हमे अफसोस है लोगों के चेक बाउंस होते हैं हमारा डी डी बाऊंस हो गया ? लोकसभा चुनाव के दावेदारों के लिए ‘रायशुमारी’ बैतूल मे डीडी फेल ,खुला विरोध,नए नाम सांसद प्रत्याशी के आये
By, बैतूल वार्ता
हमे अफसोस है लोगों के चेक बाउंस होते हैं हमारा
डी डी बाऊंस हो गया ?
लोकसभा चुनाव के दावेदारों के लिए ‘रायशुमारी’ बैतूल मे डीडी फेल ,खुला विरोध,नए नाम सांसद प्रत्याशी के आये
।।वामन पोटे।।
बैतूल! बैतूल हरदा लोकसभा सीट के हुई राय शुमारी मे भाजपा सांसद के पांच साल के कार्यकाल मे कार्यकर्ताओ की उपेक्षा और कोई बड़ी उपलब्धि नहीं होने से रायशुमारी मे डी डी उइके पिछड़ गए. यदि भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति रायशुमारी को तावज्जो देती है तो डीडी केश नहीं होगे . भाजपा के अंदर खाने से आई इस खबर नें भाजपा के चतुर खिलाडी भी हैरान परेशान नजर आ रहे है.
अफसोस है लोगों के चेक बाउंस होते हैं हमारा डी डी बाऊंस हो गया ?
इस रायशुमारी मे 170 से ज्यादा भाजपा से जुड़े दिग्गज नेता आये थे. जिसमे भाजपा के पूर्व और वर्तमान विधायक,पूर्व और वर्तमान सांसद, भाजपा के पूर्व और वर्तमान जिला अध्यक्ष, जिला पंचायत, जनपद पंचायत, नगर पालिका नगर पंचायत के अध्यक्ष उपा अध्यक्ष एवं सदस्य सहित मंडल जिला कोर कमेटी के सदस्य और जिला पदाधिकारी को 12 बजे फोन कर 3 बजे बैठक मे आने की सूचना दी .
राय शुमारी मे शामिल सदस्यों की पसंद पूर्व न्यायधीश प्रकाश उइके, मंगलसिंग धुर्वे, जिला पंचायत के उपाध्यक्ष हंसराज और हरदा के पूर्व विधायक संजय शाह के नाम पर मुहर लगी है. हरदा हरसूद और टिमरनी विधानसभा से आये भाजपा नेताओं नें संजय शाह के नाम पर अपनी मुहर लगाई वही बैतूल,भैंसदेही, घोड़ाडोगरी,आमला, मुलताई विधानसभा सभा के नेताओं नें डीडी को छोड़ नए नामों पर अपनी पसंद की मुहर लगाई.आठ विधानसभा वाले इस संसदीय क्षेत्र के नेता भाजपा भवन के सामने कहते रहे डीडी से बेहतर कार्यकाल ज्योति का ही था.
सूत्रों की मानें तो इससे पहले भाजपा एक सर्वे भी करवा चुकी है, लेकिन इससे मिले फीडबैक और कार्यकर्ताओं के असंतोष को देखते हुए ये रायशुमारी अचानक कराई जा रही है. दरअसल, इस रायशुमारी के ज़रिए भाजपा अपने कार्यकर्ताओं का गुस्सा दबाना चाहती है
भाजपा इस बात को बखूबी जानती है कि इस बार चुनाव में उसे वर्तमान सांसद की एंटी इनकंबेंसी फैक्टर के साथ ही कार्यकर्ताओं के आक्रोश का सामना करना पड़ेगा. लिहाजा भाजपा की कोशिश है कि जितना हो सके कार्यकर्ताओं को साथ लेकर चला जाए.
इधर संघ के भरोसेमंद सूत्रों ने बताया की संघ की सर्वे रिपोर्ट में भी डीडी फेल हो गए है।जिससे भाजपा में हड़कंप मच गया है यही कारण है की रायशुमारी में भाजपा के पदाधिकारियों ने वर्तमान सांसद के नाम का खुलकर विरोध किया और केंद्रीय चुनाव समिति को नए नाम भेज कर नए सिरे से सर्वे कराने के लिए मजबूर कर दिया है।बताया जा रहा है की जो नाम रायशुमारी में आए है उन नामों पर नए सिरे से सर्वे होना तय है।
भाजपा लोकसभा चुनाव की तैयारी में तेजी से जुट गई है. इसीलिए मध्य प्रदेश के उम्मीदवारों का चयन करने के लिए तमाम मंत्री और संगठन के नेताओं को हर लोकसभा सीट पर भेजा, जिन्होंने स्थानीय कार्यकर्ताओं से रायशुमारी कि किसे चुनाव लड़ना है.
मध्य प्रदेश की 29 सीटों में से 28 सीट अभी भाजपा के खाते में है. एक सीट छिंदवाड़ा की है, जहां से कांग्रेस के इकलौते सांसद नकुलनाथ है. उस सीट को भी जीतने का बीजेपी दावा कर रही है. इसके पहले वर्तमान सांसद और नए दावेदारों के लिए रायशुमारी की गई. एक- एक नेता को बुलाकर कहा कि आप अपने संसदीय क्षेत्र से अपनी पसंद के तीन दावेदारों के नाम बता दे. सभी को अनिवार्य रूप से तीन दावेदारों के नाम बताना है, जिनसे रायशुमारी की जाएगी वो नेता अपना खुद का नाम नहीं दे सकता है बाकि किसी का भी नाम दे सकता है.
‘रायशुमारी’ में वर्तमान सांसद के अलावा दूसरे दावेदारों के नाम भी दिए जा सकते हैं. केंद्रीय चुनाव समिति इस तरह के आदेश दिए हैं. रायशुमारी सोमवार को पूरे प्रदेश में होने के बाद जो पर्यवेक्षक हैं उनको अपनी रिपोर्ट मंगलवार प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा को देना है. यह रिपोर्ट लेकर प्रदेशाध्यक्ष दिल्ली जाएंगे और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को सौंपेंगे. इसी तरह से अन्य प्रदेशों में भी भाजपा रायशुमारी कर रही है. केंद्र सरकार की एजेंसियों के माध्यम से भी गौपनीय रूप से सर्वे कराए जा रहे हैं. इसके माध्यम से पता किया जा रहा है कि वर्तमान सांसद को टिकट दिया जाए या नहीं? और कोई नए उम्मीदवार हो सकते हैं. सभी के बारे में फीडबैक लिया जा रहा है.
सांसदों की उम्मीदवारी को लेकर इस बार भाजपा हाईकमान बहुत बारीकी से अध्ययन करने वाला है. लगभग 100 से ज्यादा सांसदों के टिकट कटने की चर्चा है.भाजपा नेतृत्व नए और युवाओं को अपनी पार्टी में लाने की कवायद कर रही है ।जिससे वर्तमान सांसदो के माथे पर चिंता की लेकर नजर आ रही है। बीजेपी के पूरे देश में 303 सांसद है. इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 370 सीट लाने का लक्ष्य रखा है. अब चुनाव की तैयारियों के कारण प्रदेश सरकार के काम-काज की गति धीमी हो जाएगी। केंद्र सरकार की योजनाओं से संबंधित कार्यक्रम भी 12 मार्च के पहले तक करने के लिए सभी विभागों को कह दिया है. इसीलिए पूरे देश में रोजाना भाजपा के 50 से ज्यादा जिलों में कार्यक्रम हो रहे हैं. अधिकांश कार्यक्रमों में वर्चुअल रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष नड्डा जुड़ रहे है. बाकी केंदीय मंत्री भी अलग-अलग जगहों पर जा रहे है.