कियोस्क संचालक के द्वारा 521 खातों से राशि निकाल ली ,भैंसदेही में पांच साल से कियोस्क सेंटर का संचालन करने वाले रविंद्र मसराम को पुलिस ने गिफ्तार किया
By Betul Varta
बैतूल ( Betul Varta)। जिले के भैंसदेही में कियोस्क का संचालन करने वाले ने 521 ग्राहकों के खातों में सेंध लगा दी। पुलिस ने 12 खातों की जांच में ही ढाई लाख रुपये का गबन करना पाया जिसके बाद संचालक को गिरफ्तार कर अन्य खातों की पड़ताल शुरू कर दी है। कियोस्क संचालक द्वारा ग्रामीणों को बैंक की सुविधा का लाभ देने के बजाय उनकी राशि का गबन करने के मामले का शुक्रवार को पर्दाफाश किया है।
पुलिस अधीक्षक सिमाला प्रसाद ने बताया कि स्टेट बैंक के माध्यम से भैंसदेही में पांच साल से कियोस्क सेंटर का संचालन करने वाले रविंद्र मसराम के खिलाफ बैंक प्रबंधक ने एक सितंबर 2022 को शिकायत की थी। इसके बाद टीम गठित कर विवेचना की गई जिसमें प्रथम दृष्टया 12 लोगों के खातों से ढाई लाख रुपये की राशि का गबन करना पाया गया। कियोस्क संचालक को साइबर सेल की मदद से बैतूल स्थित निवास से अभिरक्षा में लेकर धारा 420 का अपराध पंजीबद्ध किया गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बैंक द्वारा 521 ग्राहकों के खातों की सूची दी गई है जिनमें से राशि निकाली गई है। इन सभी की पड़ताल के लिए टीम बनाई गई है। आरोपित के द्वारा कुल कितनी राशि का गबन किया गया है यह सभी खातों की जांच के बाद सामने आएगा।
शातिर तरीके से किया गबन
आरोपित कियोस्क संचालक ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि वह खाता खोलने के दौरान ही ग्राहक के साथ स्वयं का फिंगर प्रिंट भी मशीन में दर्ज कर देता था। इससे वह आसानी से सभी खातों का संचालन कर पाता था। कियोस्क सेंटर में खाता खोलने के लिए कुल छह फिंगर प्रिंट की आवश्यकता होती है। इसी का फायदा उठाते हुए आरोपित ग्राहक के तीन और स्वयं के तीन फिंगर प्रिंट कियोस्क मशीन में दर्ज कर देता था। इससे खाताधारक का खाता आरोपित रविन्द्र मसराम के द्वारा कभी भी खोलकर लेन-देन कर लिया जाता था। संबंधितों के खाते में राशि जमा होते ही आरोपित के द्वारा स्वयं के फिंगर प्रिंट के माध्यम से राशि आहरित कर ली जाती थी।
ग्रामीण ग्राहकों को बनाया निशाना
जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकों की शाखाएं न होने के कारण कियोस्क सेंटर खोले गए हैं। स्टेट बैंक के माध्यम से खोले गए भैंसदेही के कियोस्क सेंटर में अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों के ही लोगों के द्वारा अपने खाते खुलवाए गए हैं। ग्रामीणों की नासमझी का लाभ उठाते हुए संचालक के द्वारा लंबे समय से उनके खाते में जमा होने वाली राशि का गबन किया जा रहा था। आरोपित के द्वारा भैंसदेही ही नही बल्कि मुलताई, पाढर और बैतूल के खाता धारकों के बैंक खातों से राशि निकाली गई है। इनमें से कई किसान हैं, कुछ स्कूल के बच्चों के खाते हैं जिनमें छात्रवृत्ति की राशि जमा होती है। जनधन के साथ ही किसान सम्मान निधि के लिए खोले गए खातों से भी राशि निकाली गई है।
सहयोगियों की तलाश कर रही पुलिस
पुलिस अधीक्षक प्रसाद ने बताया कि बैंक ने कियोस्क संचालक के द्वारा 521 खातों से राशि निकालने की जानकारी दी है। इस आधार पर यह जांच की जा रही है कि आरोपित ने अकेले ही इतने अधिक खातों से राशि निकाली है या उसके साथ अन्य सहयोगी भी गबन में शामिल हैं। पुलिस के द्वारा इस मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए हर स्तर पर विवेचना की जा रही है।