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यूरिया खाद की कमी से जूझ रहा है जिला खुलेआम कालाबाजारी गांव गांव मे बिक रही है पांच सौ रूपये मे एक बोरी यूरिया किसानों का आर्थिक शोषण कर रहे रासायनिक उर्वरक विक्रेता ग्राम टाहली के किसानों ने कलेक्टर से की शिकायत, लाइसेंस निरस्त करने की मांग

By, बैतूल वार्ता

यूरिया खाद की कमी से जूझ रहा है जिला
खुलेआम कालाबाजारी

गांव गांव मे बिक रही है पांच सौ रूपये मे एक बोरी यूरिया

किसानों का आर्थिक शोषण कर रहे रासायनिक उर्वरक विक्रेता

ग्राम टाहली के किसानों ने कलेक्टर से की शिकायत, लाइसेंस निरस्त करने की मांग

बैतूल।बैतूल जिले मे खाद विक्रेता खुले आम यूरिया खाद की कालाबाजारी कर रहे है ग्रामीण अंचलो मे पांच सौ रूपये प्रति बोरी बेच रहे है परन्तु जिला प्रशासन और कृषि विभाग मौन साढ़े बैठा है. बैतूल जिला मुख्यालय के अंतर्गत आने वाले ग्राम टाहली के किसानों ने रासायनिक उर्वरक विक्रेताओं के खिलाफ किसानों का आर्थिक शोषण करने का आरोप लगाया है। इस मामले की शिकायत किसानों ने कलेक्टर से की है। किसान श्रीपद देशमुख, हंसू गायकवाड सहित अन्य किसानों ने शिकायत में बताया कि वर्तमान समय में किसानों के खेतों में खड़ी फसलों को यूरिया व अन्य रासायनिक उर्वरकों की अत्यंत आवश्यकता है। चिचोली में यूरिया खाद क्रय करने के लिए दुकानदारों द्वारा कृषकों को 500 रुपए प्रति बोरी यूरिया विक्रय की जा रही है, उसके साथ नैनो की लिक्विड बाटल जबरदस्ती थमाई जा रही है जबकि यूरिया की वास्तविक कीमत 266 रुपए प्रति बोरी है। उर्वरक विक्रेताओं की मनमानी से जिले के गरीब किसान ठगे जा रहे हैं। रासायनिक उर्वरक विक्रेता मनमाने दम पर यूरिया खाद विक्रय कर रहे हैं जिससे किसानों का आर्थिक शोषण हो रहा है। किसानों ने मांग की है कि जिले के समस्त उर्वरक विक्रेताओं की अति शीघ्र जांच करवाई जाना आवश्यक है ताकि कृषकों को उचित दामों पर यूरिया खाद उपलब्ध हो सके। ग्रामीणों ने यह भी मांग की है कि प्राइवेट लाइसेंसी और गैर लाइसेंसी यूरिया उर्वरक विक्रेताओं के मनमानी पर अंकुश लगाकर लाइसेंस निरस्त करने की कार्यवाही की जाए। ज्ञापन सौंपने वालों में किसान शोभाराम, राजेंद्र, भगवत देशमुख, मनोहर देशमुख, कमल, मंचित देशमुख, रामचंद्र, तारेश्वर गायकवाड आदि शामिल है।

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