खंडेलवाल जी आपका कद बड़ा होने से कौन सा बैतूल का भला हो जा रहा, अफसरशाही ही कर रही पूरी पॉलिटिक्स!
By बैतूल वार्ता
बकलोल : no politics please
खंडेलवाल जी आपका कद बड़ा होने से कौन सा बैतूल का भला हो जा रहा, अफसरशाही ही कर रही पूरी पॉलिटिक्स!
बैतूल। हेमंत खंडेलवाल का कद बहुत बड़ा यह स्वीकार करने में किसी कोई दिक्कत नही पर असली सवाल यह है कि इससे बैतूल को कौन सा फायदा हो रहा। इससे क्या नौकरशाही कंट्रोल में है,इसका जबाव तो सामने आना चाहिए। यदि उनके कद के मुताबिक सबकुछ कंट्रोल में है तो उन्हे बताना चाहिए कि कलेक्टर ने जिला जेल और पुराने कलेक्ट्रेट की जमीन ठिकाने लगाने के पहले उन्हे भरोसे में लिया था या नहीं, उन्हे यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि बैतूल एसडीएम की वर्किंग को लेकर लगातार शिकायत मिलने के बाद भी कलेक्टर ने हटाने में इतनी लेट लतीफी क्यों की ? तबादले के बाद भी इसलिए रिलीव नही किया गया कि वह एक अवैध खान के मामले में टैलेंट दिखा सकेऔर कलेक्टर की अपेक्षा के अनुसार दिखा भी दिया। इधर पुलिस में ही देख लो कि जो जिला मुख्यालय पर टी आई तैनात किए गए क्या आप को बताकर किए गए , ऐसा लगता तो बिलकुल नहीं है । टी आई , एसडीओपी, आदि की योग्यता की सूचनाएं भी आपको नही मिलती हो ऐसा भी नहीं फिर भी झेल रहे तो मानना पड़ेगा कि भैय्या का दिल बहुत ही बड़ा है। क्या सरकार में आपकी नही सुनी जा रही जो कैसे कैसे को बैतूल को झेलना पड़ रहा? कुशाभाऊ ठाकरे ट्रस्ट का ट्रस्टी बनना और सीएम के साथ ट्रस्ट में सचिव बनाने के झुनझुने से आपका कद बहुत बड़ा हो सकता है पर क्या इससे बेलागम नौकरशाही काबू में आ जाएगी ? जब पब्लिक के लीडर है तो पब्लिक को बताए कि कैसे बैतूल नपा में बिना आपकी जानकारी के ही किसी को कुछ भी थमा दिया जाता है, कौन से गलत लोग है जिनके हाथों में सीएमओ खेल रहा। जल संसाधन में अशोक डहेरिया के गढ़ा डैम में 65 करोड़ का एडवांस पेमेंट करने और डैम की जगह पांच बैराज जैसा वाहियात प्रपोजल बनाकर उसे लटकाने के बाद भी कुछ नही बिगड़ा। यह सब उदाहरण जो बताते है कि खंडेलवाल जी का कद बहुत बड़ा है पर बेलगाम नौकरशाही के सामने वे बेबस है । एक और बात यह भी स्पष्ट होना चाहिए कि सीसीएफ फुलझले टाइप अफसर की पोस्टिंग की जानकारी है या नही, किसने नोटशीट लिख दी थी और क्यों लिख दी थी ? क्या आपको भरोसे में लिया गया ? गनीमत है खंडेलवाल जी बैतूल में विपक्ष जैसा कुछ है नही वही जो बैतूल के वर्तमान विधायक है उन्हे भी मुद्दो पर घेरने की राजनीति नही आती और वो मीडिया और सोशल मीडिया में दिखने को ही राजनीति समझ रहे इसलिए आप और आपकी पार्टी सुकून में है, कोई घेराबंदी नही होती। बैतूल विधायक स्थानीय चुनाव में करारी हार के बाद भी नही समझ रहे कि उनके राम मंदिर के चंदे और कलेक्टर से अच्छे संबंध रखने से न बैतूल का भला होगा और न वोट मिलेंगे। वही आपकी ही पार्टी के एकमात्र विधायक भी रेत के धंधे जैसे काम और अफसरों से मधुर व्यवहार से बाहर नही निकल पा रहे । इन लोगो की राजनैतिक गलतियों की वजह से हो सकता है कि खंडेलवाल जी आपका कद बहुत बड़ा लगता हो पर हकीकत यह है इससे बैतूल कोई फायदा ही नही क्योंकि अफसर मुखाट है और अब तो देखकर लोगो को लगता है कि ये नौकरशाह ही असली राजनीतिज्ञ है वही आप लोग इनके सामने नौकर जैसी हालत में है।
बकलोल :साभार