा है जिससे अंर्तकलह बढ़ते जा रही है। भितरघातियों के कारण भाजपा में महिला पदाधिकारियों में भी असंतोष व्याप्त है जिससे उनके द्वारा ऐसे भितरघातियों पर कार्रवाई की मांग की जा सकती है। पार्टी के कार्यकर्ताओं का कहना है कि कुछ लोगों के कारण पूरी पार्टी पर उंगलियां उठ रही है। आगे नगर पालिका अध्यक्ष चुनाव होना है जिसमें भी भितरघाती सक्रिय हो सकते हैं इसलिए कार्रवाई होना आवश्यक है।

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