आवास खाली नहीं करने पर भी वेतन आहरण के निर्देश सीएमएचओ के बेतुके फरमान से अन्य कर्मचारियों में आक्रोश
By,वामन पोटे
आवास खाली नहीं करने पर भी वेतन आहरण के निर्देश
सीएमएचओ के बेतुके फरमान से अन्य कर्मचारियों में आक्रोश
बैतूल।। पदस्थापना के बावजूद बैतूल में शासकीय आवास पर लंबे समय से कब्जा करने वाले स्वास्थ्य विभाग के चार कर्मचारियों का पिछले आठ माह से वेतन आहरण रोका गया है। इसके बावजूद सीएमएचओ ने विवादित लिपिक अखिलेश मालवीय के वेतन आहरण के निर्देश देकर शासकीय नियमों की अनदेखी करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, जबकि चार नर्सिंग स्टॉफ का वेतन आहरण नहीं हो रहा है। इस मामले में सीएमएचओ की दोहरी नीति कटघरे में आकर खड़ी हो गई है।
सूत्रों ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ लिपिक अखिलेश मालवीय और नर्सिंग स्टॉफ में पदस्थ अनुसुईयां चौरिया, रंजना खोब्रागड़े और प्रतिमा राजपूत की बैतूल की जगह अन्य पदस्थापना है। इसके बावजूद बैतूल में चारों ने लंबे समय से शासकीय आवास पर कब्जा जमाया हुआ है। इस मामले में अखिलेश मालवीय ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी, उन्हें पंद्रह मार्च तक मोहलत देकर शासकीय आवास खाली करना था, इसके बाद विभागीय अधिकारियों को अपने स्तर पर कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था।
पंद्रह मार्च की तिथि बीतने को पांच माह से अधिक समय बीतने के बावजूद न तो लिपिक अखिलेश मालवीय और तीन महिला कर्मचारियों ने शासकीय आवास खाली नहीं किए। जबकि स्वास्थ्य विभाग की आवास कमेटी के सदस्य सीएमएचओ, सिविल सर्जन और आरएमओ ने चारों कर्मचारियों को आवास खाली न करने पर नवंबर 2023 से वेतन आहरण पर प्रतिबंध लगा दिया था।
एक पर दुलार, तीन कर्मचारी के साथ अन्याय
इधर जानकारी सामने आई है कि स्वास्थ्य विभाग में आवास आवंटन के मामले की शिकायत एसडीएम राजीव कहार को हुई थी। उन्होंने सीएमएचओ को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था। इसके बावजूद सीएमएचओ ने लिपिक अखिलेश मालवीय का नवंबर से जुलाई तक का वेतन आहरण करने के एक तरफा निर्देश दे दिए हैं। जबकि शेष तीन नर्सिंग कर्मचारियों के वेतन आहरण के संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है। एक कर्मचारी पर सीएमचओ द्वारा कृपा दृष्टि बनाए जाने से सीएमएचओ का आदेश कटघरे में आ खड़ा हुआ है।
चूंकि इस मामले की जांच एसडीएम स्वयं कर रहे थे। जांच अधिकारी होने के नाते सीएमचएचओ ने उसने भी अनुमति लेना उचित नहीं समझा और एकतरफा आदेश जारी कर शासकीय नियमों की अनदेखी कर दी। जानकारी यह भी है कि लिपिक अखिलेश मालवीय द्वारा अब तक शासकीय आवास खाली नहीं किया हैं इसके बावजूद उनका वेतन आहरण करने पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं।
इनका कहना
यह मामला मेरे संज्ञान में आया था। मुझसे सीएमएचओ ने लिपिक अखिलेश मालवीय का वेतन आहरण करने संबंधी कोई अनुमति नहीं ली। उनके द्वारा अभी भी आवास खाली नहीं किया गया है। मामले में संज्ञान लेकर कलेक्टर को अवगत कराया जाएगा।
राजीव रंजन कहार, एसडीएम बैतूल।
अभी मैं कलेक्टर साहब के साथ बैठक में हूं। लिपिक का वेतन आहरित करने के आदेश दिए हैं। शेष कर्मचारियों का भी वेतन जारी करेंगे। बाकी जानकारी बैठक के बाद दे पाऊंगा।
डॉ रविकांत उईके, सीएमएचओ बैतूल।