आश्वासन देकर भूला प्रशासन, मेंढा जलाशय डूब क्षेत्र के किसानों को नहीं मिली विशेष पैकेज की राशि कलेक्ट्रेट पहुंचे आधा सैकड़ा से अधिक ग्रामीण, कलेक्टर ने चुनाव के बाद कार्यवाही का दिया आश्वासन
आश्वासन देकर भूला प्रशासन, मेंढा जलाशय डूब क्षेत्र के किसानों को नहीं मिली विशेष पैकेज की राशि
कलेक्ट्रेट पहुंचे आधा सैकड़ा से अधिक ग्रामीण, कलेक्टर ने चुनाव के बाद कार्यवाही का दिया आश्वासन
बैतूल। मेंढा डेम परियोजना के डूब क्षेत्र के किसानों को सरकार की घोषणा के अनुसार अब तक विशेष पैकेज एवं मुआवजा नहीं मिला है। इसको लेकर शनिवार 5 मई को किसान कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान किसानों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर घोषणा अनुसार विशेष पैकेज एवं मुआवजा प्रदान करने की मांग की। कलेक्टर ने में ग्रामीणों को चुनाव के बाद कार्यवाही का आश्वासन दिया। गौरतलब है कि मेंढा गांव आदिवासी अंचल में आता है। मेढा, खापा, गाड़वा, ढोल्या, महु गांव का विस्थापन किया जाना है। सरकार द्वारा भूमि का मुआवजा दिया गया है, लेकिन विशेष पैकेज के रूप में 10 लाख रुपए प्रति हेक्टेयर दिया जाना था, लेकिन यह राशि आज तक नहीं दी।
आरोप : मुखिया को देना थे 2.11 लाख, दिए 1.36 लाख
किसानों का आरोप है कि घोषणाओं के तहत परिवार के मुखिया के नाम से दो लाख 11 हजार रुपए देना थे, लेकिन उन्हें 1 लाख 36 हजार ही दिए। किसानों ने बताया परिवार के मुखिया एवं परिवार के 18 वर्ष के ऊपर के सभी सदस्यों को 5-5 लाख रुपए और प्रत्येक को प्लॉट आवंटन की घोषणा की थी, वहीं विस्थापित होते समय घर की सामग्री एवं अन्य सामग्री परिवहन करने का सम्पूर्ण खर्चा विभाग द्वारा वहन करना सुनिश्चित किया था। विभाग ने खेत में गड़ी पाइप लाइन की क्षतिपूर्ति भी देने की बात कही थी, जो नहीं दी। किसानों की मांग है कि उन्हें जल्द से जल्द क्षतिपूर्ति राशि दी जाए। ज्ञापन सौंपने वालों में ग्रामीण राजू लोखंडे, लालचंद चौरेकर, केजा, रामजी, किशनलाल, पटेल पांसे, लच्छू, खुशिया, गजेसिंग, टाटू, लक्ष्मण, रामप्रसाद, बिसू, सियाराम, जोगी, शिवराम, योगेश्वर, पिंटू जा, हरिश्चंद्र, मुन्ना लोखंडे, सुखनंदन टांडिलकर, हद्दू चढ़ोकार, पंडित चढ़ोकार, तेजी सहित अनेक ग्रामीण शामिल थे।