आमला में भाजपा तो भैंसदेही सीट पर कांग्रेस की जीत का दावा बैतूल जिले के प्रमुख सांध्य दैनिक सांझवीर टाइम्स का एग्जिट पोल
By, बैतूल वार्ता
आमला में भाजपा तो भैंसदेही सीट पर कांग्रेस की जीत का दावा
बैतूल जिले के प्रमुख सांध्य दैनिक सांझवीर टाइम्स का एग्जिट पोल
Exit Poll Results 2023 : बैतूल।बैतूल जिले में आमला विधानसभा सीट एक बार फिर से भाजपा के खाते में जाते हुए नजर आ रही है, वहीं भैंसदेही विधानसभा सीट पर कांग्रेस का परचम फिर से लहराने की संभावना बन रही है। यह आंकलन जिले के प्रमुख सांध्य दैनिक सांझवीर टाइम्स के द्वारा किए गए एग्जिट पोल से किया गया है।
पूर्व डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे के कारण देश भर में चर्चा का केंद्र रही आमला विधानसभा सीट पर पिछले चुनाव में जिले से एकमात्र डा योगेश पंडाग्रे ही विधायक बन पाए थे। इस सीट पर कांग्रेस ने चुनाव में इस बार भी पुराने चेहरे मनोज मालवे को टिकट दिया था। प्रचार अभियान के चरम पर पहुंचने तक तो यही लग रहा था कि इस बार भाजपा को इस सीट पर जीत कायम रख पाना लोहे के चने चबाने के समान हो गया है। मतदान के बाद से ही लगातार तरह-तरह के कयास और दावे किए जा रहे थे। अब सांझवीर के एक्जिट पोल में यह सामने आया है कि वोट करने वाले 1 लाख 53 हजार मतदाताओं में से भाजपा के उम्मीदवार योगेश पंडाग्रे को 88 से 91 हजार वोट मिल सकते हैं। कांग्रेस के मनोज मालवे को 68 से 70 हजार वोट मिलने की संभावना है।
यदि आंकलन सच साबित होता है तो आमला विधानसभा सीट पर भाजपा की लगातार चौथी जीत दर्ज हो जाएगी। सांझवीर के एग्जिट पोल के अनुसार सारणी के कुल 36 वार्डों में भाजपा को अच्छी बढ़त मिलने के आसार हैं। नगरपालिका के सारणी के अंतर्गत 15 वार्डों में भाजपा लगभग 2500 वोटों की बढ़त ले सकती है। यदि शोभापुर और पाथाखेड़ा के 18 वार्डों की बात करें तो यहां से बढ़त 4 हजार से अधिक की मिलने की संभावना है। बगडोना क्षेत्र में भी बढ़त एक हजार से अधिक वोटों की मिल सकती है, लेकिन सारणी के ग्रामीण अंचलों में कांग्रेस का दबदबा दिखाई दे रहा है। छतरपुर से गवाड़ी, शोभापुर, सलैया, चोरडोंगरी, बिसलदेही और आसपास के गांवों के अलावा आमला-सारणी मार्ग के गांवों में कांग्रेस को बढ़त मिल रही है। इसी तरह जांगड़ा, केरिया, बाकुड़ और आसपास के दो दर्जन गांवों में भी कांग्रेस को बढ़त मिलेगी।
भैंसदेही से धरमू दोहराएंगे जीत
बैतूल जिले की भैंसदेही विधानसभा सीट पर इस बार भी कांग्रेस की जीत तय मानी जा रही है। सांझवीर टाईम्स के एग्जिट पोल में जो स्थिति सामने आ रही है, इसमें भैंसदेही सीट पर भाजपा-कांग्रेस में जीत-हार का अंतर महज 2 प्रतिशत है। कांग्रेस 5 हजार 100 वोटों से जीत दर्ज करते हुए दिखाई दे रही है। यहां अंतिम समय में समीकरण बिगडऩे से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। पिछले चुनाव में भैंसदेही से धरमू सिंह सिरसाम ने रिकार्ड 30 हजार वोटों से जीत हासिल की थी। भाजपा ने तीन बार के विधायक रहे और पिछला चुनाव हार गए महेंद्र सिंह चौहान पर दांव खेला है। भैंसदेही विधानसभा के एकमात्र नगरीय क्षेत्र भैंसदेही में 15 वार्ड है। यहां गत निकाय चुनाव में 15 में से 11 वार्डों पर भाजपा ने जीत हासिल की थी, लिहाजा भाजपा को यहां से निर्णायक बढ़त हासिल करना था, लेकिन यहां पर भी भाजपा के दबदबे के बीच कांग्रेस ने अच्छी सेंधमारी की है। यही वजह है कि भैंसदेही से निर्णायक बढ़त नहीं मिलने के कारण कांग्रेस को अन्य क्षेत्र की बढ़त से जीत के अवसर मिल रहे हैं।
भैंसदेही में अधिकांश लोग चतुष्कोणीय और त्रिकोणीय मुकाबला मान रहे थे, लेकिन सांझवीर के एग्जिट पोल में स्थिति विपरीत दिखाई दे रही है। जयस उम्मीदवार तमाम कवायदों के बावजूद यहां महज 6.4 प्रतिशत यानी 14 हजार के आसपास वोट हासिल करते दिखाई दे रहे हैं। दूसरी ओर भाजपा के बागी होकर मैदान में उतरे राहुल चौहान पांच अंकों के जादुई आंकड़े तक पहुंचते दिखाई नहीं दे रहे हैं। उन्हें क्षेत्र से 4.4 यानी 9 हजार 700 सौ 74 के करीब वोट मिल सकते हैं। भले ही दोनों प्रत्याशी अधिक वोट नहीं बटोर पाए, लेकिन जयस भैंसदेही में मैदान में उतरती तो कांग्रेस की जीत का आंकड़ा और बढ़ सकता था। दूसरी ओर राहुल चौहान के मैदान में आने से भाजपा को तगड़ा नुकसान हुआ और एग्जिट पोल में महेंद्र सिंह चौहान की करीबी मुकाबले में हार दिखाई दे रही है।
साभार- सांझवीर टाइम्स बैतूल।
*अमृत मंथन !*
भैसदेही विधान सभा में हुए चुनाव को लेकर भले ही निर्दलीय प्रत्याशी अधिक वोट लेने के दावे कर रहे है परंतु यदि ये दावे सही साबित हुए तो चुनावी नतीजे चौकाने वाले होगे यहां जयस प्रत्याशी संदीप धुर्वे के साथी तीस हजार से ज्यादा वोट लेने के दावे कर रहे है वही इस विधान सभा में जिला पंचायत के दो सदस्य है जिन्होंने चुनाव को प्रभावित करने की बड़ी कोशिश की है वही प्रहार पार्टी से चुनाव लड़े राहुल चौहान के करीबी भी चालीस हजार से ज्यादा वोट लेने के दावे कर रहे है दामजीपूरा क्षेत्र और महाराष्ट्र सीमा के 50 से ज्यादा मतदान केंद्र में अत्यधिक मतदान भी हुआ है जिसे लेकर बड़ी चर्चा है ,वही
हेमराज बारस्कर के साथी भी बड़ी मात्रा में वोट लेने का दावा कर रहे है ।इधर
चैतराम कसदेकर और राम काकोडिया भी अपनी डफली अपना राग अलाप रहे है।इस विधान सभा में चौकाने वाले परिणाम आने की बात कही जा रही है हालाकि ऊट किस करवट बैठेगा ये तो रविवार को मतगणना के आखरी दौर में ही पता चलेगा ?