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बैतूल की साधना मिश्रा ने बिना किसी ट्रेनिंग के दिखाया कमाल, टॉप-6 में बनाई जगह

By बैतूल वार्ता

बैतूल की साधना मिश्रा ने बिना किसी ट्रेनिंग के दिखाया कमाल, टॉप-6 में बनाई जगह

बैतूल।।

बैतूल की साधना मिश्रा टीवी के जाने माने शो डांस इंडिया डांस सुपर मॉम के फिनाले में पहुंच गई हैं। उन्होंने टॉप-6 में अपनी जगह बना ली है। अब वे 24-25 सितंबर को फिनाले में पहले स्थान के लिए डांस करेंगी। साधना एक गृहणी है जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से देश के प्रसिद्ध कार्यक्रम के फिनाले तक पहुंचकर अपना बड़ा मुकाम बनाया है। इसके पहले वे टॉप टेन में पहुंची थी। साधना ने बताया कि अभी तक कि उनकी जर्नी अच्छी रही है। जिस सोच के साथ उन्होंने ऑडिशन दिया था। उसका रिजल्ट सामने है।

उन्होंने 17 मई को सबसे पहले भोपाल में ऑडिशन दिया था। भोपाल में पहले और दूसरे लेवल का ऑडिशन हुआ था। जिसमें वह 22 मई को सेलेक्ट हुई। जिसके बाद मुंबई में थर्ड लेवल का ऑडिशन दिया गया। तब वे टीवी राउंड के लिए सिलेक्ट हुई। जोकि 25 मई को आयोजित हुआ था। जहां से वे सीधे मेगा राउंड में आ गई। जो 7 जून को था।

उनके पति मुकुंद मिश्रा ने बताया की 7 जून के बाद 16 जून को मेगा राउंड था। जिसमें रेमो ,उर्मिला और भाग्यश्री ने टीवी राउंड में उन्हें स्टैंडिंग ओवेशन दिया था। उन्हें कहा गया कि जितने भी टीवी राउंड में मॉम आई है उनमें उन्हे देखकर वे आश्चर्य चकित हैं कि एक अनट्रेंड डांसर जिसने कभी ट्रेनिंग नहीं ली वह इतना अच्छा परफॉर्मेंस कर सकती है। साधना को मेगा राउंड में गोल्डन पावर पंख मिला था। साथ ही टॉप 12 में भी जगह बनाई।

जन्म से पहले ही हुई थी भविष्यवाणी

साधना मिश्रा का जन्म बैतूल के आचार्य पंडित दिवाकर प्रसाद द्विवेदी के घर हुआ था। जो कि शिक्षा विभाग से सेवा निवृत्त प्रधान पाठक हैं। उनकी बड़ी बेटी साधना मिश्रा का जन्म 20 अगस्त 1982 को जिला अस्पताल बैतूल में हुआ था। जन्म से 12 घंटे पहले ही बैतूल ज्योतिषाचार्य पंडित कान्त दीक्षित ने भविष्यवाणी कर दी थी कि आपके घर में कला में पूर्ण रुचि रखने वाली कन्या रत्न का जन्म सुबह साढ़े पांच होगा। भविष्यवाणी सही निकली ‌साधना का जन्म सुबह 5:32 हुआ।

साधना ने अपनी पढ़ाई बैतूल से ही की है, साथ ही शासकीय कन्या महाविद्यालय बैतूल से हिंदी मे एम ए करके कंप्यूटर का कोर्स किया। पिता पं दिवाकर प्रसाद द्विवेदी का स्वास्थ्य बहुत खराब होने के कारण मात्र 18 साल की उम्र में साधना की शादी हो गई थी। शादी होने के बाद साधना की प्रबल इच्छा स्वयं अपने पैरों पर खड़े रहने की थी। पिता ‌‌‌‌‌‌‌से चोरी छिपे घर में ही डांस करते-करते उन्होंने बगैर किसी प्रशिक्षण के यह मंजिल पाई है।

तीन बच्चो की मां है साधना

40 वर्षीय साधना के तीन बच्चे है। बड़ी बेटी सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रही है। जबकि उनसे छोटी 12वी और बेटा 7वी क्लास में है। पति मुकुंद एक पेट्रोल पंप पर सेल्स मैनेजर की नौकरी करते है। साधना के सुपर मॉम बनने के ख्वाब के चलते उन्होंने इस नौकरी को छोड़ दिया और वे साधना की रिहर्सल, प्रेक्टिस के लिए मुंबई चले गए। मुकुंद बताते है की साधना के पिता के शिक्षक और आचार्य होने के कारण मायके में नृत्य विधा को कभी तरजीह नहीं दी गई। शादी के बाद ही उन्होंने खुद से न केवल नृत्य करना सीखा बल्कि लोगो को सिखाया भी।

ऐसे संजोया सुपर मॉम बनने का ख्वाब​​​​​​​​​​​​​​

साधना को सुपर मॉम बनने का ख्वाब डीआईडी के पहले सीजन में आया। जब एक दिन टीवी पर यह शो देखते हुए उन्होंने पति को कहा की वे एक दिन इस स्टेज पर आना चाहती है। पति मुकुंद मिश्रा ने  बताया की दूसरे सीजन में वे साधना को आडिशन दिलाने नागपुर ले गए थे। यहां उनका सलेक्शन भी हुआ। लेकिन टॉप 30 के बाद वे बाहर हो गई। वहां से लौटने के बाद साधना ने ठान लिया था की उन्हें हर हाल में इस शो में जाना ही है। इसके बाद जहां भी डांस की एक दो दिन की वर्कशॉप लगती थी वे साधना को लेकर वहां जाते थे।

जुंबा फिटनेस की ट्रेनिंग के लिए वे उन्हें हैदराबाद भी लेकर गए। इस बीच विधिवत नृत्य शिक्षा न होने के बावजूद उन्होंने 7 साल एक स्कूल में डांस क्लास में बच्चो को डांस भी सिखाया। जब छ सात साल बाद यह सीजन आया तो इसके आडिशन में फिर सलेक्शन हो गया। मुकुंद ने बताया की साधना ने टॉप 12 में जगह बनाने के बाद जिमनास्ट साइट से अपने डांस में अलग पहचान बनाई है।

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