एकलव्य शाहपुर में खरीद लिए 9 लाख 88 हजार के घटिया पलँग जांच रिपोर्ट में हुआ डोनिवाल के फर्जीवाड़े का खुलासा
By, बैतूल वार्ता
एकलव्य शाहपुर में खरीद लिए 9 लाख 88 हजार के घटिया पलँग
जांच रिपोर्ट में हुआ डोनिवाल के फर्जीवाड़े का खुलासा
बैतूल। एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय शाहपुर में किये गए फर्जीवाड़े की एक एक परत खुलती जा रही है। लेकिन बावजूद इसके प्राचार्य एस के डोनिवाल को ना ही निलंबित किया जा सका है और ना ही उनके आहरण और संवितरण अधिकार वापस लिए जा सके हैं। प्रशासनिक अधिकारियों की आंखों के सामने अभी भी ठेकेदार को भुगतांन किये जाने की जानकारी मिल रही है। प्राचार्य एस के डोनिवाल और उनकी तिकड़ी ने आवासीय परिसर में पलँग की खरीदी में भी भारी वित्तीय अनियमितताएं की हैं। इसका जिक्र भी जांच रिपोर्ट में किया गया है। एक पलँग की कीमत का भुगतान हजारों में कर दिया गया लेकिन जांच में यह पलँग जहां घटिया किस्म के पाए गए हैं तो वहीं मापदण्डो को भी दरकिनार कर दिया गया है।
65 घटिया पलंगों की कर ली खरीदी
प्राचार्य शाहपुर एस के डोनिवाल द्वारा वित्तीय वर्ष 23-24 में आवासीय छात्रावास में रहने वाले आदिवासी विद्याथियों के लिए कुल 65 पलँग गेलेक्सी इंटर प्राइजेज से खरीदे गए हैं। एक पलँग की कीमत 14 हजार 700 रुपये से लेकर 15हजार तक दर्शाई गई है। इसके एवज में फर्म को करीब 9 लाख 88 हजार 172 रुपये का भुगतान किया गया है।
जांच में यह खुलासा हुआ है कि, माह जुलाई 2023 में ही राशि रूपये 9,88,172 के पलंग क्रय किये गये है। मध्यप्रदेश शासन, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग मंत्रालय वल्लभ भवन,के निर्देशो का ध्यान नहीं रखा गया । क्रय की जाने वाली सामग्री का मूल्य रूपये 2.50 लाख से अधिक होने की स्थिति में खुली निविदा के माध्यम से क्रय की कार्यवाही की जाना थी। जिसका पालन उक्त पलंग के क्रय में नहीं किया गया है। जांच के दौरान क्रय किये गये पलंग का अवलोकन किया गया । पलंग जारी मापदण्डो के अनुसार क्रय नहीं किया गया है । अभिलेख का अवलोकन करने पर पाया गया कि प्राचार्य, एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय शाहपुर के द्वारा जिस मापदण्ड के पलँग खरीदी के
आदेश जारी किये गये है। उस माप दंड के आधार पर सप्लायर ठेकेदार ने पलँग प्रदाय ही नहीं किये जबकि ठेकेदार को तय मापदण्डों के अनुसार ही भुगतान कर दिया गया किन्तु विद्यालय में उपलब्ध पलंग उक्त आदेश के अनुसार नहीं पाये गये है । संस्था में सिंगल बेड पलंग ही उपलब्ध है । जेम पोर्टल पर जारी किये गये आदेश / अनुबंध के अनुसार पलंग सामग्री क्रय नहीं की गई है। एमपीसरस के बायलॉज के अनुसार अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) की अध्यक्षता में गठित समिति से क्रय सामग्री का सत्यापन नहीं कराया गया। प्राचार्य के द्वारा अपने स्तर से शिक्षकों की समिति गठित कर सामग्री का सत्यापन एवं फर्म को भुगतान किये जाने की अनुशंसा कराई गई है । तथा जो सामग्री संस्था में प्राप्त की गई है वह सिंगल बेड है। इससे साफ है कि प्राचार्य एस के डोनिवाल ने कागजों पर तो पलँग खरीदी मापदण्डो के अनुसार खरीदना बताया है लेकिन पलँग घटिया दर्जे के खरीद लिए गए। अब देखना है कि लाखों की खरीदी में कि गयी वित्तीय अनियमितता को लेकर कार्यवाही कब और क्या की जाती है।