सड़क विहीन गांव में सरकारी वादों की हकीकत, महिला को प्रसव के बाद खटिया पर 7 किमी तक ले जाना पड़ा सड़क पर विकास के दावों की पोल खोलती तस्वीर:
By, बैतूल वार्ता
सड़क विहीन गांव में सरकारी वादों की हकीकत, महिला को प्रसव के बाद खटिया पर 7 किमी तक ले जाना पड़ा
सड़क पर विकास के दावों की पोल खोलती तस्वीर:
बैतूल। जिले के भीमपुर ब्लॉक की ग्राम पंचायत चिल्लौर के ग्राम भयपुर में एक महिला को प्रसव के बाद भीमपुर शासकीय अस्पताल ले जाने के लिए खटिया पर 7 किलोमीटर तक ले जाना पड़ा। यह घटना भाजपा के विकास के दावों की पोल खोलती है, जहां जिले के पांच विधायक और एक सांसद होने के बावजूद यह स्थिति बनी हुई है।
बैतूल जिले के भीमपुर ब्लॉक के चिल्लौर के पास भवानीपुर ग्राम में प्रसव के दौरान सोनाए बाई नामक महिला ने दो बच्चों को जन्म दिया। भारी बारिश के चलते सभी रास्ते बंद हो गए थे, जिसके कारण गांव की महिलाओं ने मिलकर घर पर ही उसका प्रसव कराया। महिला और उसके नवजात शिशुओं को अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस बुलाने का प्रयास किया गया, लेकिन गांव तक पक्की सड़क न होने के कारण एंबुलेंस वहां नहीं पहुंच सकी। अंततः ग्रामीणों ने लकड़ियों और खटिया की सहायता से महिला को कंधे पर उठाकर 7 किलोमीटर तक चलकर चिल्लौर पहुंचाया, जहां से उसे एंबुलेंस उपलब्ध कराई गई। भीमपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के बाद महिला को जिला चिकित्सालय रेफर किया गया। यह दूसरी बार है जब भवानीपुर गांव में इस प्रकार की स्थिति उत्पन्न हुई है। गांव में पक्की सड़क न होने के कारण पहले भी कई बार माताओं और बच्चों को जान गंवानी पड़ी है।
— झूठे विकास का आईना दिखा रही यह तस्वीर–
यह घटना भाजपा सरकार के विकास के खोखले वादों का सच सामने लाती है। बैतूल जिले में भाजपा के पांच विधायक और एक सांसद हैं, बावजूद इसके गांव की सड़कें अब तक नहीं बन सकी हैं। सरकार जहां एक ओर विकास के ढोल पीट रही है, वहीं दूसरी ओर बैतूल जिले में विकास की यह तस्वीर सरकार को उनके झूठे विकास का आईना दिखा रही है। इस घटना ने एक बार फिर से यह सवाल खड़ा किया है कि क्या सच में विकास का लाभ गांवों तक पहुंच पा रहा है? क्या सरकारी योजनाएं और वादे सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गए हैं? यह घटना सरकार के दावों और वास्तविकता के बीच की खाई को स्पष्ट रूप से दिखाती है। यह स्थिति सरकार के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि विकास के वास्तविक मायने क्या होते हैं और आम जनता को इन सुविधाओं से वंचित नहीं रहना चाहिए।