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प्रसूता की मौत का मामला जिला अस्पताल की महिला चिकित्सक डॉ. वंदना धाकड़ निलंबित ,

By बैतूल वार्ता

प्रसूता की मौत का मामला
जिला अस्पताल की महिला चिकित्सक डॉ. वंदना धाकड़ निलंबित ,

परिजनों ने डॉक्टर पर सीजर करने के लिए 5 हजार रुपए लेने के लगाए थे आरोप

बैतूल।।।

जिला अस्पताल की चिकित्सक डॉ. वंदना धाकड़ निलंबित
बैतूल, 19 सितंबर 2022
नर्मदापुरम संभाग के आयुक्त श्री मालसिंह ने जिला अस्पताल में पदस्थ महिला एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. वंदना धाकड़ को जिला चिकित्सालय में भर्ती प्रसूता के सीजर ऑपरेशन हेतु राशि की मांग, सीजन ऑपरेशन में देरी तथा उपचार में लापरवाही के आरोप में निलंबित करने के आदेश दिए हैं। निलंबन अवधि में डॉ. धाकड़ का मुख्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय बैतूल नियत किया गया है।

बैतूल जिला अस्पताल  में मंगलवार को प्रसूति के लिए किए गए सीजर के बाद महिला की मौत हो गई। इससे नाराज परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। उन्होंने कलेक्टर कार्यालय में भी मृतिका का शव रखकर जनसुनवाई में कलेक्टर से कार्रवाई की गुहार लगाई। कलेक्टर ने इस मामले में सीएमएचओ से 48 घंटे में मामले की रिपोर्ट तलब की है।

डॉक्टर ने मांगे 5 हजार रुपए

सारणी निवासी 28 वर्षीय प्रसूता दीपिका तोमर को प्रसूति के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां सोमवार शाम भर्ती दीपिका की प्रसूति नहीं कराई गई। परिजनों के मुताबिक वह तड़पती रही लेकिन किसी डॉक्टर ने उसे नहीं देखा। सुबह उनसे कहा गया कि महिला का सीजर करना पड़ेगा। देर शाम को उनसे 5000 रु की मांग की गई।

डॉक्टर वंदना धाकड़ ने उनसे सीजर करने के लिए 5000 रु लिए जिसके बाद उसका सीजर किया गया। सीजर करने के बाद महिला की हालत बिगड़ती गई और उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया। जहां उसका एक और ऑपरेशन कर उसकी बच्चेदानी निकाल दी गई। इस बीच महिला की मौत हो गई।

मृतिका दीपिका की बहन चित्रा ने आरोप लगाया कि उनसे इस सीजर के लिए रुपयों तो मांगे ही गए उसकी बहन की इलाज में भी लापरवाही की गई। उन्होंने इस पूरे मामले में इंसाफ की गुहार लगाई है। महिला ने बताया कि अब डॉक्टर द्वारा लिए गए रुपए वापस करने का ऑफर किया जा रहा है। लेकिन उनका यही कहना है कि वे अब उनसे 5 लाख रु ले लें और अपनी बहन की जान वापस दे।

परिजनों का हंगामा

घटना के बाद परिजनों ने जिला अस्पताल बैतूल में जमकर हंगामा किया। उन्होंने डॉक्टर पर रिश्वत लेने का तो आरोप लगाए ही इलाज में लापरवाही के भी गंभीर आरोप लगाए। परिजनों ने बताया कि महिला के इसके पूर्व हुए तीनों बच्चे सामान्य प्रसूति के बाद हुए थे, फिर ऐसी क्या स्थिति बन गई कि महिला की चौथी बार में सीजर ऑपरेशन द्वारा प्रसूति की गई। इस प्रसूति के बाद भी उसकी बच्चेदानी निकाल दी गई। उन्हें यह जानकारी मिली है कि ऑपरेशन के दौरान महिला की बच्चेदानी में कैची लग गई थी। जिससे हुई ब्लीडिंग की वजह से उसकी मौत हो गई है। उन्होंने इस पूरे मामले में जांच की गुहार लगाई है।

लाश लेकर पहुंचे कलेक्ट्रेट

मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला अस्पताल के प्रभारी सिविल सर्जन डॉक्टर ओपी यादव ने महिला का पोस्टमार्टम 3 डॉक्टरों के पैनल से करवाया है। पीएम के बाद परिजन महिला का शव लेकर कलेक्ट्रेट पहुंच गए। जहां उन्होंने जनसुनवाई में कलेक्टर से इस पूरे मामले में जांच और कार्रवाई की गुहार लगाई है। कलेक्टर ने इस मामले में जांच का आश्वासन दिया है।

48 घंटे में होगी जांच

कलेक्टर अमनबीर सिंह बैस ने  बताया कि उनके पास मृतिका के परिजन शिकायत लेकर पहुंचे थे। प्रथमदृष्टया से पैसे का लेनदेन और इलाज में लापरवाही का आरोप है। इसके लिए सीएमएचओ को निर्देशित किया गया है कि वे तीन सीनियर डॉक्टरों की टीम गठित कर इस पूरे मामले की जांच कर 48 घंटे में उनके समक्ष रिपोर्ट पेश करेंगे। इस रिपोर्ट के मिलने के बाद संबंधित पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल के डॉक्टर प्रदीप धाकड के संबंध में भी  कमिश्नर को पत्र भेजा गया था। जिसे दोबारा भेजा जाएगा

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