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गांधी वार्ड में जिला कांग्रेस अध्यक्ष गुड्डू के भाजपा जॉइन करने के बाद बदल गए समीकरण

By,वामन पोटे

कल तक वरुण को हराने में ताकत लगाई, अब जीत के लिए बहाएंगे पसीना

गांधी वार्ड में जिला कांग्रेस अध्यक्ष गुड्डू के भाजपा जॉइन करने के बाद बदल गए समीकरण

बैतूल वर्ष 2022 में नगर पालिका परिषद बैतूल में नगर सरकार के हुए चुनाव के ठीक 26 माह बाद अब उप चुनाव में चुनावी परिदृश्य पूरी तरह बदल चुका है। कहने का मतलब यह हैं कि पिछले चुनाव में जिन नेताओं ने कांग्रेस के प्रत्याशी स्व. राजकुमार यादव को जीत दिलाई थी । अब वहीं नेता वार्ड में भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी वरुण धोटे की जीत लिए जनता से वोट की अपील करेंगे। हालांकि चुनावी बिसात बिछने में अभी थोड़ा वक्त और लगेगा, लेकिन यह तय माना जा रहा है कि एक तरफ जहां कांग्रेस अपनी इस सीट को गंवाना नहीं चाहेगी। भाजपा इस सीट को अपने खाते में लाने के लिए पूरा जोर लगा देगी। गांधी वार्ड के इस उपचुनाव में पूर्व जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे और हाल ही में कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए सुनील गुड्डू शर्मा के लिए भी यह चुनाव प्रतिष्ठा का प्रश्न बना नजर आ रहा है, क्योंकि कल तक वे जहां कांग्रेस पार्टी के पक्ष में कैम्पेनिंग करते नजर आते थे। वहीं अब गुड्डू शर्मा को कमल के फूल के समर्थन में जनता के बीच ना केवल जाना होगा, बल्कि उन पर इस सीट को भाजपा के खाते में लाने का भी जिम्मेदारी संभालनी होगी। हालांकि यह भी सच है कि शर्मा बंधुओं की वार्ड में अच्छी खासी पैठ का फायदा भाजपा को मिल सकता है।

भाजपा का विश्वास हासिल करना बड़ी चुनौती

राजनीतिक समीक्षकों के मुताबिक यह पहला चुनाव होगा जब कांग्रेस को अलविदा करने के बाद गुड्डू शर्मा भाजपा की कैम्पेनिंग करते नजर आएंगे। इस कैम्पेनिंग में युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय रहने वाले उनके रक्कू राकेश शर्मा को भी पूरी ताकत लगानी पड़ेगी, क्योंकि भाजपा में परफार्मेंस को ज्यादा तवज्जों दी जाती है। पार्टी बदलने के बाद शर्मा बन्धु भाजपा के कई कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर हिस्सा तो ले रहे हैं, लेकिन गांधीवार्ड का उप चुनाव भाजपा के प्रत्याशी को जितवाना अब शर्मा बंधुओं के लिए परीक्षा की घड़ी माना जा रहा है। मतलब साफ है कि अनुशाषित और नीति , सिद्धान्तों वाली भाजपा में उसी नेता की पूछ परख बढ़ती है जो पार्टी की तरफ से दिए गए टॉस्क को आसानी से पास कर लेता है। कहने का मतलब है कि शर्मा बंधुओं को किसी भी हालत में पार्टी फोरम पर अपना परफार्मेंस दिखाना ही होगा।

2406 मतदाता करेंगे अपने मतों का उपयोग

नगर पालिका परिषद में गांधीवार्ड वार्ड का दायरा संभवत: सबसे बड़ा माना जाता है। परिसीमन में इस वार्ड की जो सीमाएं निर्धारित की गई हैं। उसे देखा जाए तो वार्ड में कोतवाली थाने के सामने से लेकर दादाजी की कुटी के पहले वाला हिस्सा, आकाश वाणी होते हुए शिवाजी चौक, और ईएलसी केम्पस से होते हुए पुन: कोतवाली थाने के सामने का हिस्सा आता है। वर्तमान में वार्ड में रहने वाले कुल 2406 मतदाता हैं। इनमें ब्राम्हण वोट 200, मुस्लिम 150 ईसाई 100, आदिवासी 100, पिछड़े वर्ग के 100 तथा सफाई कर्मियों के 100 मतदाताओं समेत अन्य मतदाता अपने मतों का इस उप चुनाव में उपयोग करेंगे। हालांकि चुनाव में कांग्रेस भाजपा के अलावा तीसरे प्रत्याशी के रूप में सोनू धुर्वे भी मैदान में हैं। ऐसे में आदिवासी वोटों के बंटने के अंदेशे से भी इंकार नहीं किया जा सकता। जो भी है, लेकिन मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही होना है और दोनों ही पार्टी के नेता जोर आजमाइश में जुट गए हैं। अंतिम परिणाम क्या होगा ये मतगणना होने के बाद ही साफ हो पाएगा।

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