आठनेर में खुला ब्लॉक का पहला पैड बैंक शासकीय महाविद्यालय की छात्राओं के लिए नारी उत्थान समिति की सौगात
By बैतूल वार्ता
आठनेर में खुला ब्लॉक का पहला पैड बैंक
शासकीय महाविद्यालय की छात्राओं के लिए नारी उत्थान समिति की सौगात
बैतूल। जिले के स्कूलों के बाद अब महाविद्यालयों में भी पैड बैंक खोले जा रहे है। बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति के तत्वावधान में आठनेर ब्लॉक का पहला पैड बैंक नारी उत्थान समिति क्षत्रिय लोनारी कुनबी समाज संगठन के सौजन्य से शासकीय महाविद्यालय आठनेर में खोला गया। महाविद्यालय में दूरस्थ एवं आदिवासी अंचलों की बालिकाएं मीलों सफर करके, साइकिल, बसों या पैदल कॉलेज पहुंचती है। मासिक धर्म के दिनों में गांव में पैड की सुविधा न मिलने से उन्हें परेशान होना पड़ता है लेकिन नारी उत्थान समिति की पहल से अब छात्राओं को अपने ही कॉलेज में कम दरों पर सेनेटरी पैड उपलब्ध हो सकेंगे। मंगलवार को महाविद्यालय में सशक्त सुरक्षा बैंक की 16 शाखा का शुभारंभ किया गया साथ ही मासिक धर्म की भ्रांतियां, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता को लेकर परिचर्चा आयोजित की गई। इस अवसर पर नारी उत्थान सेवा समिति की अध्यक्ष संगीता घोडक़ी, संगीता गलफट, आशा मानकर, ममता कुबड़े, अनुराधा देशमुख, राजेश्वरी लिखितकर, हेमलता लोखंडे, विभा वागद्रे, महाविद्यालय की प्राध्यापक वर्जिनिया दवंडे, डॉ साधना ठाकुर, अर्चना गणेशे, सीमा अड़लक, मीना यादव, पुष्पा यादव सहित बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति की अध्यक्ष गौरी बालापुरे पदम उपस्थित थी।
मासिक धर्म की भ्रांतियोंं का विरोध जरुरी
इस अवसर पर नारी उत्थान समिति की अध्यक्ष संगीता घोडक़ी ने कहा कि मासिक धर्म के दिनों में सेहत और स्वच्छता का ध्यान रखने की जरुरत होती है। उन दिनों में अधिक से अधिक आराम करना चाहिए। संगीता गलफट ने पीरियड्स के दौरान पैड को 5 से 6 घंटे में बदलने की सलाह दी। हेमलता दवंडे ने बालिकाओं को पर्याप्त विटामिन-प्रोटीन युक्त भोजन लेने एवं अधिक से अधिक पानी पीने के लिए प्रेरित किया। गौरी पदम ने कहा कि मासिक धर्म की रुढिय़ों एवं भ्रांतियों का विरोध जरुरी है। आज भी मासिक धर्म के दिनों में महिलाएं एवं बालिकाएं अंधेरी गलियों से आना जाना करती है। जमीन पर सोती है। उनके साथ अछूत जैसा व्यवहार किया जाता है। कार्यक्रम का संचालन अनुराधा देशमुख ने किया एवं आभार विभा वागद्रे ने व्यक्त किया। इस दौरान छात्राओं ने भी मासिक धर्म के नियमों एवं प्रतिबंध पर खुली चर्चा में भाग लिया।
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