चिलचिलाती धूप बेअसर: मतदान करने की कतार में लगे मतदाता
दोपहर 3 बजे तक संसदीय क्षेत्र में 59.63 प्रतिशत मतदान, गांवों में सुबह दो घंटे लंबी लाइन, कुछ जगह ईवीएम बन्द तो कहीं कर्मचारियों की बिगड़ी तबियत
लोकसभा चुनाव 2024: बैतूल। बैतूल-हरदा-हरसूद संसदीय क्षेत्र के लिए मंगलवार को तीसरे चरण में वोटों की आहुतियां डाली जा रही है। तापमान 40 डिग्री के पार होने के बावजूद मतदाताओं का वोट डालने के प्रति रूझान कम नहीं हुआ। इतना जरूर है कि ग्रामीण अंचलों के मतदान केंद्रों पर दोपहर में सन्नाटा पसरा था, लेकिन सुबह यहां दो घंटे वोट डालने के लिए सैलाब उमड़ पड़ा।
अपने वोटों का महत्व समझते हुए न सिर्फ शहरी बल्कि ग्रामीण अंचलों में दोपहर 3 बजे तक 59.63 प्रतिशत से अधिक मतदान हो चुका था। मतदान की यही रफ्तार चली तो आंकड़ा शाम 6 बजे तक करीब 70 प्रतिशत पर पहुंचेगा। हालांकि गत लोकसभा चुनाव में लगभग 79 प्रतिशत वोट पड़े थे। लिहाजा इस बार संसदीय क्षेत्र में वोट प्रतिशत गिरने की संभावना दिखाई दे रही है।
मंगलवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच 7 बजे से मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई। जिले के 1581 मतदान केंद्रों पर मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई।
सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी में लोकतंत्र की आहूति देने के लिए जिले के लोगों ने इस बार काफी जागरूकता दिखाई है। सुबह 7 बजे से मतदान शुरू होते ही लोग सारे काम छोड़ दो, सबसे पहले वोट दो का नारा बुलंद करते हुए मतदान केंद्र पहुंच गए। चूंकि सुबह तापमान कम होने के कारण मतदान केंद्रों पर जबरदस्त भीड़ देखी गई। संसदीय क्षेत्र के आमला, बैतूल, भैंसदेही, घोड़ाडोंगरी, हरदा, हरसूद, टिमरनी, मुलताई में सुबह के दो घंटे बंपर मतदान हुआ।
निर्वाचन आयोग के आंकड़े बताते हैं कि संसदीय क्षेत्र में सुबह के दो घंटे में करीब 16 प्रतिशत और अगले दो घंटे में 11 बजे तक 32.65 प्रतिशत मतदान हो गया। इसके बाद दोपहर 11 से 1 बजे तक केवल 14 प्रतिशत मतदान में बढ़ोत्तरी हुई। इस दौरान धूप अधिक होने से कुछ मतदान केंद्र सूने थे, लेकिन भीड़ कम होने के कारण शेष मतदाता धूप में भी मतदान करने में रूचि दिखाते रहे।
रंग लाया प्रशासन का प्रयास
इस चुनाव में प्रशासन के अलावा राजनीति दलों के पदाधिकारियों ने भी अधिक से अधिक मतदान कराने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया था। चूंकि दूसरे चरण में 26 अप्रैल को प्रदेश के करीब 6 जिलों में हुए मतदान का प्रतिशत लुढ़क गया था। इसके बाद निर्वाचन आयोग ने अगले चरण में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिए। पिछले कई दिनों से जिला प्रशासन के अधिकारी भी अधीनस्थों के माध्यम से बंपर वोटिंग का प्रयास कर रहे थे।
दूसरी ओर भाजपा और कांग्रेस के पदाधिकारियों की भी मंशा थी कि अधिक से अधिक मतदान हो। हालांकि देर शाम संसदीय क्षेत्र में मतदान का कुल आंकड़े की स्थिति स्पष्ट होगी, लेकिन अन्य जिलों की अपेक्षा बैतूल में प्रशासन के प्रयास से मतदान का प्रतिशत संतोष जनक कहा जा सकता है।
घोड़ाडोंगरी में सर्वाधिक, भैंसदेही में सबसे कम मतदान
निर्वाचन आयोग के आंकड़े पर नजर दौड़ाए तो दोपहर एक बजे तक संसदीय क्षेत्र की आठ विधानसभाओं में सबसे अधिक मतदान घोड़ाडोंगरी विधानसभा मेें हुआ है। यहां 52.50 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। भैंसदेही में सबसे कम 43 प्रतिशत मतदान हुआ था। दोपहर तक सबसे अधिक और कम मतदान वाली दोनों सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरिक्षत है। वैसे मतदान के प्रतिशत के मामले में टिमरनी और हरसूद ने भी दोपहर तक 50 प्रतिशत का आंकड़ा पार कर लिया था। हालांकि हरदा में मतदान की रफ्तार दोपहर 1 बजे 45.22 प्रतिशत ही थी।
सेलीब्रेटी ने भी किया मताधिकार का उपयोग
लोकसभा चुनाव में सेलीब्रेटियों ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया। भाजपा प्रत्याशी दुर्गादास उइके ने परिवार सहित दुर्गावार्ड के हमलापुर स्थित बूथ पर जाकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। कांग्रेस प्रत्याशी रामू टेकाम ने गृह ग्राम सांवलमेंढा में परिजन सहित वोट डाला। बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल ने न्यू बैतूल स्थित मतदान केंद्र पर कतार में लगकर सहपरिवार मताधिकार का प्रयोग किया।
दूसरी तरफ आमला विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे ने चंद्रशेखर वार्ड स्थित मतदान केंद्र, नपा अध्यक्ष पार्वती बारस्कर ने वोट डाला। पूर्व विधायक अलकेश आर्य ने टैगोर वार्ड और निलय डागा ने आजाद वार्ड में अपने वोट का प्रयोग किया। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हेमंत वागद्रे ने भी अपना वोट डाला। जबकि कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने गांधी वार्ड और एसपी निश्चल एस झारिया ने गणेश वार्ड स्थित शासकीय प्राथमिक शाला सिविल के बूथ पर वोट डाला।
कर्मचारी की तबीयत बिगड़ी, कार्यकर्ताओं में विवाद भी
चुनाव के दौरान कोई बड़ी घटना दोपहर तक किसी बड़ी घटना की जानकारी नहीं मिली, लेकिन बैतूल के अर्जुन वार्ड में भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच विवाद की खबर। बताया जाता है कि अर्जुन वार्ड में भाजपा कार्यकर्ता बूथ के पास भीड़ लगाकर बैठे थै। इसी दौरान कांग्रेस नेता ऋषि दीक्षित और शेख असलम यहां पहुंचे, इस पर उन्होंने आपत्ति जताई। इसके बाद दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं में विवाद होने लगा। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को अलग किया।
दूसरी तरफ चुनावी ड्यूटी में तैनात मुलताई विधानसभा के दतोरा और बाह्मणवाड़ा में दो कर्मचारियों की तबीयत बिगड़ने पर उनका इलाज कराना पड़ा। जबकि आमला विस के बगडोना में भी एक कर्मचारी की तबीतय बिगड़ी है।
समस्याओं को लेकर चुनाव का बहिष्कार
संसदीय क्षेत्र में कुछ स्थानों पर अपनी मांगे पूरी नहीं होने पर चुनाव बहिष्कार की भी जानकारी मिल रही है। हमारे आमला संवाददाता दुर्गाप्रसाद जौंजारे के मुताबिक तहसील के रिखड़ी पंचायत के ग्रामीणों ने सड़क नहीं बनने से नाराज होकर मतदान का बहिष्कार कर दिया। जानकारी मिलने पर प्रशासन के अधिकारी ग्रामीणों को समझाने पहुंचे, लेकिन 800 मतदाता वाले इस गांव में दोपहर तक एक भी वोट नहीं डाला गया।
ग्रामीण उपन उइके ने बताया कि लंबे समय से सड़क बनाने की मांग की जा रही है, लेकिन अनदेखी के कारण लोगों ने वोट नहीं डालने का निर्णय लेकर प्रशासन की परेशानी बढ़ा दी है। उधर जजबोड़ी पंचायत में भी चुनाव बहिष्कार की जानकारी मिली है, लेकिन समाचार लिखे जाने तक कोई जानकारी नहीं मिली।
कई जगह ईवीएम खराब, मतदान प्रभावित
मतदान के दौरान कई जगह ईवीएम खराब होने की जानकारी मिली है। मतदाताओं की आपत्ति के बाद अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर दूसरी ईवीएम लगाई गई। ईवीएम खराब होने की पहली जानकारी बैतूल विस के विनोबा वार्ड स्थित 126 बूथ क्रमांक शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से मिली है।
यहां सुबह 7.30 बजे ईवीएम बंद हो गई। एसडीएम को जानकारी मिलते ही वे मौके पर पहुंचे। इस दौरान आधा घंटा मतदान प्रभावित हुआ। दूसरी मशीन लगाने के बाद मतदान शुरू हो पाया। इसके अलावा बैतूल के सुभाष स्कूल में भी ईवीएम खराब होने पर मतदान प्रभावित हुआ है। मुलताई क्षेत्र के दो मतदान केंद्रों पर भी ईवीएम खराब होने की जानकारी मिली है।