फूड पाईजिनिंग से बच्चे की मौत, 12 लोग बीमार, घटना से स्वास्थ्य महकमे में मचा हड़कंप
बैतूल।।बैतूल जिला मुख्यालय से 6 किलोमीटर दूर बैतूलबाजार में एक ही परिवार के 13 लोग फूड पाईजिनिंग का शिकार हो गए। सभी को उपचार के लिए जिला अस्पताल भर्ती किया। उपचार के दौरान 7 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई है। 12 लोग अभी भी उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती है। फूड पाईजिनिंग की इस घटना से प्रशासनिक महकमे में हडक़ंप मच गया। सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके के लिए रवाना हो गई। इस टीम ने खाद्य पदार्थो के सेम्पल लिए। बताया जा रहा है कि सभी ने दाल-चावल, रोटी और सब्जी खाई थी। खाना खाने के बाद घर के पूरे परिवार और रिश्तेदारों को पेट दर्द और उल्टियां होना शुरू हो गई। तत्काल सभी को जिला अस्पताल लाया गया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक बैतूलबाजार थाना क्षेत्र के विष्णु वार्ड निवासी एक युवक की मौत हो गई थी। घर पर तेरव्ही का कार्यक्रम होना था, इसलिए मेहमान भी आए थे। घर के सभी सदस्यों और मेहमानों के लिए टमाटर की चटनी, सब्जी, दाल और रोटी बनाई गई। भोजन करने के बाद घर के सभी सदस्य और रिश्तेदारों की हालत बिगडऩे लग गई। उल्टी और पेट दर्द की शिकायत होने पर सभी को उपचार के लिए जिला अस्पताल भर्ती किया गया। उपचार के दौरान घाट अमरावती निवासी वेदांत पिता उमेश सातपुते (7) की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि वेदांत अपने मामा के यहां बैतूलबाजार में मेहमान आया था। फूड पाईजिनिंग( Food Poisoning) का शिकार होने से रेणुका सातपुते निवासी अमरावती, बैतूलबाजार निवासी लता गोलकर (31), गोधी बाई गोलकर, प्रीती गोलकर (30), सरिता गोलकर (32), सानवी 4 वर्ष और तेजल (9), उमेश गोलकर, सन्नोबाई (50), पुष्पलता (16), कलाबाई (60) और रमेश (65) को उपचार के लिए जिला अस्पताल भर्ती कराया है। इन सभी लोगों की हालत स्थिर बनी हुई है। महिला हीराबाई गोलकर ने बताया कि उनके जेठ के पुत्र का निधन हो गया था, जिसकी तेरव्ही का कार्यक्रम होना था, जिसके लिए घर पर मेहमान आए हुए थे। सभी के लिए घर के बरांदे में भोजन बनाया गया। भोजन करने के बाद सब लोग बीमार हो गए। बताया जा रहा है कि सभी के लिए ताजा भोजन बनाया गया था। किसी ने भी बासा भोजन नहीं खाया। अब पूरे मामले की जांच की जा रही है कि बनाए गए भोजन के किसी खाद्य पदार्थ में गड़बड़ी तो नहीं है।
बैतूलबाजार पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम
इधर कई लोगों के फूड पाईजिनिंग का शिकार होने की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य महकमे में भी हडक़ंप मच गया। तत्काल स्वास्थ्य विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई। सीएमएचओ रविकांत उईके ने बताया कि जैसे ही फूड पाईजिनिंग होने की जानकारी सामने आई, तत्काल बीएमओ को घटना के संबंध में सूचित किया और स्वास्थ्य विभाग की टीम को मौके के लिए रवाना कर दिया है। इस टीम द्वारा बनाए गए भोजन और अन्य खाद्य पदार्थो के सेम्पल लिए जाएंगे। इस सेम्पलों की जांच की जाएगी, जांच के बाद पता चलेगा कि बनाए गए कौन खाद्य पदार्थ दूषित है। खाद्य पदार्थो के अलावा पानी के सेम्पलों की भी जांच की गई जाएगी। जांच रिपोर्ट आने के बाद में पता चलेगा कि क्या खाने से फूड पाईजिनिंग हुई है।
परिवार वालों को मिला दोहरा दर्द
फूड पाईजिनिंग की घटना से परिजनों को दोहरा दर्द मिला है। एक युवक की मौत होने का दर्द कम भी नहीं हुआ था और सब लोग तेरव्ही के कार्यक्रम में शामिल होने सभी रिश्तेदार आए थे। इस बीच फूड पाईजिनिंग के कारण सात वर्षीय मासूम की मौत हो गई। इस मौत से परिजनों को और एक दर्द मिला। घटना के बाद बैतूलबाजार के विष्णु वार्ड में मातम छा गया।
इनका कहना…
बैतूलबाजार क्षेत्र में एक ही परिवार के कई लोग फूड पाईजिनिंग का शिकार हुए है। घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम को मौके पर भेजा है। जांच करने के बाद ही फूड पाईजिनिंग का कारण सामने आएगा।
डॉ रविकांत उईके, सीएमएचओ, बैतूल