बैतूल। देशभर में शीर्ष कंपनियों की (Electric Scooter) में आग लगने की खबरें लगातार सामने आ रही है। अब बैतूल जिले के मुलताई में भी (Okinawa) ओकिनावा कंपनी की इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की घटना सामने आई है। मुलताई नगर के गायत्री नगर में घर में खड़ी इलेक्ट्रिक स्कूटर में अचानक आग लग गई। आग से लाखों का नुकसान हुआ है।
मिली जानकारी के अनुसारमुलताई नगर के गायत्री नगर निवासी सुभाष भावसार के घर मे खड़ी उनकी ओकिनावा कंपनी की इलेक्ट्रिक स्कूटर ( Electric Scooter) में देर रात अचानक आग लग गयी।
उन्होंने बताया कि वे रोज की तरह घूम कर आने के बाद अपनी इलेक्ट्रिक स्कूटर (Electric Scooter) को नीचे अन्य गाडिय़ों के साथ खड़ी कर ऊपर चले गए कुछ देर बाद उन्हें गाड़ी के पास आवाज आने पर वहां जाकर देखा तो इलेक्ट्रिक स्कूटर में से आवाज आ रही थी।
देखते ही देखते बाइक में आग लग गयी और धुएं का गुबार उठ गया जिससे वे घबराकर ऊपर दौड़े और पड़ोसियों को आवाज लगाई। जिस पर पड़ोसियों ने तत्काल गेट का ताला तोड़कर आग पर काबू पाया, लेकिन जब तक आग बुझाई जाती इलेक्ट्रिक स्कूटर सहित वहां खड़ी अन्य दो बाइक भी असली चपेट में आ चुकी थी। जिसमें से एक बाइक पूरी तरह जल गई। वहीं दूसरी गाडिय़ों को भी नुकसान पहुंचा है। गनीमत रही कि इस आगजनी में कोई हताहत नहीं हुआ और कोई जन हानि नही हुई।
इस वजह से लगती है Electric Scooters में आग?
इलेक्ट्रिक व्हीकल में लगने वाली आग के पीछे बहुत से कारण हैं। ई-स्कूटर में इस्तेमाल होने वाली गैसोलिन और लिथियम दोनों बेहद ज्वलनशील होते हैं। इनमें आग पकड़ने में सिर्फ तापमान का अंतर होता है। गैसोलिन 210 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान पर आग पकड़ता है, जबकि लिथियम 135 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान पर आग पकड़ लेता है। ऐसे में उर्जा से सही उपयोग के लिए तकनीक में सुरक्षा को अपनाना ज़रूरी है। आईसीई इंजन उद्योग पुराना है और शुरुआती अवस्थाओं में ये जटिलताएं रही हैं। इलेक्ट्रिक स्कूटरों के लिए यह • नया है । यह आईसीई समकक्षों की तरह अपने आप में सुधार ला सकता है।
तापमान भी बन सकता है Electric Scooters में आग लगने का कारण?
आजकल बाहर का तापमान अपने चरम पर है, जो इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगने का मुख्य कारण हो सकता है। अत्यधिक तापमान के कारण बैटरी अधिक गर्म हो जाती है जिससे आग लगने की घटनाएं होती हैं। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया है कि वाहनों में आग लगने का कारण बीएमएस (बैटरी प्रबंधन प्रणाली), ओवटचार्जिंग, गलत चार्जट का उपयोग आदि हो सकते हैं।
ओवरचार्जिंग या शॉर्ट सर्किट से लगती है Electric Vehicle आग ?
बैटरी की कोट इंजीनियरिंग अत्यंत महत्वपूर्ण है। हमें ऐसी बैटरियों की आवश्यकता है जो बुद्धिमान, सुरक्षित, और भरोसेमंद हों। अत्यधिक गर्म मौसम की स्थिति और बैटटी की अनुचित थर्मल प्रबंधन प्रणाली बैटरी के प्रदर्शन को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है। बैटरी में आग आमतौर पर ओवरचार्जिंग या शॉर्ट सर्किट के कारण होती है।
Electric Vehicle इस्तेमाल करने वाले इन 6 बातों का ध्यान रखें
- टू-व्हीलर की बैटरी को घर में ऐसी जगह पर चार्ज करें जो आउटर एरिया हो। उसे कपड़े या लकड़ी के सरफेस पर नहीं रखें।
- बैटरी को पूरी रात चार्जिंग पर नहीं छोड़े। जब तक आप जाग रहे हैं तब तक चार्ज करें। सोते वक्त चार्जिंग बंद कर दें।
- ई-व्हीकल पानी में भीग जाए तो चार्जिंग से बचें। अच्छी तरह सूखने और साफ करने के बाद भी उसे चार्जिंग पर लगाएं।
- ड्राइविंग के दौरान आपको जरा सी भी महक आती है तब उसे इग्नोर न करें। तुरंत गाड़ी को रोक लें और सबसे पहले सीट को ओपन कर लें। ताकी अंदर की हीट बाहर निकल जाए।
- चीनी मैन्युफैक्चरर का व्हीकल लेने से भी बचें। इसकी बजाए जो गाड़ियां हमारे यहां की फैक्ट्री में बन रही हैं उन पर जाएं।
- गाड़ी के इंश्योरेंस को अप-टू-डेट रखें। कोशिश करें कि यदि वो एक्सपायर होने वाला है तब सप्ताहभर पहले ही उसे रिन्यू करा लें।
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