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नाम वापसी के बाद ही होगी स्थिति स्पष्ट – प्रचार में आएगी तेजी

By, बैतूल वार्ता

नाम वापसी के बाद ही होगी स्थिति स्पष्ट – प्रचार में आएगी तेजी

– विधानसभा चुनाव को लेकर दोनों प्रमुख राजनैतिक दल कांग्रेस और भाजपा ने अपने अधिकृत प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी थी। भाजपा ने तो अगस्त माह में ही दो प्रत्याशियों को मैदान में उतार दिया था। वहीं कांग्रेस ने अंतिम समय में आमला विधानसभा से सभी कयासों को विराम देते हुए 2018 में विधानसभा चुनाव लड़े प्रत्याशी पर ही भरोसा जताया है। कल नामांकन का अंतिम दिन है। कल शाम तक ही यह स्थिति स्पष्ट हो जाएगी कि किस विधानसभा क्षेत्र से किस दल का विद्रोही खुलकर सामने आया है। वहीं अन्य दलों के भी प्रत्याशियों के मैदान में उतरने से यह भी स्पष्ट होगा कि कहां सीधा संघर्ष है और कहां त्रिकोणीय।

मुहूर्त देखकर नामांकन हुए जमा

2023 के विधानसभा चुनाव में चुनाव कार्यक्रम के अनुसार 21 अक्टूबर से नामांकन फार्म जमा होना शुरू हुए हैं और 30 अक्टूबर नामांकन का अंतिम दिवस है। जिले भर में सिर्फ बैतूल विधानसभा सीट ही ऐसी रही जहां से कांग्रेस के प्रत्याशी निलय डागा ने समर्थकों की फौज के साथ जुलूस की शक्ल में जाकर नामांकन भरा। बाकि विधानसभाओं में अन्य दलों के सभी उम्मीदवार मुहूर्त के नामांकन भरने के नाम से अपने गिने-चुने समर्थकों के साथ निर्वाचन कार्यालय पहुंचे।

अंतिम दिन होगा शक्ति प्रदर्शन

कल 30 अक्टूबर को नामांकन के अंतिम दिन बैतूल, मुलताई और घोड़ाडोंगरी के कई प्रत्याशी जुलूस की शक्ल में नामांकन फार्म भरने जाएंगे इसे इन उम्मीदवारों का शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है।

बैतूल विधानसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी हेमंत खंडेलवाल मुहूर्त का नामांकन भर चुके हैं, लेकिन कल पुन: भारी लाव लश्कर के साथ फार्म भरेंगे। वहीं नामांकन के बाद जुलूस थाना रोड पर समाप्त होगा, जहां आमसभा का आयोजन किया गया है।

इसी तरह से घोड़ाडोंगरी में भाजपा प्रत्याशी गंगा बाई उइके भी शाहपुर निर्वाचन कार्यालय में दोबारा फार्म भर रही है और बताया जा रहा है कि गंगा बाई भी बड़ी संख्या में समर्थकों को लेकर पहुंचेंगी।

बागियों का भी हो रहा है इंतजार

भैंसदेही से सरकारी नौकरी छोड़कर आए हेमराज बारस्कर ने भी भाजपा से टिकिट मांगी थी और नहीं मिलने पर उन्होंने अपनी नाराजगी जताते हुए नामांकन दाखिल कर दिया है। अब देखना यह है कि श्री बारस्कर मैदान में रहते हैं या छोड़ देते हैं। इसी तरह से भाजपा के जिला महामंत्री पद से इस्तीफा देकर इसी विधानसभा सीट से राहुल चौहान महाराष्ट्र राज्य की प्रहार पार्टी के उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतर गए हैं। इसके अलावा कई और नाम भी सामने आए थे जो मुलताई, बैतूल और आमला से निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन समाचार लिखे जाने तक स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है। कल नामांकन के बाद ही स्थिति क्लीयर होगी।

राजू पवार को बनाया प्रभारी

भाजपा के व्यापारी प्रकोष्ठ के वरिष्ठ पदाधिकारी और मुलताई क्षेत्र में अपना एक स्थान बनाने वाले राजू पवार को प्रदेश भाजपा ने महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है। मिली जानकारी के अनुसार उन्हें मुलताई विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को जिताने के लिए प्रभारी बनाया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा भोपाल में नर्मदा संभाग के प्रमुख भाजपा नेताओं को बुलाया गया था जिसमें बैतूल से राजू पवार भी शामिल हुए थे।

जयस भी कूद रहा मैदान में

जयस के जिलाध्यक्ष एवं बड़े अंतर से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीते संदीप धुर्वे ने सांध्य दैनिक खबरवाणी को बताया कि उनके संगठन की ओर से पांचों विधानसभा में उम्मीदवार नामांकन भर रहे हैं। इनमें भैंसदेही से स्वयं संदीप धुर्वे कल लाव लश्कर के साथ नामांकन दाखिल करेंगे। जयस के अन्य उम्मीदवारों में मुलताई से गुड्डू अहाके, बैतूल से महेश उइके, घोड़ाडोंगरी से स्मिता राजा धुर्वे एवं आमला से राकेश महाले का चुनाव लड़ना तय है।
गौरतलब है कि जयस के चुनाव मैदान में आने से समीकरण बिगड़ सकते हैं। मुलताई विधानसभा क्षेत्र में 20 हजार से ज्यादा आदिवासी मतदाता है। बैतूल विधानसभा क्षेत्र में भी आदिवासी समाज के लगभग 50 हजार मतदाता है। इसी तरह आमला विधानसभा क्षेत्र में भी लगभग 30 हजार आदिवासी समाज के मतदाता है। बाकी घोड़ाडोंगरी और भैंसदेही तो इसी समाज के लिए आरक्षित है।

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