फिर बड़े फर्जीवाड़े को अंजाम देने की गुपचुप तैयारी प्राचार्य एकलव्य आदर्श आवासीय शाहपुर, नहीं मानता बायलाज नियमों को ओर न कलेक्टर के आदेश को
By, बैतूल वार्ता
फिर बड़े फर्जीवाड़े को अंजाम देने की गुपचुप तैयारी
प्राचार्य एकलव्य आदर्श आवासीय शाहपुर, नहीं मानता बायलाज नियमों को ओर न कलेक्टर के आदेश को
बैतूल ।। एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय शाहपुर के प्राचार्य एस के डोनिवल के विरुद्ध शिकायत प्रधानमंत्री , सीएम हेल्पलाइन एवं जिले के तेजतर्रार कलेक्टर को की गई है। कलेक्टर द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए जिला स्तरीय जांच दल गठित कर जांच भी कराई गई और दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई भी की है। प्राचार्य प्रथम श्रेणी होने के कारण उनके निलंबन का प्रस्ताव आयुक्त जनजाति कार्य भोपाल को प्रेषित किया गया। उक्त कार्रवाई होने के बाद भी प्राचार्य एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय शाहपुर के द्वारा ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के येन केन प्रकारेण प्रयास किये जा रहे हैं।जिस तरह से प्राचार्य ने पत्र क्रमांक 806 दिनांक 19 फरवरी 2024 को जारी कर लेखापाल की व्यवस्था करने के लिए लिखा है उससे साफ है कि प्राचार्य किसी भी बायलाज के नियमों को नहीं मानता ओर ना ही किसी वरिष्ठ अधिकारी के आदेशों को।
आनन फानन बिल निकालने की तैयारी
डीजी एफएमएस पोर्टल पर कार्य करने वाले सहायक ग्रेड 3 लेखापाल के निलंबन के बाद वह पद रिक्त हो गया है। इसके बाद प्राचार्य ने बिना सक्षम अधिकारी एसडीएम शाहपुर, सहायक आयुक्त जनजाति कार्य एवं कलेक्टर के बगैर अनुमति के ही अपने साथ भ्रष्टाचार में लिप्त ठेकेदार मां वैष्णो ट्रेडिंग एजेंसी को पत्र क्रमांक 806 दिनाक 19 फरवरी 2024 को पत्र जारी कर कहा की लेखपाल के पद पर नियुक्ति प्रदान करें ताकि ठेकेदार एवं प्राचार्य मिलजुल कर अपने मनमर्जी से भ्रष्टाचार कर सके। जबकि प्रावधान यह है कि कोई भी नियुक्ति की कार्यवाही करने के पूर्व उक्त सक्षम अधिकारी से अनुमति अनिवार्य है उन सब नियमों को ताक पर रखकर प्राचार्य अपनी मनमर्जी से विद्यालय का संचालन कर रहे हैं। जिला स्तरीय जांच के बाद के जितने भी भुगतान लंबित है उन सभी देयको का सक्षम समिति सहायक आयुक्त जनजाति कार्य ,बैतूल कलेक्टर के बगैर अनुमति के भुगतान नही किया जा सकता है ।
एक लेखापाल होने के बावजूद दूसरे की जरूरत क्यों
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय शाहपुर में पूर्व से ही एक और सहायक सहायक ग्रेड 3 राजेश सोनी पदस्थ है फिर भी प्राचार्य ने ठेकेदार को पत्र लिखकर दूसरे लेखपाल की नियुक्ति की मांग की जिससे यह स्पष्ट होता है कि प्राचार्य और ठेकेदार मिलकर फिर से नए सिरे से अपने मनमर्जी से गरीब आदिवासी विद्यार्थियों की राशि में
हेर फेर करने की कवायद फिर शुरू कर सकें।जबकि ठेकेदार आलोक सिंह मां वैष्णो ट्रेडिंग एजेंसी भोपाल के विरुद्ध भी जिला स्तरीय जांच दल ने भ्रष्ट्राचार में लिप्त होना पाया है।कलेक्टर बैतूल को तत्काल कार्रवाई करते हुए आउटसोर्स एवम मेस संचालन के ठेके से पृथक कर ब्लैकलिस्टेड करना चाहिए ।
वही प्राचार्य एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय शाहपुर के आहरण सवितरण पर तत्काल रोक लगानी चाहिए ।
एवं प्राचार्य एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय शाहपुर को वहां से तत्काल हटाकर अन्य स्थान पर अटैच कर देना चाहिए जो अभी तक नहीं किया गया है। इसके अलावा वर्ष 23 ,24 में हुए भ्रष्टाचार की जांच में सक्षम समिति के द्वारा तत्काल सामग्री का परीक्षण कर सक्षम समिति से प्राप्त कर ठेकेदार एवम् प्राचार्य के विरुद्ध भारतीय दण्ड संहिता में विधि द्वारा स्थापित धाराओं के तहत त्वरित कार्यवाही की जानी चाहिए । एवं प्रमुख सचिव जनजाति कार्य विभाग भोपाल से त्वरित चर्चा कर प्राचार्य का निलंबन आदेश प्रसारित करवाना चाहिए ।निलंबन का आदेश जारी नही होने के कारण प्राचार्य एवम ठेकेदार जाल बुनने में लग गए हैं।जिससे लग रहा है कि कहीं ऐसा तो नहीं की संघ ,सत्ता और संगठन के इशारे पर पूरे मामले की लीपापोती की तैयारी की जा रही हो।